शिक्षाविद एवं कवि ओबैद सिद्दीकी का निधन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 10 जनवरी 2020

शिक्षाविद एवं कवि ओबैद सिद्दीकी का निधन

obaid-siddiqi-passes-away
नयी दिल्ली, 10 जनवरी, कवि एवं शिक्षाविद् ओबैद सिद्दीकी का निधन गाजियाबाद के एक अस्पताल हो गया। वह 63 साल के थे । सिद्दीकी के सहकर्मी ने इसकी जानकारी दी ।  सिद्दीकी के सहकर्मी रहे कुर्बान अली ने बताया कि सिद्दीकी कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे थे और उनका इलाज गाजियाबाद के कौशाम्बी में पिछले एक सप्ताह से चल रहा था । उन्होंने बताया कि उनका निधन बृहस्पतिवार सुबह हो गया। उनके परिवार में एक बेटी और दो भाई हैं।  अली ने कहा कि उन्हें जामिया कब्रिस्तान में शुक्रवार की नमाज के बाद सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। उनका जन्म मेरठ में 1957 में हुआ और उन्होंने उच्च शिक्षा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से हासिल की और 1988 में ऑल इंडिया रेडियो से जुड़ गए। इसके बाद वह बीबीसी की उर्दू सेवा में काम करने के लिए लंदन चले गए और वहां वह 1996 तक रहे। इसके बाद 2004 में वह जामिया मिल्लिया इस्लामिया के एजेके जन संचार अनुसंधान केंद्र से जुड़ गए और बाद में इसके निदेशक बने। उन्होंने एनडीटीवी के साथ भी काम किया और वह उर्दू कवि के रूप में भी जाने जाते हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: