पटना, 01 सितम्बर (आर्यावर्त संवाददाता) ये है बिहार की राजधानी पटना का मीठापुर बस स्टैंड...। सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश राज ने बस स्टैंड की नारकीय स्थिति के आलोक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल खड़ा कर कहा है कि सूबे में हालांकि पिछले 15 सालों से नीतीश कुमार ही बिहार के सीएम की कुर्सी पर विराजमान हैं...। और तो और मुजफ्फरपुर के विधायक श्री सुरेश शर्मा जी नगर विकास मंत्री हैं। दोनों के रहते भी स्थिति में सुधार नहीं है। देखा जा रहा है इन सब काम के लिए उनकी सरकार के पास समय ही नहीं है...।
शर्म आनी चाहिए...
राजनीति करने वाले सीएम नीतीश कुमार की सरकार ने जदयू को जन संगठन की तरह व्यवहार वोट के खातिर कर रहे हैं। कभी दारू बंद तो, कभी गुटका बंद तो,कभी कभी प्लास्टिक बंद तो अब पान मशाला बंद करवा रहे हैं। इनका अभियान फ्लॉप शो साबित हो रहा है। खुलेआम शराब बिक रहा है। इससे खार्की वर्दीधारी अछूते नहीं हैं। सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश राज ने कहा कि जनतंत्र के राजाओं ने नेताओं को आखिरकार देश/राज्य चलाने का अधिकार दिया है कि कल्याण व विकास करें। ना की किसी जनता पर रोब जमाने का(का खाये का पिये) रोकना है तो इन फैक्टरियों के उत्पादन को बंद करवा देना चाहिए । बताते चले कि आवटन के अभाव में राज्यकर्मियों को वेतनादि नहीं मिल रहा है इस पर सीएम को ध्यान देने की जरूरत है।
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