अरुण शाण्डिल्य (बेगूसराय) लक्खीसराय में निजामुद्दीन तब्लीगी जमात में शामिल हुए कई जमातियों के कजरा जंगल में छिपे होने की चर्चा जोरों पर है।शिवडीह के ग्रामीणों ने धावा बोलकर एक एक शख्स को पकड़ने में सफलता प्राप्त कर लिया है।उसके साथ के बाकी लोग तो भाग निकले,साथ ग्रामीणों का कहना है कि यह मरकज में शामिल हुए जमाती है,लेकिन ये बात अभी तक पूर्णतः स्पष्ट नहीं हो सका है।पकड़े गए शख्स ने ग्रामीणों ने सिर्फ इतना ही बताया है कि वह नवादा का रहने वाला है।ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी थी,किन्तु पुलिस पहुंची ही नहीं।पुलिस खुद ऐसे संदिग्धों के पास जाने से बच रही है।जबतक उसके पास पीपीटी किट न हो।
कई दिनों से ये तब्लीगी जंगलों में छिपे थे
ग्रामीणों बताया कि उनलोगों को सूचना मिली थी कि वे लोग पाँच की संख्या में हैं,और वे लोग जंगल में रह रहे हैं।जब ग्रामीण पहुँचे तो सभी वहाँ से फरार होकर शिवडीह एरिया में भाग निकले।जिसके बाद फिर ग्रामीणों ने शिवडीह में सभी को जा घेरा,किन्तु वहाँ भी एक ही पकड़ा गया और बाकी भाग निकलने में सफल हो गए।फिलहाल यह पुलिस के जाँच की विषय है कि भागा हुआ और पकड़ा गया शख्स जमाती है या नहीं।जिसके बारे में ग्रामीण दावा कर रहे हैं कि ये सभी जमाती हैं।अगर ऐसे में ये लोग जमाती हैं या नहीं भी हैं तो दोनों ही बातों से ही खतरे की आसार तो नजर आता ही है।आपको बता दें कि जमात में शामिल हुए लोगों के बारे में आईबी पहले ही बिहार पुलिस को बता चुकी थी,जिसके बाद कई जगहों पर छापेमारी भी हुई और कुछ जमाती पकड़े भी गए।आगे बताते चलूँ कि तब्लीगी जमात में हजारों लोग शामिल हुए थे।उसमें करीब 1200 से अधिक कोरोना पॉजिटिव निकल चुके है ।ये जहाँ भी गए हैं वहाँ पर कोरोना संक्रमण बढ़ता गया है।ऐसे में इनलोगों को खोज-खोज कर कोरोना टेस्ट कराया तो जा रहा है।पर टेस्ट तो उन्हीं का हो रहा है जो पकड़े जा रहे हैं।आज और भी ना जाने कोरोना का संक्रमण लिए कहाँ कहाँ छुपे हुए हैं।
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