जादूगोड़ा निवासी संतोषी बेरा नाम की एक महिला को एक महिला अधिवक्ता ने अपने घर में कैद कर रखा है. गायब महिला के परिजनों की शिकायत पर पता चला है कि वो एक अधिवक्ता के घर में है. वहीं परिजनों ने महिला अधिवक्ता पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) जादूगोड़ा निवासी संतोषी बेरा को एक महिला अधिवक्ता ने अपने घर में कैद कर रखा है. मामले का खुलासा तब हुआ जब गायब महिला के परिजन जिले के पुलिस इंस्पेक्टर के पास न्याय की गुहार लगाने पहुंचे. जिस महिला को कैद कर रखा गया है. वह महिला संतोषी बेरा है. महिला के परिजनों ने बताया कि दिनांक 19 फरवरी को महिला अपने घर से शौचालय जाने की बात कह कर घर से निकली थी. आठ दिनों के बाद भी महिला वापस नहीं लौटी. जब महिला वापस नहीं लौटी तो स्थानीय थाना में गुमशुदगी का एक मामला दर्ज कराया गया. एक दिन बाद 20 फरवरी को साकची के महिला थाना से जादूगोड़ा से गायब महिला के मायकेवालों के पास फोन आया और कहा गया कि आपकी बेटी ने परिवारवालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. महिला अपने पति से तलाक लेना चाहती है. पीड़ित महिला के परिजन साकची स्थित महिला थाना पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें बताया कि आपकी बेटी अपने पति से तलाक चाहती है. महिला के परिजनों ने बताया कि इन सबके पीछे आरटीआई थाना अंतर्गत एमआईजी की रहने वाली एक महिला अधिवक्ता का हाथ है. संतोषी बेरा तलाक के बारे में कुछ नहीं कह रही है. उसकी दिमागी हालत भी ठीक नहीं है. अधिवक्ता जबरन प्राथमिकी दर्ज कराकर तलाक दिलाना चाहती हैं. पीड़ित के परिजनों ने महिला अधिवक्ता पर आरोप लगाया कि महिला अधिवक्ता देह व्यापार कराना चाहती है और बहला-फुसलाकर तलाक दिला रही है. पीड़िता के पूरे परिवार ने एसपी को एक पत्र लिखकर गुहार लगाई है. परिजनों का कहना है कि न्याय नहीं मिला तो पूरे परिवार सहित आत्मदाह कर लेंगे.
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