25 जनवरी को वाम पार्टियों द्वारा आयोजित मानव श्रृंखला में लेंगी भाग
पटना,14 जनवरी (आर्यावर्त संवाददाता) । बिहार राज्य विद्यालय रसोईया संघ (सम्बद्ध ऐक्टू) जल जीवन हरियाली के नाम पर 19 जनवरी को बनाई जा सरकारी रही मानव श्रृंखला का बहिष्कार करेगा। बिहार राज्य विद्यालय रसोईया संघ की महासचिव सरोज चौबे ने बताया कि सरकार हरियाली के नाम पर गरीब गुरबे लोगों को उजाड़ रही है। आगे उन्होंने बताया कि लम्बे समय से आन्दोलन रत रसोइयों की मांग सरकार ने पूरा नहीं किया। यहां तक कि 40 दिन की हड़ताल का मानदेय भी काट लिया। रसोइयों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देना, मानदेय 21 हजार करना जैसी मांगे तो दूर की बात है। यहां तक कि मध्यान्ह भोजन योजना को एनजीओ के हवाले कर दिया गया है जो सुरक्षा मानकों का ध्यान तक नहीं रखते।
केंद्र सरकार सीएए, एनपीआर व एन आरसी जैसे काले कानून ले आ रही है
पहले तो राज्य सरकार ने संसद में वोट देकर सीएए को किनून बनाने में मदद पहुंचाया , अब कह रही है कि बिहार में एनपीआर लागू नहीं होगा। सीएए, एनपीआर व एनआरसी तीनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। महिलाओं, गरीबों के पास वैसे कागजात नहीं हैं जो मांगे जा रहें हैं।रसोइया संविधान पर हो रहे हमले के खिलाफ गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भाकपा -माले समेत छह वाम पार्टियों द्वारा जिला मुख्यालयों पर आयोजित मानव श्रृंखला में भाग लेंगी।
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