दरभंगा : दूरस्थ शिक्षण संस्थानों को बचाने के लिए विनोद चौधरी ने की मांग - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 12 जुलाई 2020

दरभंगा : दूरस्थ शिक्षण संस्थानों को बचाने के लिए विनोद चौधरी ने की मांग

binod-chaudhry-demand-cm-save-distance-learning
दरभंगा (आर्यावर्त संवाददाता) बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य प्रोफेसर विनोद कुमार चौधरी ने बिहार के मुख्यमंत्री से मांग की है कि बिहार के विश्वविद्यालयों में चल रहे दूरस्थ शिक्षण संस्थानों को बंदी से बचाने के लिए व्यक्तिगत प्रयास करनीच।हिए शिक्षण संस्थान पर संकट गहराता जा रहा है विश्वविद्यालय अधिकारियों  का प्रयास विफल साबित हो रहा हैl यूजीसी ने पिछले दिनों एक शर्त लगा दिया कि उन्हीं विश्वविद्यालयों में दूरस्थ शिक्षा चलेगा जिन्हें नेट द्वारा ए प्लस का ग्रेड मिला हो और बिहार के किसी विश्वविद्यालय को ए प्लस प्राप्त नहीं है। समाचार पत्रों से यह भी ज्ञात हो रहा है की कोरोना संक्रमण के कारण यूजीसी अपने शर्त में कुछ ढील देकर इसे ए करने की तैयारी में है लेकिन इससे भी मिथिला विश्वविद्यालय को लाभ नहीं मिलेगा और यदि यूजीसी से दो इंजन वाली बिहार सरकार उच्च स्तर पर बातचीत नहीं करती तो दूरस्थ शिक्षा में ताला लटक जाएगा और हजारों हजार जो बेरोजगार या नौकरी पेशा वाले व्यक्ति यहां से विभिन्न कोर्सों से डिग्री प्राप्त करते थे वह वर्तमान परिस्थिति में संभव नहीं होग। प्रोफेसर चौधरी ने कहा कि मिथिला विश्वविद्यालय प्रक्षेत्र के सभी सांसद एवं विधायकों को इस दिशा में पहल करनी चाहिए तथा मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्री से बात करनी चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं: