बिहार : अन्तरराष्ट्रीय संस्था 'येसु समाजी' के स्थापक इग्नासियुस लोयला का पर्व मनाया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 19 अगस्त 2019

बिहार : अन्तरराष्ट्रीय संस्था 'येसु समाजी' के स्थापक इग्नासियुस लोयला का पर्व मनाया

संत माइकल हाई स्कूल में संत इग्नासियुस लोयला का 463 वां पर्व हर्षोल्लास ढंग से मनाया, स्कूल के प्रांगण में मनोरंजन कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया  
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पटना, अन्तरराष्ट्रीय संस्था 'येसु समाजी' के स्थापक हैं इग्नासियुस लोयला। इनका जन्म 23 अक्टूबर 1491 को हुआ था।64 साल में इनका निधन 31 जुलाई 1556 में हुआ था।मगर आज ही 463 वां पर्व मनाया गया। संत माइकल हाईस्कूल के प्रांगण में संत इग्नासियुस लोयला का पर्व धूमधाम से मनाया गया।  संत इग्नासियुस लोयला का पर्व धूमधाम से मनाने पटना प्रोविंश के प्रोविंशियल फादर डोनाल्ड आए थे। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। वहीं मौके पर 11वें संत इग्नासियुस इंटर फुटबॉल टूर्नामेंट का फाइनल मैच खेल का लुफ्त लिया। संत माइकल हाईस्कूल ने संत डोमनिक सेवियो हाईस्कूल को परास्त कर दिया। फादर आर्मस्टॉग एडिसन, फादर सेराफिन, फादर जोनसन,फादर फ्रांसिस समेत अन्य लोग उपस्थित थे।  लोयला का जन्म 1491 में स्पेन के लोयला गांव में कुलीन परिवार में पिता डॉन बेत्राम माता डोना मारिया की गोद में 13वें संतान के रूप में हुआ था। बाल्य काल में ही उनके माता-पिता ने दया-धर्म आत्मबल का बीज बोया। फ्रांसिसी सेना से युद्ध में गंभीर चोट लगने पर उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। इसी दौरान उन्होंने अध्ययन प्रारंभ किया। यीशु ख्रीस्त संतों की जीवनी के पन्नों से उन्हें ईश्वरीय दिव्य शक्ति प्राप्त हुई। हृदय में परिवर्तन हुआ और सांसारिक मोह से बाहर निकलकर ईश्वरीय जीवन को अपना लिया। 33 वर्ष की उम्र में छोटे-छोटे बच्चों के साथ बैठकर लैटिन पढ़ा। इसके बाद बीए, एमए इश शास्त्र की पढ़ाई पूरी कर 1537 में पुरोहित बने।  वे एक स्पेनिश बास्क पुजारी और धर्मविज्ञानी थे, जिन्होंने सोसायटी ऑफ जीसस (जेसुइट्स) नामक धार्मिक आदेश की स्थापना की और अपना पहला सुपीरियर जनरल बन गया। जेसुइट आदेश ने पोप को मिशनरी के तौर पर सेवा दी, और मिशन के संबंध में संप्रभु पोंटिफ को विशेष आज्ञाकारिता की शपथ से बंधे हुए थे। इसलिए काउंटर-सुधार के समय वे एक महत्वपूर्ण बल के रूप में उभरे।  इग्नासियुस को एक प्रतिभाशाली आध्यात्मिक निदेशक के रूप में याद किया जाता है। उन्होंने 1548 में पहली बार प्रकाशित आध्यात्मिक अभ्यास , ध्यान का एक साधारण सेट, प्रार्थनाओं और अन्य मानसिक अभ्यासों नामक एक प्रसिद्ध ग्रंथ में अपनी विधि दर्ज की। 

64 साल की अवस्था में 31 जुलाई 1556 को निधन हो गया।
सोसाइटी ऑफ जीसस के संरक्षक संत हैं, और 1 9 22 में पोप पायस इलेवन द्वारा सभी आध्यात्मिक पीछे हटने के संरक्षक संत घोषित किए गए थे। इग्नासियुस भी सैनिकों का सबसे प्रमुख संरक्षक संत है। जेसुइट्स , संतों के संस्थापक। स्पेन बास्क देश से है। यद्यपि वह एक सैनिक था, फिर भी उसने 1521 में घायल होने के बाद यरूशलेम की तीर्थयात्रा के बाद बार्सिलोना, सलामंका, पेरिस इत्यादि में अध्ययन किया, 1534 में पेरिस में सात के साथियों (1541 से राष्ट्रपति) के साथ जेसुइट एसोसिएशन का गठन किया, 1537 पुजारी प्राथमिकता। मुख्य कार्य "आध्यात्मिक अभ्यास(जिमनास्टिक)" (1548) एक मूल कार्य है जो ध्यान, तपस्या के माध्यम से "मसीह की मेरी" उपदेश देता है। 

धूमधाम से मना संत इग्नासियुस लोयला का पर्व
मंगलवार को संत इग्नासियुस लोयला का पर्व धूमधाम से मनाया गया। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन संस्थान के छात्र-छात्राओं के किया गया। इसी क्रम में संत इग्नासियुस की जीवनी पर आधारित जीवनी को नाटक के माध्यम से प्रस्तुत की गई। वहीं छात्राओं के द्वारा कई धार्मिक गीत प्रस्तुत किए गए।

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