विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 06 अगस्त - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 6 अगस्त 2020

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 06 अगस्त

जनसेवा के रूप में मनाया गया भार्गव का जन्मदिन

vidisha news
विदिशाः- विदिशा विधायक शशांक भार्गव के जन्मदिन के उपलक्ष्य में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा जनसेवा के रूप में अलग-अलग कार्यक्रम रखे गये, जिसमें प्रातः 10 बजे असंगठित कामगार कांगे्रस के आव्हान पर 15 से अधिक कार्यकर्ताओं ने ब्लड बैंक पहुॅचकर रक्तदान किया। रक्तदान करने वालों में प्रमुख रूप से अजय कटारे, दीवान किरार, देवेन्द्र दांगी, डाॅ. राजेन्द्र दांगी, बाबूपाल, ओ.पी.सोनी, ललित तिवारी, दशन सक्सेना, सुमित मोतियानी, नवीन कोठारी, सोनू राजपूत, संजीव प्रजापति, हिमान्सु लोधी, सुरेन्द्र रघुवंशी तत्पश्चात मानव सेवा न्यास पहुॅचकर एनएसयूआई प्रमुख संजीव प्रजापति एवं उनके सहयोगियों द्वारा गरीब निशक्तजनो को भोजन की व्यवस्था की गई एवं सायं 4 बजे विधायक जी के निवास पर माध्यमिक शिक्षा मण्डल बोर्ड द्वारा आयोजित कक्षा 10वी एवं 12वी की परीक्षा में जिला स्तर एवं प्रदेश स्तर पर मेरिट लिस्ट में आने वाले प्रतिभावान विदिशा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत स्कूलों के 20 छात्र-छात्राओं को विधायक शशांक भार्गव एवं उनकी धर्मपत्नि श्रीमति पूनम भार्गव जी के द्वारा साल, श्रीफल, मैडल एवं प्रति छात्र 1100 रूपये की राशि प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान की गई। उन्होने सभी छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुये कहा कि आप लोग आगे भी महनत ओर लगन से आगामी कक्षाओं की तैयारी करे ओर विदिशा का नाम प्रदेश में ही नहीं सम्पूर्ण राष्ट्र में रोशन हो ऐसी में आप लोगों से कामना करता हॅू शिक्षा के क्षेत्र में जिले के अन्य छात्र-छात्राये भी आपसे प्रेरणा प्राप्त कर आगे बढेगे। सायंकाल शहर के प्रमुख मंदिर बाढवाले श्रीगणेश मंदिर, श्री रंगई हनुमान मंदिर, माॅ काली मंदिर पीलियानाला, स्कंद माता मंदिर पुराना बसस्टेण्ड के साथ ही चिंतामणी गणेश मंदिर डंडापुरा स्थित मंदिरों में पहुॅचकर पैडल सेनेटाईजर मशीन कोरोना महामारी के बढते संक्रमण को रोकने हेतु प्रदान की गईं एवं आगामी दिनो में शहर के लगभग सभी प्रमुख मंदिरों में पैडल सेनेटाईजर मशीन भेंट किये जाने की व्यवस्था विधायक श्री भार्गव द्वारा की जा रही है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधी राकेश कटारे जी, ब्लाॅक कांगे्रस अध्यक्ष वीरेन्द्र पीतलिया जी, प्रदीप गुप्ताजी, डालचंद, अहिरवार, नंदकिशोर शर्मा, मोहरसिंह रघुवंशी, रहमान फारूकी, रवि कपूर, सुरेश मोतियानी, करतारसिंह, नरेन्द्र रघुवंशी, हेमन्त शर्मा, एल्डरमेन जेपी चतुर्वेदी, एल्डरमेन मनोज कुशवाह, मोनूपाल, सेवादल प्रमुख गोविन्द भार्गव एडब्होकेट बाबूलाल वर्मा, दीपक कपूर, सुनील रघुवंशी, जसवंतसिंह यादव, डाॅ. निशिथ मिश्रा, थानसिंह दांगी, सत्येन्द्र पवार, अवदेश दुबे बडे भैया, भूपेन्द्र रघुवंशी, राजू अवस्थी, संतोष गुर्जर, धर्मेन्द्र यादव, संतोष गौड, भोला अहिरवार, डी.के. रैकवार, वृजेन्द्र वर्मा, राजकुमार डीडोत, नवीन शर्मा, दीपक दुबे, सोमेश तिवारी आदि कार्यकर्ता कार्यक्रम अवसर पर उपस्थित रहे एवं विधायक शशांक भार्गव को जन्मदिन की बधाई दी गई। 

खरीफ फसलों हेतु कृषि विभाग ने दी किसानों को सलाह

किसान कल्याण तथा कृषि विकास उपसंचालक श्री एएस चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि सोयाबीन की फसल 30 से 40 दिन की हो चुकी है, इस मुख्य फसल को खरपतवार एवं कीटव्याधि से मुक्त रखने के लिए रासायनिक दवाओं में क्विजेलोफॉस इथाइल या इमेझेथापायर खरपतवारनाशकों का 18-21 दिन की अवस्था पर छिड़काव करें। जहां कहीं सोयाबीन में चक्रभंग प्रारंभ होने की संभावना हो या इसके खेत में लक्षण दिखते ही इसके प्रभावी नियंत्रण के लिए थाइक्लोप्रीड 21.7 एस.सी (750 मिली प्रति हेक्टे.) या प्रोफेनोफॉस 50 ई.सी (1250 मिली प्रति हेक्टे.) या पूर्व मिश्रित बीटासायफ्लूथ्रिऩइमिडाक्लोप्रीड (350 मिली प्रति हेक्टे.) या पूर्व में मिश्रित थायोमिथाक्सम़लेम्बड़ा सायहेलोथ्रिन (125 मिली प्रति हेक्टेयर) का छिड़काव करें। किसान अपनी फसल का सतत निरीक्षण करें। मक्का फसल में फाल आर्मी वर्म के नियंत्रण के लिए एमामेक्टिन बेजोएट एसजी 5 प्रतिशत 60 ग्राम प्रति एकड़ के मान से छिड़काव करें। कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए।

प्रधानमंत्री पुरस्कार वर्ष 2020 हेतु ऑनलाईन आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 अगस्त

कलेक्टर डॉ पंकज जैन द्वारा समस्त विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया गया है कि लोक प्रशासन के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार वर्ष 2020 के लिए ऑनलाईन आवेदन कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय, प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के पोर्टल http://daepg-gov-in पर 15 अगस्त 2020 तक प्रस्तुत किए जा सकते हैं।

कोविड 19 के संदिग्ध या पुष्ट प्रकरण में मृतक के दाह संस्कार हेतु दिशा निर्देश

कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने गुरूवार को नोडल अधिकारियों की बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए है कि कोविड 19 के संदिग्ध या पुष्ट प्रकरणों में मृत्यु होने पर मृतक के शव का प्रबंधन एवं निपटान संबंधी मार्गदर्शिका भारत सरकार, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण मंत्रालय डीजेएचएस (ईएमआर डिवीजन) द्वारा जारी की गई है। के  परिपेक्ष्य में प्रदेश के स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा दिशा निर्देश जारी किये गये है। उक्त दिशा निर्देशो का जिले में भी अक्षरशः पालन कराया जाना सुनिश्चित हो।  कलेक्टर डॉ जैन ने बताया कि नोबल कोरोना वायरस एक नवीन विषाणु है एतएव कोविड 19 के संदिग्ध, पुष्ट प्रकरण में मृत्यु होने की स्थिति में शव प्रबंधन एवं निपटान हेतु जारी दिशा निर्देशानुसार कोविड 19 के संक्रमित संदिग्ध या पुष्ट प्रकरणों की मृत्यु उपरांत शव के प्रबंधन दौरान स्वास्थ्य प्रदाताओं द्वारा मानक सावधानियां बरती जाएगी। संक्रमण की रोकथाम हेतु निर्धारित मानक निम्न व्यवहारों का अनुपालन सर्वथा किया जाए जिसमें हाथो की स्वच्छता, व्यक्तिगत सुरक्षा सामग्री का उपयोग (उदाहरणार्थ-एप्रन, ग्लब्स, मास्क, चश्मा आदि), शार्प, धारदार उपकरणों का सुरक्षित प्रबंधन, शव के लिए उपयोग किए गए समस्त उपकरण, यंत्र, बिस्तर, गद्दे, चादर, तकिया, तकिया-गिलाफ, सतहों आदि को विषाणु मुक्त किया जाएगा।  शव प्रबंधन कर्मियों का संक्रमण रोकथाम व्यवहारो पर प्रशिक्षण- शव प्रबंधन हेतु कार्यरत कर्मचारी संपर्क में आने वाले समस्त पैरामेडिकल स्टॉफ जो आईसोलेशन वार्ड, मॉर्चुयरी, एम्बुलेंस के संचालन हेतु कार्यरत हो तथा शमशान घाट कब्रिस्तान के कर्मियों को संक्रमण नियंत्रण संबंधी मानक व्यवहारों पर प्रशिक्षित किया जाए।  शव प्रबंधन हेतु उत्तरदायी स्वास्थ्य प्रदाता तथा हाथो की स्वच्छता सुनिश्चित की जाए एवं पर्सनल प्रोटेक्टिव एक्यूआरिमेंट पीपीई जैसे एप्रन, ग्लब्स, एन-95 मास्क, चश्मा आदि का उपयोग किया जाए। शव में लगे समस्त नलियां निकाली जाए एवं पंक्चर स्थानो की विषाणुमुक्त एक प्रतिशत हाईपोक्लोराइट द्वारा किया जाए।  शव के मुख नाक के छिद्रों को कॉटन से प्लग किया जाए ताकि शारीरिक स्त्राव को नियंत्रित किया जा सकें। शव के बाहरी सतह को एक प्रतिशत हाईपोक्लोराइट सॉल्युशन से विषाणुमुक्त किया जाए तथा शव को रिसावरोधी प्लास्टिक बैग में रखा जाएगा अथवा मॉर्चुयरी में अंतरित किया जाएगा। समस्त उपयोग किए गए लीनेन को बायोहेजार्ड बैग में भरा जाए तथा बैग के बाहरी सतह की विषाणु मुक्त एक प्रतिशत हाईपोक्लोराई सॉल्यूशन से सुनिश्चित किया जाए। संक्रमण नियंत्रण मापदण्डो का पालन करते हुए समस्त उपकरणों की विषाणुमुक्त आटोक्लेब अथवा निर्धारित डिस्इनफेक्टेन्ट सॉल्यूशन का उपयोग कर सुनिश्चित किया जाए। समस्त मेडिकल अपशिष्टों का प्रबंधन बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन मानको के अनुसार सुनिश्चित किया जाए। शव प्रबंधन स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा पीपीई को उतारने के उपरांत हाथो की सफाई सुनिश्चित की जाए। 

सतहो की विषाणु मुक्त
आईसोलेशन वार्ड के समस्त सतह जैसे फर्श, बिस्तर, रैलिंग, साईड टेबिल, आईवी स्टैड आदि को एक प्रतिशत हाईपोक्लोराईट सॉल्यूशन से पोंछा जाए। तीस मिनिट की सम्पर्क अवधि सुनिश्चित कर हवा में सूखने दिया जाए। 

मॉर्चुयरी में शव प्रबंधन
शीत कक्ष में शव का संधारण लगभग चार सेन्टीग्रेड पर सुनिश्चित किया जाए। मार्चुयरी को साफ रखा जाए एवं समस्त सतहो, उपकरणों, परिवहन ट्राली, स्ट्रेक्चर आदि की विषाणु मुक्त एक प्रतिशत हाईपोक्लोराईट सॉल्यूशन से सुनिश्चित किया जाए तथा शव को हटाने के उपरांत फर्श, दरवाजे के हेण्डल आदि को भी एक प्रतिशत हाईपोक्लोराईट सॉल्यूशन से पोंछा जाए। 

कोविड 19 संक्रमित शव का पोस्टमार्टम
सामान्य स्थिति में पोस्टमार्टम की आवश्यकता नही है। विशेष परिस्थितियों में पोस्टमार्टम की आवश्यकता होने पर सीमित फारेसिंक विशेषज्ञ एवं प्रशिक्षण सपोर्ट स्टॉफ द्वारा पीपीई का उपयोग करते हुए पोस्टमार्टम सुनिश्चित किया जाए। संक्रमण नियंत्रण हेतु समस्त सावधानियां बरती जाए एवं पोस्टमार्टम उपरांत ओटोप्सीटेबल की विषाणुमुक्त एक प्रतिशत हाइपोक्लोराईट सॉल्यूशन से सुनिश्चित किया जाए। 

शव परिवहन
यदि शव के परिवहन के दौरान रिसाव, रोधी बॉडी बैग का उपयोग किया जाता है जिसकी बाहरी सतह की विषाणुमुक्त सुनिश्चित की गई हो तो परिवहनकर्मियों को कोई अतिरिक्त जोखिम नही होता है। परन्तु शव के सम्पर्क में आने वाले समस्तकर्मियों द्वारा संक्रमण नियंत्रण संबंधी समस्त प्रोटोकाल का पालन एवं सावधानी बरती जाए। परिवहन उपरांत शव वाहन का विषाणुमुक्त एक प्रतिशत हाइपोक्लोराईट सॉल्यूशन से सुनिश्चित किया जाएगा।

शमशान घाट, कब्रिस्तान मे शव प्रबंधन
शमशान घाट, कब्रिस्तान मेंं शव प्रबंधन हेतु निर्देश जारी किए गए है जिसके अनुसार समस्त मैदानीकर्मियों द्वारा कोविड 19 संक्रमण से बचाव हेतु हाथो की स्वच्छता मास्क तथा ग्लब्ज का उपयोग किया जाए। परिजनों को शव के अंतिम दर्शन करने दिए जाए। परन्तु छूने, चूमने, नहलाने, आदि से रोका जाए। शव के अंतिम संस्कार, दफनाने के बाद मैदानीकर्मियों तथा परिजनों द्वारा अच्छे से हाथो की सफाई सुनिश्चित की जाए। शवदाह के उपरांत राख का संग्रहण बिना किसी खतरे के किया जा सकता है।  

सेम्पलों की संख्या बढाने के निर्देश

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कोरोना वायरस कोविड 19 के तहत लिए जा रहे सेम्पलों की संख्या बढाने के निर्देश आज कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने नोडल अधिकारियों की बैठक में संबंधितों को दिए है। कलेक्टर ने प्रत्येक एमएमयू टीम के द्वारा लिए जा रहे सेम्पलों की संख्या से हर रोज अवगत कराने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए है। उन्होंने कहा कि 15 से कम सेम्पल लेने वाली एमएमयू टीम की सूची पृथक से प्रस्तुत करें।  कलेक्टर डॉ जैन ने कोविड केयर सेन्टर में भर्ती मरीजो को भोजन में पौष्टिकता पर बल लेते हुए कहा कि तेलीय खाद्य पदार्थ अधिक मात्रा में परोसे ना जाए। उन्होंने फल, जूस, बिस्किट, नमकीन, भुने चने इत्यादि खाद्य सामग्री प्रत्येक वार्ड में रखी रहें ताकि मरीज जब चाहें तब खा सकें।  कलेक्टर डॉ जैन ने कोविड 19 के संदिग्ध या पुष्ट प्रकरण में मृतक के दाह संस्कार हेतु जारी गाइड लाइन के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु समस्त एसडीएम बैठके आहूत कर स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिकों को आमंत्रित कर गाइड लाइन के दिशा निर्देशो से अवगत कराएं। कलेक्टर को श्रीमंत माधवराव  सिधिंया जिला चिकित्सालय में व्हीसीएचसी वार्ड में वेटिलेंटर स्थापित कराने हेतु अब तक किए गए प्रबंधो से संबंधित अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया है। नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में  अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह, विदिशा एसडीएम श्री गोपाल सिंह वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार, अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ सुनील नंदेश्वर, एमडी डॉ प्रशांत वाडगबालकर के अलावा समस्त नोडल अधिकारी मौजूद थे।

मरीजो के लिए सामग्री प्रदाय

कोविड केयर सेन्टर में भर्ती मरीजो के लिए आज श्री बलवीर सिंह रघुवंशी के नेतृत्व में युवा मोर्चा के सहयोगियों द्वारा सामग्री प्रदाय की गई है कि जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी ने बताया कि मेडीकल कॉलेज के डीन डॉ सुनील नंदेश्वर एवं एमडी प्रशांत बडगबालकर को सामग्री प्रदाय की गई है जिसमें 75 बेडशीट एवं तकिया कवर, सौ टूथ ब्रश तथा एक हजार सर्जिकल ग्लब्स प्रदाय किए है। इस अवसर पर एसडीएम श्री गोपाल सिंह वर्मा, सिविल सर्जन सह अधीक्षक डॉ संजय खरे, श्री विजय श्रीवास्तव, डॉ दीप्ति शुक्ला के अलावा अन्य अधिकारी व युवा मोर्चा के पदाधिकारी मौजूद थे।

जिले में अब तक 526.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज

जिले में अब तक 526.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है कि जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि छह अगस्त को 11.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है। गौरतलब हो कि गतवर्ष उक्त अवधि में 458.4 मिमी वर्षा दर्ज हुई थी।  तहसीलों में स्थापित वर्षामापी यंत्रो पर छह अगस्त को दर्ज वर्षा की जानकारी तदानुसार विदिशा में पांच मिमी, बासौदा में 2.8 मिमी, कुरवाई में 15 मिमी, सिरोज में 45 मिमी, लटेरी में पांच मिमी, ग्यारसपुर में 11 मिमी, गुलाबगंज में चार मिमी तथा नटेरन में एक मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव और सावधानी रखें, डेंगू के लार्वा की घर-घर जाँच जारी

वर्षा ऋतु के साथ डेंगू और चिकनगुनिया के फैलने की संभावना अधिक रहती है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर के विभिन्न इलाकों में डेंगू लार्वा की सघन जाँच की जा रही है। विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही लक्षण और बचाव के लिए निरंतर अपील भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही है। शहर के सभी नागरिक डेंगू और चिकनगुनिया कि बीमारी से बचाव में सावधानी रखें। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण दिखने पर नजदीकी अस्पताल में अपनी जाँच कराये। 

डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और सिर में तेज दर्द, मसूड़े व नाक से खून बहना और शरीर पर लाल चकत्ते होना डेंगू हो सकता है। 

चिकनगुनिया के लक्षण
तेज बुखार, सिर दर्द, जोड़ों में सामान्य दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते आना आदि चिकनगुनिया के प्रमुख लक्षण हैं। डेंगू चिकन गुनिया के लक्षण नजर आने पर नजदीकी उपचार केंद्र पर अपनी जाँच कराएं। 

उपचार
यह लक्षण पाए जाने पर शासकीय चिकित्सालय में निरूशुल्क खून की जांच कराएं जांच में डेंगू या चिकनगुनिया पाए जाने पर डॉक्टर की सलाह के अनुसार पूरा उपचार ले। डेंगू एवं चिकनगुनिया का वाहक एंडीज मच्छर रुके हुए साफ पानी पीना होता है और दिन के समय काटता है पूरी वहां के कपड़े पहने तथा पानी को जमा ना होने दें इससे बचने के लिए घरों के आसपास सफाई रखें सभी कंटेनर जिनमें पानी भरा हो एवं कूलर के पानी सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाकर उनमें नया पानी भरें आप दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।

डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव
पानी के बर्तन ढक कर रखें। अनुपयोगी सामग्रियों जैसे कूलर, ड्रम टंकी, बाल्टी आदि में पानी जमा ना होने दें। दोबारा उपयोग से पूर्व उन्हें अच्छी तरह सुखाएं। हैंड पंप के आसपास भी पानी इकट्ठा ना होने दें जमा पानी पर मिट्टी का तेल या इंजन का जला हुआ तेल डालें। आसपास सफाई रखें सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें पूरी वहां के कपड़े पहने पानी में मच्छर नहीं पनपने दें।

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