जेएनयू फीस वृद्धि को लेकर शास्त्री भवन के सामने धरना - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 3 दिसंबर 2019

जेएनयू फीस वृद्धि को लेकर शास्त्री भवन के सामने धरना

jnu-fee-hike-teachers-students-stage-protest-in-front-of-shastri-bhawan
नयी दिल्ली, 02 दिसम्बर, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हॉस्टल फीस की वृद्धि को लेकर शिक्षकों और छात्रों ने सोमवार को मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में शिक्षक और छात्र हाथ में तख्तियां और बैनर लिए शास्त्री भवन के सामने एकत्र हुए और उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।गौरतलब है कि गत दिनों जवाहर लाल नेहरू शिक्षक संघ ने मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर उनसे मुलाकात का समय मांगा था लेकिन अभी तक उन्होंने समय नहीं दिया जिसके कारण शिक्षकों में गहरा आक्रोश है। मंत्रालय ने गत दिनों जेएनयू के मसले को सुलझाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था। लेकिन जेएनयू के शिक्षक और छात्र हॉस्टल फीस के मामले में अड़े हुए हैं। विश्वविद्यालय ने हॉस्टल फीस में आंशिक कटौती की थी लेकिन छात्र पूरी तरह इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं। शाम चार बजे के आस पास जब जेएनयू के शिक्षक शास्त्री भवन पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें प्रेस क्लब के पास रोक लिया। ये शिक्षक और छात्र वहीं सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन करने लगे और नारे भी लगाने लगे। पुलिस ने उन्हें चारो तरफ से घेर लिया था और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। शिक्षकों का कहना था कि जेएनयू के कुलपति के टकराव के रवैये के कारण विश्वविद्यालय में संकट गहरा गया है इसलिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। ये शिक्षक कुलपति को बर्खास्त करो शिक्षा को बेचना बन्द करो के नारे लगा रहे थे।

कोई टिप्पणी नहीं: