अरुण कुमार (आर्यावर्त) हिन्दी दिवस के अवसर पर सेंट जोसेफ पब्लिक स्कूल में राष्ट्रीय कवि संगम बेगूसराय इकाई द्वारा आयोजित काव्य गोष्ठी संपन्न। सोनम ने मां पर लिखित कविता प्रस्तुत किया। संजना ने सुनाया- जब पानी सर से बहता है, चुप रहना सुहाता है। केशव ने मां पर लिखित कविता पाठ में सुनाया- से मां तू तो अजीब है, बड़ी गजब की चीज है। ओम कुमार की प्रस्तुति- 'जो किसी को आगे बढ़ने के लिए विवश करता है, उसी बला का नाम असफलता है' ने तालियां बटोरी। हिमानी ने 'हक्का बक्का' सुनाया। ऋषभ ने सरस्वती वंदना सुनाया। अमितेश ने 'जो भी है चलता जाता है' को शब्दों में पिरोया। नेहा ने कविता पाठ में 'बचपन की यादों' को सुनाया। हिमानी प्रिया, अपूर्वा सिन्हा ने भी अपनी स्वरचित कविता पाठ किया। रितिक गौतम ने क्रिकेट को कविता में प्रस्तुत किया। वैष्णवी ने पर्यावरण पर कविता सुनाई- जिसने दिया उपहार जिंदगी का। कुमारी कशिश ने पुलवामा को याद किया। हेमंत ने सुनाया- 'जाति धर्म के नाम पर क्यो इंसानियत को गंदा करते हो, क्यो खून का धंधा करते हो। न जाने क्यों धर्म को बनाया, पल पल इंसानियत को मिटाया।।' जया भारती ने 'हे अटल' को सुनाया। आदित्य कमल ने 'चन्द्रयान २ पर कविता प्रस्तुत किया। निर्णायक के रूप में कार्यक्रम संयोजक सत्यजीत 'सोनू' और अतिथि सुन्दरम जी पधारे। राणा सिंह ने समाप्ति में आगामी कार्यक्रम पर चर्चा किया। प्राचार्य उमाशंकर सिंह सहित समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं और सैकड़ों छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही।
शनिवार, 14 सितंबर 2019
बेगूसराय : हिन्दी दिवस के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजित किया गया
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