जो भक्त कलयुग में बाबा श्याम की पूजा करते हैं उसके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं
सीहेार। श्री श्याम कथा मेें तृतीय दिवस रविवार को व्यासपीठ से श्री श्याम कथा सुनाते हुए कथाकार मनुश्री महाराज श्रद्धालुओं को कथा का श्रवण कराते हुए कहा की मां चंडिका एवं भगवान शंकर ने वीर बर्बरीक तीन अमोघ बाण प्रधान किये इन तीनों बाणों से संपूर्ण संसार को जीता जा सकता है। जो भक्त कलयुग में बाबा श्याम की पूजा करते हैं उसके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। कथा वाचक मनुश्री ने खाटू श्याम कथा सुनाते कहा की बाबा श्याम का जन्मोत्सव हिडंब वन में हुआ बाद में माता मोरवी एवं घटोत्कच ने दिल खोलकर सभी को बधाइयां बॉटी बाद में सवज़्प्रथम बाबा श्याम नामकरण संस्कार हुआ और बाबा श्याम को नाम मिला वीर बर्बरीक ..वीर बर्बरीक के नामकरण संस्कार के बाद पवन देव ने सर्वप्रथम बाबा श्री श्याम को नीला घोड़ा प्रदान किया। मनुश्री महाराज ने बताया की जब पांडव वनवास से लौटे और अपना राज्य मांगा तो कौरवो ने देने से मना कर दिया तब भगवान श्री कृष्ण अंतिम एक प्रयास किया शांतिदूत बनकर दुयोज़्धन के यहां गए और उनको समझाया लेकिन दुयोज़्धन नहीं माना तो युद्ध होना निश्चित हो गया कुरुक्षेत्र के मैदान में धर्म और अधर्म का युद्ध होना निश्चित हो गया कौरव एवं पांडव सेना के के बड़े-बड़े वीर युद्ध के मैदान में पहुंचें नारदजी के द्वारा वीर बर्बरीक को पता लगा तो वीर बर्बरीक ने अपनी मां मोर्वी को प्रणाम किया और मां ने कहा बेटा तू हमेशा हारे का साथ देना यह सुनकर वीर बर्बरीक ने कहा मां जो पक्ष हारेगा देगा मैं उसका साथ दूंगा और मां को प्रणाम करके नीले घोड़े पर चढ़कर युद्ध के मैदान में पहुंच गए वहां जाकर वीर बबज़्रीक ने सब को प्रणाम किया और कहा जो पक्ष युद्ध में हारेगा मैं उसका साथ दूंगा यह सुनकर भगवान श्रीकृष्ण ने कहा हे वीर बबज़्रीक यह युद्ध भूमि एक वीर की बलि चाहती है यह सुनकर वीर बर्बरीक ने कहा कि हे प्रभु मैं अपने शीश का दान दूंगा भगवान श्री कृष्ण याचक बनकर खड़े हैं और वीर बर्बरीक ने हंसते-हंसते शीश का दान कर दिया बाद में भगवान श्री कृष्ण ने वीर बबज़्रीक को वरदान दिया कि तुम कलयुग में श्याम के नाम से पूजे जाओगे और संपूणज़् संसार में तुम्हारी श्याम के नाम से पूजा होगी युद्ध पूर्ण होने के बाद वीर बर्बरीक ने सही न्याय युद्ध किया और बाद में यह दिव्य शीश खाटूश्यामजी में प्रकट हुआ कथा में होली उत्सव एवं पूणार्हुति का कार्यक्रम हुआ।
प्रॉपर्टी खरीदते समय देखें बिजली बिल
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि भवन, दुकान और अन्य अचल संपत्ति खरीदने वालों से अपील की है कि वे संपत्ति की खरीदी करने से पहले ही यह देख लें कि पूर्व स्वामी द्वारा बेची जा रही संपत्ति पर बिजली बिल बकाया तो नहीं है। कंपनी ऐसे मामलों में क्रेता और विक्रेता देनों से ही बिल वसूली के लिए अधिकृत है। कंपनी ने बताया कि विभिन्न श्रेणियों के बकायादारों से बिल वसूली का काम तेजी से किया जा रहा है। कंपनी की जानकारी में आया है कि जिस प्रॉपर्टी पर बिजली बकाया था और उसे बिना किसी जानकारी के दूसरे उपभोक्ता को बेच दिया जाता है, तो खरीददार बिजली की बकाया राशि को लेकर परेशान होते हैं। ऐसे में अब प्रॉपर्टी बेचने वाले के साथ खरीदने वाले संपत्ति स्वामी भी कार्रवाई के दायरे में आएंगे। भू-राजस्व संहिता में प्रावधान मुताबिक बकाया एरियर की वसूली के लिए संपत्ति कुर्क करने का प्रावधान है। मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता की धारा 146 एवं 147 के तहत संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई की जाती है।
जिला स्टेंडिंग कमेटी की बैठक आज
उप जिला निर्वाचन अधिकारी सीहोर ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रारंभिक मतदाता सूची प्रकाशन के पूर्व स्टेंडिंग कमेटी की बैठक का आयोजन किया जाएगा। बैठक 26 अगस्त को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सायं 4 बजे आयोजित होगी। बैठक में राजनैतिक दलों के अधिकृत प्रतिनिधियों की उपस्थिति अपेक्षित है।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त
भारत सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार हेतु नामांकन ऑनलाइन किए गए हैं। इनमें बाल शक्ति पुरस्कार के तहत नवीन अविष्कार, असाधारण शैक्षिक योग्यता कला, खेलकूद, सांस्कृतिक क्षेत्र, समाज सेवा, बहादुरी के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चे जिनकी आयु 31 अगस्त को 05 वर्ष से 18 वर्ष तक की हो को 26 जनवरी को राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। बाल कल्याण पुरस्कार-ऐसे व्यक्ति, व्यक्तियों, संस्थाओं को प्रदान किया जाएगा। जिनने बाल कल्याण के क्षेत्र में असाधारण कार्य किया हो। दोनों ही पुरस्कारों में एक-एक लाख रूपए की राशि एवं एक मैडल प्रदान किया जाएगा। बाल शक्ति पुरस्कार विजेताओं को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया जाएगा। विस्तृत जानकारी www.nca.wcd.nic.in पर उपलब्ध है।

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