पटना,31 दिसम्बर. दो माह नवम्बर और दिसम्बर में सड़क दुर्घटना में पांच ईसाई मारे गए.इसमें फादर मैथ्यू ओराथल भी हैं.वहीं बेतिया से कुर्जी पटना आने वाले पास्काल मास्टर की पुत्रवधु बेर्नाडेक्त फ्रांसिस के निधन होते ही स्वर्णीम अध्याय का अंत हो गया. बेतिया से कुर्जी पटना पास्काल मास्टर आए थे. इनके साथ बेतिया से कुर्जी पटना में आने वाले प्रथम लोगों के साथ थे पास्काल मास्टर.सबसे पहले बेतिया से आए थे.एक धर्मप्रचारक थे. साप्ताहिक संजीवन न्यूज पेपर को ईसाई परिवारों तक पहुंचाने में मिशन की सहायता करते थे.इनका दो विवाह हुआ था. प्रथम विवाह से एक पुत्र फ्रांसिस पास्काल और चार पुत्रियां मेरी रफायल, सिसिलिया पीटर, फिलोमिना और एलिजाब़ेथ थीं. दामाद रफायल,पीटर बिलासियुस, केरोबिन सोलोमन और एक नाम उपलब्ध नहीं है.सभी का विवाह होने के बाद बाल बच्चे हैं. मेरी व रफायल के पुत्र लौरेंस धर्मसमाज में प्रवेश कर गए हैं.अभी फादर लौरेंस आसनसौल में पदस्थापित हैं.इनके बाल बच्चे अच्छे हैं.नूतन वर्ष की शुभकामनाएं दे रहे हैं. पुत्र फ्रांसिस पास्काल की पत्नी बेर्नाडेक्त फ्रांसिस का निधन 2019 में हुआ.इस तरह पास्काल मास्टर का प्रथम विवाह से होने वाले पुत्र,पुत्रवधु और पुत्रियों का निधन हो गया.पुत्र फ्रांसिस पास्काल की पत्नी बेर्नाडेक्त फ्रांसिस,पुत्री मेरी रफायल का पति रफायल. पुत्री सिसिलिया पीटर का पति पीटर बिलासियुस.पुत्री फिलोमिना पति नाम उपलब्ध नहीं .पुत्री एलिजाब़ेथ केरोबिन पति केरोबिन सोलोमन. बताते चले कि पास्काल मास्टर का द्वितीय विवाह से होने वाले बाल-बच्चे अच्छे हैं और नव वर्ष 2020 में प्रवेश करने को उतावले हैं.
हादसा का दो माह
नवम्बर और दिसम्बर माह हादसा का माह रहा.साल 2019 के दो माह में 5 ईसाई घरों में आफत बनकर आयी.बिहार,झारखंड और पश्चिम बंगाल से आयी सड़क दुर्घटना ने कोहराम मचा दिया. हादसा का शिकार होने वालों में फादर मैथ्यू ओराथल हादसा वाले दो माह को टा-टा बाई-बाई कर दें.परमात्मा से दुआ करें कि इसकी परछाई नूतन वर्ष पर न पड़े. यह जरूरी है कि राह चलते ध्यान भंग न हो.सर्तकता हटी और दुर्घटना घटी के आलोक में राह की दूरी तय करें.
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