महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा के लिए भारतीय स्त्री संगठन द्वारा मानव श्रृंखला का आयोजन 10 दिसंबर को, पुरूष वर्ग मानव श्रृंखला बनाकर लेगा रक्षा करने का संकल्प
आयोजन में शामिल होने के लिए दिए गए निमंत्रण-पत्र
झाबुआ। देष में इन दिनों जगह-जगह महिलाओं और विषेषकर बेटियों के साथ हो रहीं आपराधिक घटनाओं, जिसमें उनके साथ सामूहिक बलात्कार, अपहरण और जघन्या हत्या की बढ़ती वारदातों को लेकर देषभर में आक्रोष है। महिलाएं, विषेषकर बेटियां अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहीं है। साथ ही ऐसे मामलों ें आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग देष में चहूं ओर से गूंजायमान हो रहंी है। महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा को लेकर ही भारतीय स्त्री संगठन द्वारा 10 दिसंबर, मंगलवार को शाम 5 बजे शहर के ह्रदय स्थल राजवाड़ा पर मानव श्रृंखला एवं संकल्प कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसका मकसद पुरूष वर्ग को महिलाआंे और बेटियों की रक्षा के लिए प्रेरित करना है। यह मानव श्रृंखला पुरूष वर्ग द्वारा बनाई जाएगी। जिसमें शहर के सभी वर्ग, समाज, संप्रदाय के पुरूष, विषेषकर युवा, बालक सम्मिलित हो सकते है। मानव श्रृंखला बनाकर सभी को सामूहिक रूप से संकल्प सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं वरिष्ठ इतिहासकार डाॅ. केके त्रिवेदी द्वारा दिलवाई जाएगी। बाद ‘महिलाओं की सुरक्षा’ विषय पर संक्षिप्त उद्बोधन होगा।
दिया गया निमंत्रण
उक्त आयोजन को लेकर भारतीय स्त्री संगठन की प्रदेष अध्यक्ष किरण शर्मा, प्रांत कार्यकरिणी सदस्य सुषमा दुबे, जिला उपाध्यक्ष प्रवीणा माथुर, किर्ती देवल, वंदना जोषी, लता देवल, प्रियंका जोषी, वंदना नायर, अंबिका टवली, किर्ती गौड़ आदि द्वारा अलग-अलग समूह में कलेक्टोरेट में विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों जिला चिकित्सालय में स्वास्थ विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों, जिला न्यायालय में अभिभाषकों, सभी सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं, विषेष रूप से आॅटो चालक, बस, जीप, टेक्सी चालकों को आमंत्रण-पत्र देकर उन्हें महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए प्रेरित कर निवेदन किया गया कि वे मानव श्रृंखला में अधिक से अधिक संख्या में सहभागिता करते इसे ऐतिहासिक ओर भव्य बनाएं।
आचार्य सम्मान समारोह (महोत्सव) में आचार्य पं. द्विजेन्द्र व्यास हुए सम्मानित, शील्ड एवं प्रमाण-पत्र प्रदान कर भोपाल में किया गया सम्मान
झाबुआ। मप्र की राजधानी भोपाल में मानद भवन, श्यामला हिल्स में आचार्य सम्मान समारोह (महोत्सव) का आयोजन किया गया। जिसमें झाबुआ जिले से युवा आचार्य पं. द्विजेन्द्र व्यास का अभिनंदन उनके ज्योतिष, वैदिक, तंत्र, भागवत, आयुर्वेद एवं समाजसेवा के क्षेत्र में उत्तम कार्यों के लिए हुआ। उक्त समारोह का आयोजन राष्ट्रीय ब्राम्हण युवाजन सभा की ओर से रखा गया। इस महोत्सव में झाबुआ जिले से युवा ज्योतिषाचार्य, विद्वान एवं प्रकांड पं. द्विजेन्द्र व्यास ने प्रतिनिधित्व किया। समारोह का शुभारंभ भोपाल के महापौर आलोक शर्मा एवं वरिष्ठ ज्योतिषकार अषोक भारद्वाज ने दीप प्रज्जवलन एवं पूजन कर किया। बाद अतिथि उद्बोधन के साथ सम्मान के क्रम में आचार्य पं. द्विजेन्द्र व्यास का भावभरा अभिनंदन पुष्पमाला पहनाकर शील्ड देकर एवं प्रमाण-पत्र प्रदान कर मप्र शासन के जनसंपर्क एवं धर्मस्व न्याय मंत्री पीसी शर्मा, राष्ट्रीय ब्राम्हण युवा जन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अषोक भारद्वाज, गौतम गुरूजी एवं अन्य पधारे गणमान्यजनों ने सामूहिक रूप से किया।
सफल एवं व्यवस्थित संचालन किया
पं. व्यास ने झाबुआ जिले में ज्योतिष, वैदिक, तंत्र, भागवत, आयुर्वेद तथा समाजसेवा के क्षेत्र में उत्तम कार्य किया। उन्होंने इन समस्त कार्यों का अपने क्षेत्र में सफल एवं व्यवस्थित संचालन किया, इस हेतु वे सम्मानित हुए। इस दौरान पं. व्यास ने अपने विचार भी रखे। उनकी इस उपलब्धि पर उन्हें आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट, सकल व्यापारी संघ, रोटरी क्लब ‘मेन’, रोटरेक्ट क्लब, ज्योतिष, आचार्यों एवं पंडितजनों ने शुभकामनाएं प्रेषित की है।
भारतीय पत्रकार संघ (एआईजे) का राष्ट्रीय मीडिया अलंकरण महा-समारोह का आयोजन मप्र के मनावर में हुआ संपन्न, देषभर के हजारों पत्रकारों ने की षिरकत
स्व. राजेन्द्र माथुर एवं स्व. अरिवन्द काषिव की स्मृति में प्रदान किए गए राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कारसभी पत्रकारों को किया गया सम्मानित, महा-समारोह में मप्र के गृह मंत्री एवं चिकित्सा षिक्षा मंत्री मुख्य अतिथि के रूप में हुई सम्मिलित
झाबुआ। देष के बड़े भारतीय पत्रकार संघ (एआईजे) द्वारा मप्र के धार जिले के मनावर शहर में इंदौर रोड़ पर स्थित कृष्णा गार्डन में राष्ट्रीय मीडिया अलंकरण महा-समारोह का आयोजन 8 दिसंबर, रविवार को दोपहर 12 बजे से किया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में मप्र शासन के गृह मंत्री बाला बच्चन एवं मप्र शासन की चिकित्सा षिक्षा एवं सांस्कृति मंत्री विजय लक्ष्मी साधो के साथ देषभर के नामचीन पत्रकार, विषेष रूप से एबीपी न्यूज पर आने वाले सनसनी खेज फेम श्रीवर्धन त्रिवेदी, वरिष्ठ पत्रकार प्रकष हिन्दूस्तानी, राजेष बादल मौजूद रहे। महा-समारोह की अध्यक्षता मनावर विधायक हीरालाल अलावा ने की। महा-समारोह में मुख्य रूप से हिन्दी पत्रकारिता के कालजयी संपादक स्व. राजेन्द्र माथुर की स्मृति में 1 लाख 11 हजार रू. का पुरस्कार एवं स्व. अरविन्द काषिव की स्मृति में 51 हजार रू. का पुरस्कार प्रदान किया गया। समारोह में देष के करीब 15 राज्यों से आए सभी पत्रकारों को उत्कृष्ट एवं श्रेष्ठ पत्रकारिता सम्मान से भी नवाजा गया। समारोह का शुभारंभ अतिथियांे द्वारा मां सरस्वतीजी की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। सभी अतिथियों का साफा पहनाकर उन्हें प्रतीक चिन्ह प्रदान किए गए। अतिथियों का स्वागत देषभर से आए वरिष्ठ पत्रकारों ने किया। स्वागत उद्बोधन भारतीय पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सेन ने दिया। अपने उदबोधन में मप्र शासन के गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि मप्र की कांग्रेस सरकार पत्रकारों को हर संभव सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए तत्पर है। पहले का एक समय था जब आधुनिक एवं तकनीकी सुविधाओं के अभावों के चलते पत्रकारों को समय पर प्रेस में न्यूज भिजवाने, संकलन करने के साथ तमाम तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता था, लेकिन आज का पत्रकार हाईटेक हो गया है और आधुनिक संसाधनों से जुड़कर तत्काल खबरों का प्रकाषन कर आमजन की बातों, समस्याओं और मांगों को शासन-प्रषासन तक पहुंचाकर उसके निराकरण की सार्थक पहल करता है। मप्र में कमलनाथ सरकार एवं जनसपंर्क मंत्री पीसी शर्मा ने पत्रकारों को मिलने वाली स्वास्थ्य एवं दुर्घटना बीमा राषि में वृद्धि की है। पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की ओर भी हमारी सरकार कृत-संकल्पित है।
देष का चैथे स्तंभ सबसे ताकतवर
मप्र शासन की चिकित्सा-षिक्षा मंत्री विजय लक्ष्मी साधो ने कहा कि देष का चैथे स्तंभ का आज धार जिले के मनावर में महाकुंभ लगा है। आज देष में लोकतंत्र का चैथा स्तंभ ही सबसे मजबूत और ताकवर स्तंभ है, जो समाजकोे आईना दिखान के साथ ही समाज की बातांे, विभिन्न मुद्दों को शासन-प्रषासन तक रखने का काम बखूबी अपनी पूरी ईमानदारी, निष्ठा, मेहनत तथा लगनता के साथ करता है। कई बार यह स्तंभ हम सरकार के मंत्रियों को भी गलत और सहीं की पहचान करवाकर अपनी तीखी लेखनी से हमे सहीं फैसला लेने में मद्द करता है।
पत्रकारिता के दायरे में हुई तेजी से वृद्धि
वरिष्ठ पत्रकार प्रकाष हिन्दूस्तानी एवं एबीपी न्यूज पर आने वाले सनसनी खेज कार्यक्रम के होस्ट श्रीवर्धन त्रिवेदी ने चिंता व्यक्त करने के साथ खुषी भी जाहिर की कि पहले और अभी की पत्रकारिता में काफी परिवर्तन आया है, पहले जहां प्रिट और इलेक्ट्राक्निक मीडिया का स्तर काफी सीमित था, जो अब विषाल वृट वृक्ष की तरह हो गया है। पत्रकारिता में प्रतिस्पर्धा का दौर बढ़ा है। बस हमे इस बढ़ते प्रतिस्पर्धा के दौर में अपनी लेखनी और कलम को निर्बाध और सच्चे तरीके से चलाने की आवष्यकता है। सच को आईना दिखाने की जरूरत है। निष्पक्ष रूप से पत्रकारिता करने की बात दोनो ने कहीं।
यह भी रह अतिथि के रूप में उपस्थित
महासमारोह में उक्त विषिष्ट हस्तीयों के साथ अन्य अतिथियों में धार जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालमुकुंद गौतम, मनावर नगरपालिका अध्यक्ष संगीता पाटीदार, वरिष्ठ पत्रकागरण जय श्रीवास्वत, प्रतीक श्रीवास्वत, हेमंत पाल, पुष्पेन्द्र वैद्य, सुदेष तिवारी, छोटू शास्त्री धार, संत योगेषजी महाराज भी मंचासीन थे। कार्यक्रम के निदेषक के रूप में सुनिल खरे, प्रदेष अध्यक्ष किषोर दांगी, एआईजे युथ विंग के राष्ट्रीय चेयरमेन संदीप जैन:राजरतन’, प्रदेष अध्यक्ष दिलीप वर्मा, प्रदेष संयोजक सलीम सुराना, भारतीय पत्रकार संघ युथ इकाई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष निलेष भानपुरिया, अली असगर बोहरा, कमलेष सोनी आदि ने व्यवस्थाओं का सफल संचालन किया।
दो विषेष सम्मान के साथ देष के सभी पत्रकारों का हुआ उत्कृष्ट सम्मान
महा समारोह में दो विषिष्ट सम्मान में स्व. राजेन्द्र माथुर केी स्मृति में 1 लाख 11 हजार रू. एवं अभिनंदन पत्र देकर तथा स्व. अरविन्द काषिव की स्मृति में 51 हजार रू. एवं अभिनंदन पत्र देकर सम्मान के साथ महा-समारोह में उपस्थित देष के 15 राज्यों से जिसमें जिला मुख्यालय झाबुआ से भारतीय पत्रकार संघ युथ इकाई के जिला महासचिव अमित शर्मा, जिला प्रवक्ता दौलत गोलानी, नगर अध्यक्ष अमितसिंह जादौन (यादव), नगर सचिव राकेष पोतदार के साथ वरिष्ठ पत्रकार संजय जैन जगावत एवं राजेन्द्र सोनी, झकनावदा से वरिष्ठ एवं युवा पत्रकार मनीष कुमट एवं उनकी टीम के साथ सभी पत्रकारों का माला पहनाकर, शील्ड देकर, प्रमाण-पत्र प्रदान कर तथा मेडल पहनाकर भावभरा अभिनंदन अतिथि एवं आयोजकों ने किया। महा समारोह का सफल संचालन झाबुआ से आए शरत शास्त्री, मनावर के भारतीय पत्रकार संघ के पदाधिकारियों एवं अन्य संचालकगणों ने किया एवं अंत में इस गरिमामय तथा राष्ट्रीय स्तर के महा-आयोजन के लिए सभी विषिष्ट हस्तीयों, अतिथियों एवं देष के 15 राज्यों से हजारों की संख्या में पधारे पत्रकारों के प्रति आभार भारतीय पत्रकार संघ (एआईजे) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सेन ने माना।
6 दिवसीय एक्यूप्रेषर षिविर का हुआ शुभारंभ, बिना गोली-दवाई के होगा उपचार
झाबुआ। भारतीय जैन संघटना द्वारा स्थानीय लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित तेरापंथ सभा भवन में जीवदया प्रेमी स्व. फतेहचन्द्रजी संघवी की स्मृति में 6 दिवसीय एक्यूप्रेषर, सुजोक एवं वाईब्रेषन थैराॅपी षिविर का शुभारंभ प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईष्वरीय विष्वविद्यालय गोपालपुरा (झाबुआ) केंद्र की संचालिका बीके जयंती दीदी एवं ज्योति दीदी, जिला दहेज सलाहकार बोर्ड (डीपीए) के अध्यक्ष यषवंत भंडारी, सेवाभावी चिकित्सक डाॅ. विजय मेरावत, सेवानिवृत्त वरिष्ठ षिक्षिका श्रीमती इंदिरा घोड़ावत एवं बीजेएस के पूर्व जिलाध्यक्ष अषोक संघवी की आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम में सर्वप्रथम 4 वर्षीय बालक जिनांष भंडारी द्वारा श्री नमस्कार महामंत्र का पाठ किया गया। पश्चात् अतिथियों द्वारा श्री नमस्कार महामंत्र के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलन कर षिविर का विधिवत् शुभारंभ किया गया। बीजेएस के जिलाध्यक्ष सुनिल संधवी एवं जिला महामंत्री राजेन्द्र आर भंडारी ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर षिविर की महत्वता को प्रतिपादित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीपीए अध्यक्ष श्री भंडारी ने कहा कि एक्यूप्रेषर पद्धति बहुत ही पुरानी भारतीय चिकित्सा पद्धति है, परन्तु समय के साथ इसका विलोपन होता जा रहा है। आपने जोधपुर (राजस्थान) के इंडियन एकेडमी आॅफ एक्यप्रेषर ट्रेनिंग ट्रीटमेंट एवं रिसर्च सेंटर के थैरापिस्टों को बधाई देते हुए कहा कि आपके माध्यम से इस तकनीक को पुर्न-जीवित किया जा रहा है। श्री भंडारी ने बताया कि आज से 6 वर्ष पूर्व रोटरी क्लब झाबुआ द्वारा भी इसी तरह का षिविर शहर में रखा गया था, जिसमें शामिल हुए कई रोगियों को अपने पुराने रोगों से निजात मिली थी।
आत्ध्यात्मिक साधना को भूल गए है लोग
कार्यक्रम को संबोधित करते बीके जयंती दीदी ने कहा कि आज हम दूसरों के लिए समय निकाल रहे है, परन्तु खुद के लिए समय निकालना बहुत मुष्कित हो रहा है। इसी कारण हमको कई रोगों और बिमारियों ने घेर रखा है। आपने कहा कि जब तन शुद्ध होगा, तभी मन शुद्ध होगा और जब मन शुद्ध होगा, तो जीवन भी शुद्ध और पवित्र होगा, इसलिए हमे हमेषा सकारात्मक विचारों के साथ जीवन व्यतीत करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि आज मानव ने साध्य (उपचार) को अपनाया है, परन्तु साधना को भूल गए है, इसलिए मन एवं चित्त को एकाग्रचित रखने के लिए प्रतिदिन आत्यात्मिक साधना करना चाहिए। ‘ओम शांति’ विष्व का सबसे सुंदर एवं महामंत्र है।
एक्यूप्रेषर पद्धति श्रेष्ठ पद्धति
डाॅ. विजय मेरावत ने उपचार हेतु आए उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम तुंरत लाभ लाभ के लिए एलोपैथी पद्धति से अपना उपचार करवाते है, जिसमें रोगी तत्काल राहत पा लेता है, परन्तु उसके दुरगामी परिणाम भयावह होते है, इन दवाईयों का सेवन करने से व्यक्ति की प्रतिरोधात्मक क्षमता दिन-प्रतिदिन कम होती जाती है। आपने इस एक्यूप्रेषर पद्धति को श्रेष्ठ उपचार तकनीक बताते हुए कहा कि इस तकनीक से नियमित एवं सहीं विधि से उपचार करने पर आपको बहुत लाभ प्राप्त होगा।
प्रतिदिन 15 मिनिट तक प्रषिक्षकों द्वारा किया जाएगा उपचार
इस अवसर पर जोधपुर रिसर्च सेंटर के थैरापिस्ट केएस राजपुरोहित ने बताया कि 8 से 13 दिसंबर तक हम प्रतिदिन सुबह 8 से दोपहर 12 एवं दोपहर 3 से शाम 7 बजे तक आने वाले रोगियों का पूरी सेवा-भावना के साथ उपचार करेंगे। आपने कहा कि यह विधि बहुत ही सरल एवं असरकारक विधि है। जिसमें मोटापा, घुटनों की तकलीफ, एसईडीटी डायबिटिज, जोड़ो का दर्द, स्लीप डिस्क, बीपी, अस्थमा, गैस, अतिसार सहित स्त्री एवं पुरूष के सभी रोगों का उपचार होता है। प्रत्येक रोगी को प्रतिदिन 15 मिनिट तक षिविर में आकर प्रषिक्षकों द्वारा उनका उपचार किया जाएगा।
मेघनगर मंे भी किया आयोजन
श्री राजपुरोहित ने जानकारी देते हुए बताया कि इस तरह का षिविर मेघनगर में आयोजित कर 6 दिनों में 600 से अधिक लोग लाभान्वित हुए। इस अवसर पर जोधपुर सेंटर से मनीष गोस्वामी एवं अषोक गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में उपचारार्थ हेतु आए शहर के महिला-पुरूष उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन षिविर संयोजक एवं तेरापंथ सभा अध्यक्ष पंकज कोठारी ने किया एवं आभार संघवी परिवार की वरिष्ठ श्रीमती इंदिरा घोड़ावत ने माना।
आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा 16 दिसंबर को किया जाएगा ‘एक दवा निराली 15 सेकेंड की ताली’ का आयोजन, ताली बजाकर स्वस्थ रहने के सीखाएं जाएंगे गुर
बैठक में बनाई गई रूपरेखा
झाबुआ। आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट झाबुआ द्वारा शहर के पैलेस गार्डन पर आगामी 16 दिसंबर को शाम 7 बजे से ‘‘एक दवा निराली 15 सेकेंड की ताली’’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें आयुष्मान भव न्यास उज्जैन के संस्थापक अरूण ऋषि (स्वर्गीय) द्वारा ताली बजाकर किस तरह स्वस्थ रहा जाए एवं विभिन्न रोगों का उपचार संभव है, इसके गुर सिखाएं जाएंगे। आयोजन की रूपेरखा हेतु आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट की महत्वपूर्ण बैठक 8 दिसंबर, रविवार रात 8 बजे से पैलेस गार्डन पर संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता ट्रस्ट के मेनेजिंग ट्रस्टी यषवंत भंडारी ने की। इस अवसर पर तय किया गया कि आगामी 16 दिसंबर को आयुष्मान भव न्यास उज्जैन के संस्थापक अरूण ऋषि (स्वर्गीय) एवं उनकी टीम झाबुआ पधारेगी। इस दिन दोपहर में शैक्षणिक संस्थाओं में स्कूली विद्यार्थियों के लिए उक्त आयोजन किया जाएगा। बाद शाम 7 बजे से पैलेस गार्डन पर यह कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर के मार्गदर्षन में किया जाएगा। ज्ञातव्य रहे कि आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा पूर्व में भी यह आयोजन किया जा चुका है, जिसे अपार सफलता मिलने के बाद एवं शहरवासियों की मांग पर एक बार पुनः यह कार्यक्रम तय किया गया हे।
मानव मात्र को सीखा रहे बेहतर जीवन जीने की कला
इस अवसर पर जानकारी देते हुए आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के सेवा प्रकल्प परामर्षदाता सुधीरसिंह कुषवाह एवं अध्यक्ष रविराजसिंह राठौर ने बताया कि अरूण ऋषि एक उद्योगपति होकर 22 वर्षों पूर्व उन्होंने व्यवसाय से निवृत्ति लेकर उज्जैन में आयुष्मान भव ट्रस्ट की स्थापना की। इस ट्रस्ट के माध्यम से वे मानव मात्र को बेहतर जीवन जीने की कला सीखा रहे है। अब तक ऋषिजी ने 2300 से अधिक षिविरों का आयोजन कर 25 लाख किमी की यात्रा की है। अरूण ऋषि विष्व के पहले उद्योगपति गृहस्थ है, जिन्होंने पिछले 40 वर्षों से 10 वस्तुओं में टूथ ब्रष एवं टूथ पेस्ट, चाय-काॅफी, शेविंग क्रीम, साबुन एवं शेम्पू, सौंदर्य प्रसाधन, कृत्रिम शीतल पेय, चाॅकलेट, पान-गुटखा, ध्रूमपान, मदिरा का त्याग किया हुआ है। जिनके लिए उनका नाम गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रेकार्डस के लिए प्रस्तावित है। उनका अपने नाम के पीछे स्वर्गीय लगाने का भी एक अलग ही कारण है।
आधे घंटे चली बैठक
यह करीब आधे घंटे तक चली। इस अवसर पर आसरा ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य जयंतीलाल राठौर, रविन्द कटलाना, युवा सदस्य अतिषय देषलहरा सहित अन्य सदस्यगण उपस्ािित थे। बैठक के अंत में आसरा ट्रस्ट के सेवा प्रकल्प सचिव सुनिल चैहान ने किया।
मप्र कर्मचारी कांग्रेस के संभागीय सम्मेलन में जिलाध्यक्ष भेरूसिंह सोलंकी ने की षिरकत, प्रांताध्यक्ष से भेंट कर जिले में कर्मचारियों की शेष मांगों और समस्याओं से करवाया अवगत
झाबुआ। मप्र कर्मचारी कांग्रेस का उज्जैन संभाग का संभागीय सम्मेलन 8 दिसंबर, रविवार को दोपहर महांकाल मेरिज गार्डन में संपन्न हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मप्र शासन के लोक निर्माण विभाग मंत्री एवं उज्जैन के जिला प्रभारी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के साथ मप्र कर्मचारी कांग्रेस के प्रांताध्यक्ष विरेन्द्र खोंगल, संभागीय अध्यक्ष मानसिंह चैहान के साथ कांग्रेस पार्टी के अन्य नेतागण एवं कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी उपस्थित थे। सम्मेलन में झाबुआ जिले से मप्र कर्मचारी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भेरूसिंह सोलंकी के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारी-सदस्यगणों ने इस समारोह में सहभागिता की। सम्मेलन में मंच पर अन्य अतिथियों के साथ मप्र कर्मचारी कांग्रेस के झाबुआ जिलाध्यक्ष भेरूसिंह सोलंकी भी आमंत्रित रहे। उनका उज्जैन संगठन के पदाधिकारियों ने पुष्पामाला पहनाकर स्वागत किया। सम्मेलन में मुख्य रूप से उज्जैन संभाग के साथ संपूर्ण मप्र में कर्मचारियों की मांगों ओर समस्याओं पर चर्चा हुई। मुख्य अतिथि मप्र शासन के लोक निर्माण विभाग मंत्री श्री वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि वे उज्जैन संभाग के साथ संपूर्ण मप्र में कर्मचारियों की समस्याआंे और मांगों के लिए मप्र की कांग्रेस सरकार कृत-संकल्पित है। इस अवसर पर संगठन के जिलाध्यक्ष भेरूसिंह सोलंकी ने अपने उद्बोधन में झाबुआ जिले में मप्र सरकार की ओर से कर्मचारियों को दी गई सौंगातों की जानकारी देने के साथ अन्य शेष मांगों और समस्याओ से भी अवगत करवाया।
प्रांताध्यक्ष से मिलकर की चर्चा
सम्मेलन बाद जिलाध्यक्ष श्री सोलंकी संगठन के प्रांताध्यक्ष श्री खोंगल से भी मिले और उन्हें पिछले दिनों जिला इकाई की ओर से रखे गए महासमारोह में झाबुआ पधारने पर उनका आभार माना। साथ ही जिले में संगठन के कार्यों एवं गतिविधियों से प्रांताध्यक्ष को विस्तार से जानकारी दी।
समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक संपन्न
झाबुआ । कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा की अध्यक्षता में समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में समस्त जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सीएम हेल्पलाइन, जनषिकायत, जनसुनवाई, आपकी सरकार आपके द्वार जनमित्र कार्यक्रम में प्राप्त आवेदनो एवं लोक सेवा गांरटी के प्रकरणो की समीक्षा करते हुए प्रतिमाह दूसरे मंगलवार को होने वाले जन अधिकार कार्यक्रम के लिए लंबित प्रकरणो का संतुष्टिपूर्वक निराकरण करने के निर्देष सभी संबंधित अधिकारियो को कलेक्टर श्री सिपाहा ने दिये। सभी अधिकारियो को निर्देषित किया गया कि जनसुनवाई, आपकी सरकार आपके द्वार, सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणो का निराकरण प्राथमिकता से करे। निराकरण के समय आवेदक से चर्चा करे, साथ ही मौके पर जाकर यथास्थिति की पूरी जानकारी के साथ समाधानकारक जवाब पोर्टल पर अपलोड करे। आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान प्राप्त हुए आवेदनो का निराकरण पोर्टल पर दर्ज करे। मु.का.अ.जि.पं. एवं पीओ डुडा सम्पति निरूपण की कार्यवाही ग्राम स्तर एवं षहर स्तर पर की जाना सुनिष्चित करे। जनमित्र के अंतर्गत षहर एवं ग्रामो में षिविर लगा कर आवेदन प्राप्त करे। इन आवेदनो को पोर्टल पर दर्ज करे। जिले में बगैर स्वीकृति/अनुमति के कोई भी विभाग फ्लेक्स नही लगाए। यदि लगे पाये गये तो तत्काल कार्यवाही की जावेगी। स्वास्थ्य विभाग में जो भी अनाधिकृत फ्लेक्स लगे हो तो तत्काल हटावे। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने मु.न. पालिका अधिकारी राणापुर को निर्देष दिये है,कि तालाब में नालियो का गंदा जाने के कारण जल दुषित हो रहा है। उसको रोकने के लिये तत्काल कार्यवाही करे। गंदगी के कारण मच्छर हो रहें है। कार्यवाही नही करने पर नोटिस जारी करने के निर्देष दिये। अधिकतम दो दिवस में व्यवस्था में सुधार करे। टीएल बैठक में औद्योगिक क्षेत्र में हो रहे प्रदुषण पर भी चर्चा की गयी इस हेतु प्रदुषण बोर्ड के अधिकारी भी उपस्थित थे।
जिला स्तरीय लघु उद्योग संवर्धन बोर्ड की त्रैमासिक बैठक
झाबुआ । जिला स्तरीय लघु उद्योग संवर्धन बोर्ड की त्रैमासिक बैठक का आयोजन कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा की अध्यक्षता में कलेक्टर सभागृह में आयोजित थी। बैठक मे सदस्य सचिव एवं महाप्रबंधक उद्योग श्री व्ही.एस. इस्क्या एवं सदस्य श्री व्ही.एस मंडलोई श्रम पदाधिकारी, सदस्य पी.सिंह प्रभारी अधिकारी ए.के.व्ही.एन.मेघनगर श्री यषवंत भण्डारी, सदस्य, जिला स्तरीय उद्योग संघ, सदस्य श्री निलेष रूनवाल, उद्योगपति, नेचुरल फास्फेट, सुनिल श्रीवास्तव, मध्यप्रदेष प्रदूषण बोर्ड, सदस्य कुमारी ज्योति किराडे, वाणिज्य कर अधिकारी, सदस्य श्री निरज सिंह, अध्यक्ष, व्यापारी संघ, सदस्य जयंत सिंघल, उद्योगपति,मेघनगर, अनामिका रामटेके, एओ, आदिवासी विकास के अलावा विभिन्न संबंधित विभागो के अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में बिन्दुवार चर्चा कर निम्न निर्णय लिये गये। औद्योगिक क्षेत्र मेघनगर में बंद औद्योगिक इकाईयो को पुनः प्रारंभ करवाने संबंधी प्रयास किये जावे। नवीन औद्योगिक इकाईयो की सुविधा के लिये जिले में उपलब्ध औद्योगिक भूमि/भूख्ंाड षासन द्वारा प्रदाय की जा रही विभिन्न सुविधाओ का पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जावे। औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित काॅमन इफयूलेंट टीटमेंट प्लांट(सीईटीपी) की समयावधि में स्थापना की जावे।
दस्तक अभियान का द्वितीय चरण 17 दिसम्बर से
झाबुआ । शासन के निर्देशानुसार दस्तक अभियान का द्वितीय चरण 17 दिसम्बर से प्रारंभ होकर 18 जनवरी 2020 तक जिले में संचालित किया जायेगा। सर्वे कार्य में शहरी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। साथ ही शिक्षा एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा बच्चों की सूची प्राप्त की जाकर सर्वे सूची से मिलान किया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में दस्तक अभियान के लिए मुख्य नगर पालिका अधिकारियों से आवश्यक सहयोग लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। दस्तक अभियान के दौरान 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को दी जाने वाली विटामिन ए के सेवन से बच्चों के शरीर का संक्रमण और बीमारी से बचाव, वृद्धि एवं विकास में सहायक तथा आखों को स्वस्थ और क्रियाशील बनाये रखने में सहायक होता है।
महिलाओं द्वारा संचालित ई-सवारी रिक्शा सेवा का पूरे प्रदेश में विस्तार किया जाएगा
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने इंदौर में महिला रिक्शा-चालकों को सौंपी ई-रिक्शों की चाबियाँ
झाबुआ । मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने गत दिवस इंदौर में महिलाओं द्वारा संचालित ई-सवारी रिक्शा सेवा का शुभारंभ करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह नई पहल है। इस योजना का पूरे प्रदेश में विस्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने महिला चालकों को ई-रिक्शा की चाबियाँ सौंपी और ई-रिक्शा की सवारी कर कार्यक्रम स्थल तक पहुँचे।
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्म-निर्भर बनाने तथा उनकी सुरक्षा की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि महिलाएँ स्वावलम्बी बनें और सम्मान के साथ जियें। उन्होंने कहा कि ई-सवारी रिक्शा सेवा से महिलाओं को रोजगार मिलेगा और वे आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरुषों के रोजगार पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
ई-रिक्शा में अत्याधुनिक सुविधाएँ
मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में महिला चालकों को दिये गये ई-रिक्शा अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्तित हैं। इनमें सवारी मुफ्त वाई-फाई का उपयोग कर सकेगी और एफ.एम. रेडियो सुन सकेगी तथा डिजिटल पेमेंट के माध्यम से भुगतान भी कर सकेगी। रिक्शे में मोबाइल एप्लीकेशन, जीपीएस ट्रेकिंग, मोबाइल चार्जिंग आदि की सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं। योजना में पंजीकृत महिला चालकों को ई-रिक्शा के लिये फेम योजना में 30 प्रतिशत सबसिडी दी जा रही है। इसके अलावा 37 हजार रुपये की सबसिडी और 7 प्रतिशत के ऊपर ब्याज पर भी सबसिडी दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं घोषणाओं में नहीं, बल्कि काम करने में विश्वास करता हूँ। हमारे काम का प्रमाण-पत्र प्रदेश की जनता देगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता की शक्ति से नए मध्यप्रदेश का निर्माण किया जाएगा।
मध्यप्रदेश को बनायेंगे स्वच्छ और सुरक्षित प्रदेश
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने इंदौर शहर के विकास और सफाई व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि इंदौर आकर मुझे बहुत प्रसन्नता होती है। यह शहर स्वच्छ है। यहाँ जोश और उमंग है। उन्होंने कहा कि इंदौर शहर को अब पूरी तरह सुरक्षित बनाया जाएगा। इसी के साथ सम्पूर्ण मध्यप्रदेश को स्वच्छ और सुरक्षित प्रदेश बनाया जाएगा।
कृषि के क्षेत्र में लाई जाएगी नई क्रांति
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा किसानों की क्रय शक्ति बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में नई चुनौतियाँ सामने आ रही हैं। प्रदेश में अब कम उत्पादन नहीं, बल्कि अधिक उत्पादन की चुनौती हमारे सामने है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम कैसे मिले, इसके लिये कारगर योजना बनाकर उसे क्रियान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में नई क्रांति लाई जाएगी। श्री कमल नाथ ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिये लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। औद्योगिक निवेश के लिये बेहतर वातावरण भी तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश बढ़ेगा, तो रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर इंदौर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये इंदौर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल द्वारा निर्मित थीम सांग का विमोचन किया। समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह, इंदौर जिले के प्रभारी गृह एवं जेल मंत्री श्री बाला बच्चन, लोक निर्माण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा, उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट तथा विधायक श्री संजय शुक्ला, श्री विनय बाकलीवाल, श्री प्रमोद टंडन, श्री सदाशिव यादव और नेता प्रतिपक्ष नगर निगम श्रीमती फौजिया शेख अलीम उपस्थित थे।
33 जिला समूहों की रेत खदानों के लिये 1234 करोड़ की निविदा प्राप्त
यह आज तक का सर्वाधिक रेत खनिज राजस्व, निविदा खोलने के दौरान मौजूद रहे खनिज मंत्री श्री जायसवाल
झाबुआ । प्रदेश में 36 जिला समूह की रेत खदानों के तीन वर्षीय संचालन के लिये आमंत्रित निविदाओं से 1234 करोड़ रूपये का राजस्व वार्षिक मिलेगा। शनिवार को म.प्र. राज्य खनिज निगम में इन जिला समूहों की निविदाएँ ऑनलाइन खोली गई। यह निविदा आमंत्रण राजस्व आज तक का सर्वाधिक होगा। खनिज मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल स्वयं म.प्र. राज्य खनिज निगम के मुख्यालय में निविदाएँ खोलने की प्रक्रिया के दौरान मौजूद रहे। प्रमुख सचिव खनिज और राज्य खनिज निगम के प्रबंध संचालक श्री नीरज मंडलोई के अनुसार पिछले तीन वर्षों में प्रतिवर्ष पूरे प्रदेश का रेत खनिज राजस्व 250 करोड़ के लगभग ही रहा है। वर्ष 2016-17 में रेत खनिज राजस्व 240 करोड़, वर्ष 2017-18 में 249 करोड़ और 2018-19 में 223 करोड़ प्राप्त हुआ था। शनिवार को खोली गई 36 जिला समूहों की निविदा सहित कुल 43 जिलों की रेत खदानों के लिये निविदा आमंत्रित की गई थी। शेष 7 जिला समूहों की निविदाओं की कार्रवाई प्रचलन में है। इन सभी 43 जिलों के लिये सरकारी आरक्षित मूल्य कुल 475 करोड़ रूपये रखा गया था।
न्याय व्यवस्था में समानता लाना सबसे बड़ी चुन©ती: मुख्यमंत्री कमल नाथ
मुख्यमंत्री द्वारा काॅन फाउंडेशन के सेमिनार का शुभारंभ
झाबुआ । मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि आज के संदर्भ में मजबूत जन-तंत्र के लिए न्याय पालिका, कार्यपालिका अ©र विधायिका में सुधार लाने की जरूरत है। सबक¨ न्याय मिले, समय पर मिले, इसमें समानता ह¨, आज हमारे सामने यह सबसे बड़ी चुन©ती है। मुख्यमंत्री शनिवार को भोपाल में मध्यप्रदेश विधानसभा सभागार में काॅन्फेडरेशन आॅफ एल्युमिनी नेशनल लाॅ यूनिवर्सिटी फाउंडेशन (काॅन) द्वारा आय¨जित सेमिनार क¨ संब¨धित कर रहे थे। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमारी म©जूदा व्यवस्था क¨ हर क्षेत्र में ह¨ रहे परिवर्तन¨ं के संदर्भ में देखना ह¨गा। उन्ह¨ंने कहा कि स्वतंत्रता अ©र समानता हमारे देश की एकता का आधार है, जिसे हम न्याय व्यवस्था के जरिए ल¨ग¨ं क¨ उपलब्ध करवाते हैं। कमलनाथ ने कहा कि पूरे विश्व में भारत जैसा क¨ई देश नहीं है अ©र न ही भारत जैसा किसी देश का संविधान है। उन्ह¨ंने कहा कि जब भारत आजाद हुआ, त¨ संविधान बनाने की चुन©ती थी। यह सबसे बड़ी चुन©ती थी क्य¨ंकि भारत विविधताअ¨ं का देश है। उत्तर से दक्षिण तक खाने अ©र पहनावे में ही विविधताएं हैं। ब¨लिय¨ं अ©र संस्कृतिय¨ं तथा रीति-रिवाज¨ं में विविधता है। ऐसे देश के लिए एक संविधान बनाना चुन©तीपूर्ण काम था। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी संविधान से कार्यपालिका, न्यायपालिका अ©र विधायिका अस्तित्व में आई अ©र कानून का शासन जैसे मूल तत्व हमें मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यह चुन©ती है कि दुनिया में ह¨ रहे परिवर्तन¨ं के साथ हम कैसे चलें अ©र कैसे उन्हें अपनाने में कामयाब ह¨ं। एक चुन©ती यह भी है कि परिवर्तन¨ं क¨ देखते हुए किस प्रकार के सुधार कार्यपालिका अ©र न्यायपलिका में करें। उन्ह¨ंने कहा कि हमारे पास उद्यमिय¨ं की सबसे बड़ी संख्या है। सबसे विशाल युवा मानव संसाधन है। अब से दस साल पहले ज्ञान अ©र टेक्न¨लाॅजी तक युवाअ¨ं की पहुँच सीमित थीं। आज इंटरनेट की वजह से यह बढ़ गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परिवर्तन क¨ न्यायपालिका, कार्यपालिका अ©र विधायिका क¨ कैसे अपनाना चाहिए, यह चुन©ती है। मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कहा कि इस बात पर गहनता से विचार करना चाहिए कि आने वाले समय में न्याय पालिका अ©र विधायिका क¨ मिलकर ल¨ग¨ं क¨ कैसे बेहतर व्यवस्था देना है। मध्यप्रदेश हाईक¨र्ट के मुख्य न्यायधीश जस्टिस ए.के. मित्तल ने कहा कि न्याय के लिए आधारभूत संरचना के साथ ही हमें न्यायिक व्यवस्था में भी मूलभूत परिवर्तन समय के साथ लाना ह¨गा। न्यायिक जागरुकता लाने के साथ ही जमीनी स्तर पर भी न्याय व्यवस्था में सुधार लाना ह¨गा। उन्ह¨ंने कहा कि कानून से जुड़े छात्र¨ं अ©र वकील¨ं सहित सभी क¨ मिलकर, अपनी कार्य प्रक्रिया में बदलाव लाकर, बेहतर न्याय की व्यवस्था बनाना है। उन्ह¨ंने कहा कि कानून की शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थी एक साल ग्रामीण क्षेत्र¨ं में जाकर इंटर्नशिप करें, ऐसी नीति बनानी ह¨गी। इससे हम ल¨ग¨ं की अपेक्षाएं जान सकेंगे। उन्ह¨ंने कहा कि कानून के छात्र अपनी शिक्षा के जरिए कैरियर त¨ बनाएं लेकिन साथ ही कर्तव्य की भावना से भी इस शिक्षा क¨ ग्रहण करें क्य¨ंकि यह ल¨ग¨ं क¨ न्याय दिलाने से जुड़ी हुई शिक्षा है। सुप्रीम क¨र्ट के जस्टिस ए.एम. खानविलकर ने कहा कि नेशनल लाॅ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र¨ं ने काॅन फाउंडेशन के जरिए शिक्षा अ©र स्वास्थ्य के क्षेत्र में सेवा की ज¨ पहल की है, वह सबसे बड़ी मानव सेवा है उन्ह¨ंने कहा कि हमारी न्याय प्रणाली की नींव का आधार भी समाज का वह वर्ग है, ज¨ गरीब है, साधन विहीन है। उसे न्याय मिले, यह इसका लक्ष्य है। खानविलकर ने कहा कि शिक्षा से उत्कृष्ट मानव विकास ह¨ता है। राष्ट्रीय विधि संस्थान इस दृष्टि से एक सक्षम मानव संसाधन तैयार कर रहा है।
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