विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 11 मई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 12 मई 2020

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 11 मई

श्रमिक एक्सप्रेस से विदिशा पहुंचे, 484 मजदूर अपने गृह जिले की ओर रवाना हुए 

vidisha-newsराज्य सरकार द्वारा लॉक डाउन अवधि के दरम्यिन प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को वापिस अपने-अपने गृह जिलो में भेजने के लिए विशेष प्रबंध किए गए है। केरल राज्य के कासरगौद से रवाना हुई श्रमिक एक्सप्रेस आज 11 मई की प्रातः सवा सात बजे विदिशा स्टेशन पहुंची। श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन से यहां 16 जिलो के 484 मजदूरो को अपने-अपने गृह जिला भेजने के प्रबंध जिला प्रशासन द्वारा सुनिश्चित किए गए थे। बसो से रवाना होने वाले श्रमिको का स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सबसे पहले परीक्षण किया गया इसके पश्चात् नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन के द्वारा रेल्वे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक के बाहरी प्रवेश द्वार पर प्रवासी मजदूरो को मास्क व नाश्ते के पैकेट प्रदाय किए गए। जबकि भोजन के पैकेट बसो के अन्दर ही उपलब्ध कराए गए है। 

जायजा
नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, कलेक्टर डॉ पंकज जैन विदिशा रेल्वे स्टेशन के प्लेटफार्म पर मजदूरो के लिए क्रियान्वित व्यवस्था पर नजर रखी वही बीच-बीच में संवाद स्थापित कर जायजा लिया।  वही मौजूद चिकित्सा पैरामेडिकल स्टाप के कार्यो पर भी नजर रखे हुए थे। प्लेटफार्म नम्बर एक के प्रवेश द्वार पर बसो की आवाजाही पर भी उनकी चौकस नजर थी। बार-बार एलाउन्समेंट कराने के बाद अन्य अधिकारियों से चर्चा पूछते थे की कोई अमूक जिले का श्रमिक छूट तो नही गया है। 

उदघोषणा
रेल्वे स्टेशन के उदघोषण कक्ष का संचालन डिप्टी कलेक्टर श्रीमती आरती यादव ओर एलाउंसमेंट करने वाले श्री विजय श्रीवास्तव के द्वारा प्रवासी मजदूरो को हर पल की सूचनाएं उद््घोषणाओं के माध्यम से दी जा रही थी जिसमें खासकर किस जिले के प्रवासी मजदूरो को सबसे पहले उतरना है इसके बाद जिलेवार की जानकारियां दी गई वही प्लेटफार्म नम्बर चार की ओर और प्लेटफार्म नम्बर एक की ओर किन-किन जिलो के प्रवासी मजदूरो के बस में बैठने हेतु पहुंचना है कि सरल व सहज भाषा में उद्घोषणाएं जारी रही।

मेडीकल टीम
श्रमिक एक्सप्रेस से आने वाले प्रवासी मजदूरो के स्वास्थ्य परीक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार ने बताया कि श्रमिको के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु 12 मेडीकल टीमे, तीन सेनेटाइजर टीमे तैनात की गई थी। प्रत्येक टीम मे तीन-तीन अधिकारी  कर्मचारी को शामिल किया गया है। मेडीकल टीम के चिकित्सा अधिकारियों एवं उनके सहायक अन्य पैरामेडिकल स्टाप द्वारा कोविड-19 संबंधित स्क्रीनिंग एवं स्वास्थ्य परीक्षण प्रोटोकाल का पालन करते हुए कोरोना वायरस से बचाव हेतु स्वास्थ्य शिक्षा दी गई है। प्रवासी मजदूरो को बसो से रवाना करने के उपरांत रेल्वे स्टेशन एवं उसके आस-पास के परिसर को सेनेटाइजर द्वारा निसंक्रमित किया गया है।  

बसो से रवाना
श्रमिक एक्सप्रेस से विदिशा रेल्वे स्टेशन पर उतरे 16 जिलो के प्रवासी श्रमिको को उनके अपने गृह जिला तक पहुंचाने के लिए वाहनो के प्रबंध सुनिश्चित किए गए थे। जिला परिवहन अधिकारी श्री गिरजेश वर्मा ने बताया कि छोटे बडे कुल 35 वाहनों का उपयोग किया गया है। केरल राज्य के कासरगौद से आई श्रमिक एक्सप्रेस में विदिशा रेल्वे स्टेशन पर प्रदेश के 16 जिलो के श्रमिक उतरे जिनकी जानकारी जिलेवार इस प्रकार से है। सीधी के 260, होशंगाबाद के दस, भोपाल के पांच, आगर मालवा के तीन, खरगौन व देवास जिले के एक-एक, सतना के 24, पन्ना के 26, छतरपुर के तीन, जबलपुर के 17, शहडोल के  छह, सिंगरौली के 17, रीवा के 63, सागर के एक, कटनी के 45 और अन्य 23 को बसो के माध्यम से गृह जिलो की ओर रवाना किया गया है। 

कार्यालयीन अधिकारियों, कर्मचारियों की स्क्रीनिंग 

vidisha newsमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार ने बताया कि कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण को रोकने ओर बचावों के उपायो से अवगत कराने हेतु स्वास्थ्य विभाग की मेडीकल टीम द्वारा शासकीय कार्यालयों में पदस्थ अधिकारियों, कर्मचारियों के स्वास्थ्य परीक्षण और सोशल डिस्टेन्सिग के प्रोटोकाल का पालन करने हेतु अवगत कराया जा रहा है।  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अहिरवार ने बताया कि सोमवार के मेडीकल टीम के द्वारा जिला मुख्यालय के शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पहुंचकर शिक्षा विभाग के 81 अधिकारी, कर्मचारियों का कोविड-19 संबंधी स्क्रीनिंग एवं स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत सोशल डिस्टेन्सिग एवं अन्य प्रोटोकाल के पालन से अवगत कराया है। संस्था की प्राचार्य श्रीमती चारू सक्सेना एवं ग्यारसपुर के खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री आरके जैन के स्वास्थ्य का भी परीक्षण किया गया है।  संस्था की प्राचार्यो श्रीमती सक्सेना के सुझाव पर कक्षा दसवीं की परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकनकर्ता एवं डिप्टी वेल्यूलर उत्तरपुस्तिका जमा करने आ रहे जिनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाना उचित होगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम को प्राप्त निर्देशो के अनुपालन में डॉ वीके शर्मा एवं सहायक श्री विनोद कृष्ण शर्मा तथा दूसरी टीम में डॉ पुनीत महेश्वरी और उनके सहायक श्री अरूण कुमार जैन के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।  

सफलता की कहानी : दूसरे राज्यों में दिक्कतो का सामना करना पड़ा, पर मध्यप्रदेश में नहीं

सम्पूर्ण देश में लॉकडाउन प्रभावशील होने पर प्रदेश के प्रवासी मजदूरो को वापिस उनके गृह जिलो के तक पहुंचाने के प्रबंध क्रियान्वित है। विदिशा रेल्वे स्टेशन पर सोमवार 11 मई को केरल राज्य के कासरगौद से रवाना हुई श्रमिक एक्सप्रेस में से 484 श्रमिक विदिशा रेल्वे स्टेशन पर उतरें। विभिन्न 16 जिलो के इन श्रमिको को उनके गंतव्य स्थलों तक वाहनो से रवाना किया गया है। श्रमिक एक्सप्रेस से उतरने वाले प्रवासी मजदूरो से चर्चा करने के उपरांत अधिकांशों ने एक मत से कहा कि हमें दूसरो राज्यों में दिक्कतो का सामना करना पडा किन्तु हमारे प्रदेश मध्यप्रदेश में ऐसी परिस्थितियां कही नही बनी। मुख्यमंत्री जी के द्वारा विशेष ट्रेनो, बसों से घर पहुंच सेवा दी गई है के हम सब सदैव ऋणी रहेगे। केरल राज्य से लौटे सीधी जिले के धनोर ग्राम के निवासी शोभना ने वापसी के लिए किए गए प्रबंधो पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि अब मैं केरल नही जाऊंगा, वहां की यादों को स्मृति बनाए रखने हेतु सुपारी का पौधा लेकर आया हूं जिसे मैं अपने गांव के मकान में लगाऊंगा। क्रमांक 62

सफलता की कहानी : प्रशासन की मदद से छात्र-छात्राएं लौटी अपने घर की ओर रवाना हुई

लॉकडाउन अवधि के दौरान विदिशा के एसएटीआई कॉलेज के छात्र श्री मयूर सोनी एवं छात्रा कुमारी  आंकाक्षा सिंह लॉकडाउन अवधि के कारण अपने गृह निवास नही पहुंच पा रहे थे। ऐसे समय उनके द्वारा प्रशासन से सम्पर्क किया गया और आज प्रशासन की मदद से वे अपने घर की ओर रवाना हुए है।  मुख्यमंत्री के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए छात्र मयूर सोनी ने चर्चा के दौरान बताया कि मूलतः गाडरवाडा के रहने वाले है। लॉकडाउन के कारण अब तक घर नही पहुंच  पा रहे थे ऐसे समय प्रशासनिक अधिकारियों की मदद ने हमें सबल बनाया है ओर घर तक पहुंचने का साधन उपलब्ध कराया है।  इसी प्रकार के विचार छात्रा कुमारी आकांक्षा सिंह ने व्यक्त करते हुए कहा कि बहुत दिनों से अपने घर नरसिंहपुर जाने की प्रबल इच्छा जिसे आज प्रशासन के सहयोग से संभव हुई है।

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