धर्माध्यक्ष बनकर कल्याण व विकास करवाने में तत्पर रहें
पटना, 27 सितम्बर. सुयोग्य फादरों की खोज जारी है, जो धर्माध्यक्ष बनकर कल्याण व विकास करवाने में तत्पर रहें। बिहार में पटना,बक्सर और पूर्णिया धर्मप्रांत में धर्माध्यक्षों का चयन करना है. बक्सर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष सेवास्टियन कल्लूपुरा को पटना धर्मप्रांत महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा का सहायक बनाया गया है. बता दें कि बक्सर धर्मप्रांत के बिशप सेवास्टियन कल्लुपुरा को आर्च बिशप के सहायक 29 जून , 2018 को बनाया गया है.अभी बिशप सेवास्टियन बक्सर धर्मप्रांत के प्रशासक भी हैं.बताते चले कि पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा हैं. उनका सहायक बिशप सेवास्टियन हैं.महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा 73 साल का हो गए हैं.उनका जन्म 5 मार्च,1946 को हुआ है. अवकाश ग्रहण 75 साल के करीब आ जाने से बिशप सेवास्टियन को सहायक के रूप में रखा गया है.पर यह जरूरी नहीं है कि पटना महाधर्मप्रांत के आर्च बिशप से अवकाश ग्रहण करने के बाद बिशप सेवास्टियन आर्च बिशप बन ही जाएं. उसी तरह पूर्णिया धर्मप्रांत के Bishop Angelus Kujur भी हैं. 75 साल में अवकाश ग्रहण करना है. 73 वर्ष पार कर चुके हैं.उनका जन्म 14 जुलाई ,1946 को हुआ है.इस तरह 3 धर्माध्यक्ष बदल जाएंगे. धर्माध्यक्ष व पुरोहित 75 साल के बाद सेवानिवृत होते हैं. इस समय रोम में रहने वाले संत पापा(पोप साहब) के दिल्ली में रहने वाले प्रतिनिधि 'धर्माध्यक्ष' की खोज करने में लग गए हैं. वहीं अयाजक वर्ग भी पीछे नहीं हैं. धर्मान्तरित ईसाई बहुल्य बक्सर धर्मप्रांत में किसी बिहारी दलित पुरोहित को धर्माध्यक्ष बनाने की मांग करने लगे हैं.इस तरह की मांग करने वालों में है दम. दलित ईसाइयों की संख्या पटना महाधर्मप्रांत अधिक है. बताते चले कि उत्तर बिहार के ईसाइयों ने भी बिहारी धर्माध्यक्ष बनाने की मांग की थी. तो पटना धर्मप्रांत में बेनेडिक्ट जे.ओस्ता और मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत में जौन बी.ठाकुर धर्माध्यक्ष बने थे.इसी के आलोक में जातीय व क्षेत्रीयता के बल पर धर्माध्यक्ष बनाने की मांग होने लगी है.
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