मधुबनी : कांग्रेस में थी,कांग्रेस में हूं और कांग्रेस में ही रहूंगी : भावना झा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 19 अगस्त 2020

मधुबनी : कांग्रेस में थी,कांग्रेस में हूं और कांग्रेस में ही रहूंगी : भावना झा

मधुबनी जिला के बेनीपट्टी विधानसभा से वर्तमान में विधायक हैं भावना झा।2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उनको 6 साल के लिए निलंबित कर दिया गया था...
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मधुबनी,19 अगस्त। पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद को कांग्रेस पार्टी ने 6 साल के लिए निलंबित कर दिया था। इनके साथ मधुबनी जिला के बेनीपट्टी विधानसभा से वर्तमान में विधायक भावना झा को भी 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उनको 6 साल के लिए निलंबित कर दिया गया था।कांग्रेस में थी,कांग्रेस में हूं और कांग्रेस में ही रहूंगी..यह वक्तव्य है बेनीपट्टी विधायक भावना झा जी का।  मंगलवार को भावना झा के निलंबन मुक्त की सूचना कांग्रेस पार्टी के महासचिव मोतीलाल वोरा ने पत्र लिखकर बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को भी दे दी है।आधिकारिक तौर कांग्रेस में वापस हुई हैं। कागजी तौर पर भले ही आज उनकी वापसी हुई है पर सच तो यही है कि इनका वैचारिक और राजनीतिक जुड़ाव कांग्रेस के साथ अटूट बना रहा।कांग्रेस में थी,कांग्रेस में हूं और कांग्रेस में ही रहूंगी..यह वक्तव्य है बेनीपट्टी विधायक भावना झा जी का।  विदित है कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर के राज्य में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है। अब जबकि यह स्पष्ट हो गया कि विधानसभा चुनाव अपने तय समय पर ही होगा तो ऐसा में सभी राजनीतिक दल अपने अपने तरीके से चुनावी रणनीति बनाने में जुट गई है। चुनाव नजदीक आते ही जहां एक तरफ दलबदल की राजनीति शुरू हो गई तो वहीं दूसरी तरफ पार्टियों के द्वारा बागियों को मनाने की कवायद भी तेज हो गई है। अब इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी ने अपने निलंबित विधायक भावना झा का निलंबन वापस ले लिया है। भावना मधुबनी जिला के बेनीपट्टी विधानसभा से वर्तमान में विधायक है और 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उनको 6 साल के लिए निलंबित कर दिया गया था। भावना झा के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद को भी कांग्रेस पार्टी ने 6 साल के लिए निलंबित कर दिया था। भावना झा के निलंबन मुक्त की सूचना कांग्रेस पार्टी के महासचिव मोतीलाल वोरा ने पत्र लिखकर बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को भी दे दी है।वैसे पिछले कुछ दिनों से लगातार इस बात के कयास लगाए जा रही थी कि जल्द शकील अहमद और भावना झा की कांग्रेस पार्टी में वापसी हो जाएगी उनको निलंबन मुक्त कर दिया जाएगा लेकिन फिलहाल जो खबर निकल कर सामने आ रही है उसमें भावना झा का निलंबन वापस ले लिया गया है लेकिन शकील अहमद के बारे में कोई जानकारी फिलहाल नहीं है। वैसे सूत्रों की माने तो भावना झा की कांग्रेस में वापसी के बाद अब जल्द ही पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद की भी घर वापसी हो सकती है।


गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में शकील अहमद ने पार्टी गाइडलाइन से इतर मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी ताल ठोक दिया था। लोकसभा चुनाव में भावना झा ने खुले तौर पर शकील अहमद के पक्ष में वोट मांगा था जिसके कारण इन दोनों ही नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने के कारण 6 वर्ष के लिए निलंबित कर दिया था। लोकसभा चुनाव 2019 में महागठबंधन को मिली करारी हार के बाद अब कांग्रेस और आरजेडी के रिश्तों में दरार पड़ती नजर आ रही है।कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद को मधुबनी लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने पर पार्टी से ‘‘तत्काल प्रभाव से’’ निलंबित कर दिया। चुनाव के एक दिन पहले निलंबित किया गया था। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव मोतीलाल वोरा द्वारा राजधानी दिल्ली में जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार शकील को पार्टी के खिलाफ जाने के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। शकील ने 2004 में कांग्रेस के लिए मधुबनी सीट जीती थी। कांग्रेस ने इसके अलावा मधुबनी के बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली कांग्रेस विधायक भावना झा को भी ‘‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’’ के लिए निलंबित कर दिया है। शकील के पिछले महीने नामांकन पत्र दाखिल करने के समय झा उनके साथ थीं और दावा किया था कि उन्हें जिला कांग्रेस का समर्थन प्राप्त था। बिहार में लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद महागठबंधन में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था। महागठबंधन को बिहार में 40 में से केवल एक सीट पर जीत मिली। किशनगंज में कांग्रेस ने जीत दर्ज की।तब कांग्रेस नेता आरजेडी के सीट बंटवारे के रवैये को करारी हार के जिम्मेदार ठहरा रहे थे। महागठबंधन की करारी हार पर मधबुनी के बेनीपट्टी से कांग्रेस की विधायक बागी भावना झा ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी।पार्टी से निलंबित भावना झा ने कहा कि मधुबनी सीट मुकेश सहनी की अगुवाई वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को देना खराब निर्णय था। वह भी उस तरह के उम्मीदवार को देना जो टिकट खरीद कर लाया था। बताते चलें कि मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी उम्मीदवार अशोक कुमार यादव ने विकासशील इंसान पार्टी के उम्मीदवार बद्री कुमार पूर्वे को 454940 मतों से पराजित किया।यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री और निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. शकील अहमद तीसरे स्थान पर रहे।

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