टाटा स्टील के कर्मचारी ने की आत्महत्या, परिजनों ने मुआवजे के बाद अंतिम संस्कार करने की बात कही - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 27 फ़रवरी 2020

टाटा स्टील के कर्मचारी ने की आत्महत्या, परिजनों ने मुआवजे के बाद अंतिम संस्कार करने की बात कही

जमशेदपुर में के टाटा स्टील परिसर में एक कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं परिजनों का कहना है कि टाटा स्टील जब तक बकाये का भुगतान और मुआवजा नहीं देती तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.
tata-steel-worker-comit-sucide
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) टाटा स्टील परिसर में मंगलवार की सुबह बागबेड़ा निवासी उमेश पांडेय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या के मामले में नया मोड़ सामने आया है. मृतक के परिजनों का कहना है कि टाटा स्टील जब तक बकाया भुगतान और मुआवजा नहीं देती तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. बुधवार को मृतक के परिजनों ने बिष्टुपुर थाना में टाटा स्टील कंपनी में कार्यरत अधिकारियों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. टाटा स्टील में कार्यरत अकाउंटेंट उमेश पर 6 महीने से 9 लाख रुपए के कंटेनर खरीदने का दबाव बना रहा था. मृतक के परिजनों ने बताया तकरीबन पच्चीस लाख तक की राशि टाटा स्टील के अधिकारियों के पास बकाया है. जिस बिल का अब तक भुगतान नहीं किया गया है. परिजनों का कहना है कि कंपनी के अधिकारियों ने उमेश पांडे को आत्महत्या के लिए प्रेरित किया है. उमेश तकरीबन 20 वर्षों से टाटा स्टील में ठेकेदार के रूप में कार्य कर रहा था. 6 महीना पहले से टाटा स्टील से बकाया राशि नहीं दी गई थी, जिसके कारण उमेश ने मंगलवार की सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.

कोई टिप्पणी नहीं: