पूर्वी सिहभूम के उपायुक्त ने कोविड-19 को लेकर मास्टर प्लान तैयार किया है. जिसके लिए जिला प्रशासन ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जितने भी सरकारी अस्पताल हैं वहा पर आईसोलेशन वार्ड बना रखा है और इसे तीन भागों में बांटा दिया है.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) : कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या का झारखंड में लगातार बढना चिंता का विषय बन गया है. हालांकि जमशेदपुर में अभी तक कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन फिर भी इससे निपटने के लिए पूर्वी सिंहभूम जिला के उपायुक्त रवि शकंर शुक्ला की पहल पर जिला प्रशासन ने अपना मास्टर प्लान तैयार कर लिया है. जिसमें जिला प्रशासन ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जितने भी सरकारी अस्पताल हैं, वहां पर आईसोलेशन वार्ड बना रखा है और इसे तीन भागों में बांटा दिया है. पहला कोविड केयर सेंटर, दूसरा डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर और तीसरा डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाया गया है. तीनों सेंटर को मिलाकर करीब 1099 बेड तैयार किए गए है. तीनो जगहों में अलग अलग तरह के कोरोना संक्रमित मरीज रखे जाएंगे और उनके आवश्यकता के अनुसार सुविधाएं दी जाऐंगी. जिले में 195 बेड के 12 कोविड सेंटर बनाए गए हैं. जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र 8, एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोनारी स्थित भारत सेवा संघ के आश्रम, टाटा-घाटशिला पथ के भिलाई पहाड़ी स्थित सेट जाॅसेफ अस्पताल और टाटा मोटर्स अस्पताल शामिल हैं. सुरक्षा सुरक्षा के मद्देनजर 284 बेड के चार डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर बनाए गए हैं. जिसमें एम जी एम मेडिकल कालेज मे 100,सदर अस्पताल में दस, रेलवे कोच में 160 और यूसीआएल में 4 आईसीयू बेड, सहित 14 बेड की व्यवस्था की गई है. जिसमें टाटा मुख्य अस्पताल मे 600 बेड की व्यवस्था की गई हैं. जिसमे 73 आईसीयू है और वही टाटा मोटर्स अस्पताल में भी 20 बेड तैयार किया गया है, जिसमें तीन आईसीयू हैं.
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