भारी शरीर वाले दूकान बंद करके हल्का होने जाते हैं घर यह है मजबूरी दुकानदारों की
पटना,24 अक्टूबर। दीघा थाना क्षेत्र में है दीघा हाट. यहां पर नागरिकों के व्यवहार में लाने वाली हर तरह की चीज उपलब्ध है. केवल अनुपलब्ध है छोटा और बड़ा बाथरूम.दिक्कत है कि लोग दुकान बंद करके हल्का होने जाते हैं. स्व. रामानन्द साह के पुत्र ललन कुमार कपड़ा व्यवसायी ने कहा कि छोटे-बड़े 500 से अधिक दुकाने हैं.सब्जी से लेकर कपड़े तक की दुकाने है.हर चीज उपलब्ध है.मगर लोगों को लघुशंका करने की सुविधा नहीं दी गयी है. दर्जी का काम करने वाले मो.मोज़िब का कहना है कि पटना नगर निगम के द्वारा पोस्ट ऑफिस रोड के नुक्कड़ पर एक पैशाबखाना वार्ड नम्बर-1 के पूर्व वार्ड पार्षद मुन्ना सिंह ने बनाया था.अपने कार्यकाल में काफी कार्य किए थे.बावजूद, इसके छठियां देवी से परास्त हो गए. वार्ड नम्बर-1के वार्ड पार्षद बनने के बाद छठिया देवी ने सपना दिखायी कि आधुनिक शौचालय बनवा देंगे.इसके बाद पूर्व पार्षद द्वारा निर्मित पैशाबखाना को तोड़वा दी.उसके बाद नागरिकों की परेशानी बढ़ गयी.दुकानदार दुकान बंद करके गंगा किनारे, अखाड़ा रोड वाले बगीचा आदि सुनसान में हल्का होने जाते हैं.ऐसा करते वक्त गाली भी सुनते हैं. कहते है कि तुमलोग स्वच्छ बिहार को गंदा बिहार बनाने में लग गए हैं.
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