अरुण कुमार (आर्यावर्त) आज महीनों बाद शेहला राशिद मामला उभरकर आया है,वो भी इस काढ़े की जिसका कहीं कोई नामोनिशान नहीं है।हिन्दुओं को जबरन आरोपी बनाने के मामले को लेकर बजरंगदल प्रदेश सह संयोजक शुभम भारद्वाज ने निर्दोष 18 हिन्दूओं पर शेहला रशीद मामले पर प्राथमिकी दर्ज होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।शुभम ने बताया कि शेहला रशीद ने जब यह कहा था कि सभी हिन्दू बीफ खाते हैं और शराब पीते हैं तो बजरंगदल ने नगर थाने में तत्कालीन थानाध्यक्ष त्रिलोक मिश्रा को प्राथमिकी दर्ज करने आवेदन भी दिया,परंतु आजतक मुस्लिम तुष्टिकरण नीति के कारण उसपर मामला दर्ज नहींं हुआ,वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम तुष्टिकरण करते हुए महिला आयोग अपने पावर का दुरुपयोग कर 18 हिन्दू व एक अन्य पर महीनों बाद झूठा मुकदमा दर्ज किया है जो कि बेबुनियाद है।उन्होंने सभी पोस्ट्स का अवलोकन करने के बाद कहा है कि 18 हिन्दूओं ने किसी प्रकार का कोई अप्पतिजनक टिप्पणी नहींं की थी।विहिप बजरंगदल पीड़ित 18 लोगों को अपने विधि प्रकोष्ठ के वकीलों से निःशुल्क कानूनी मदद देने को तैयार है। साथ ही बिहार सरकार से उन्होंने मांग की है कि तुष्टिकरण की नीति त्यागकर निर्दोष 18 हिन्दुओं पर लगाए गए आरोपों से आरोपमुक्त किया जाए।शुभम ने यह भी आरोप लगाया कि बिहार सरकार हिन्दूओं के मौलिक अधिकार का हनन कर रही है,जिसकी जितनी निंदा की जाय कम है।
सोमवार, 19 अगस्त 2019
बिहार : शेहला रशीद मामले पर प्राथमिकी दर्ज होना दुर्भाग्यपूर्ण
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