लॉकडाउन के दौरान गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने को लेकर सरकार गंभीर : संजीव सरदार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 2 जून 2020

लॉकडाउन के दौरान गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने को लेकर सरकार गंभीर : संजीव सरदार

झारखंड सरकार के माध्यम से जमशेदपुर में तीन प्रमुख योजनाओं की शुरुआत की गई है. इसके तहत मजदूरों को रोजगार देने का काम किया जाएगा. विधायक संजीव सरदार ने तीन बागवानी योजना शुरू की है.
government-serious-on-rural-area
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता)  लॉकडाउन के दौरान मनरेगा मजदूरों को गांव में ही रोजगार देने के उद्देश्य से झारखंड सरकार ने बागवानी योजना शुरू की. बता दें कि बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत तेंतला पंचायत में तीन बागवानी योजना शुरू की गई है. जिसका विधिवत शुभारंभ पोटका के विधायक संजीव सरदार ने किया इस दौरान पोटका के बीडीओ कपिल कुमार, मुखिया दीपांतरी सरदार, पंचायत समिति सदस्य अनीता सिंह, बीपीआरओ मनोज कुमार समेत अनेक लोग उपस्थित रहे. यह योजना तेंतला पंचायत के गितिलता निवासी मनजीत सिंह, सुधाकर सिंह और बड़ा बांदुआ के जगन्नाथ सरदार के एक-एक एकड़ जमीन में शुरू किया गया है. वहीं, उदघाटन के अवसर पर विधायक संजीव सरदार ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने को लेकर सरकार गंभीर है. इसी उद्देश्य के तहत गांव के लोगों को मनरेगा के तहत रोजगार देने का काम किया जा रहा है. झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जरिए राज्य में तीन प्रमुख योजनाओं को लाया गया है. जिसमें बिरसा हरित ग्राम योजना, पोटो हो खेल विकास योजना और निलाबंर-पितांबर जल समृद्धि योजना शामिल है. विधायक ने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से जहां गांव में विकास का काम होगा. वहीं, गांव की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. वर्तमान में काफी संख्या में प्रवासी मजदूर लौट रहे हैं, जिसे गांव में ही रोजगार दिया जायेगा. गांव के लोगों से अपील है कि वह मनरेगा के तहत काम की मांग करें, तो उन्हें निश्चित रूप से रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा. इस अवसर पर मुख्य रूप से बीपीओ अजय कुमार, मरियम मसिह, रोबिन मुर्मू और सुदीप हांसदा उपस्थित रहे.

कोई टिप्पणी नहीं: