मधुबनी : विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने किया विद्यापति टावर का उद्घाटन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


मंगलवार, 1 सितंबर 2020

मधुबनी : विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने किया विद्यापति टावर का उद्घाटन

prem-chandra-inaugrate-vidyapati-tower
मधुबनी : जिले के रहिका प्रखंड के विद्यापति चौक पर आज सादे समारोह में कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने विद्यापति टावर का उद्घाटन किया। इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष शितलाम्बर झा, मीणा देवी कुशवाहा, कृष्णकांत झा’गुड्डू’, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुररंजन सिंह, राजकमल कुमार सहित अन्य दर्जनों नेता व सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस मौके पर कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मिथिला की लगातार ये सरकार उपेक्षा कर रही थी, अब मिथिला की जो पहचान है मखाना उसका जीआई टैगिंग बिहार के नाम से कराकर मिथिला से उसकी पहचान तक छीनने का कार्य कर रही है। 

उन्होंने कहा कि जब यहां उर्दू,फ़ारसी ओर दूसरे जबान की भाषा सिखाई ओर पढ़ाई जाती है, तो मिथिला में मैथिली की पढ़ाई क्यों नही हो रही? कई संस्थाओं ने इसका विरोध और ज्ञापन पूर्व में भी दिया हुआ है, पर सरकार मिथिला को लगातार उपेक्षित कर रही है। इन्होंने कहा कि जब मुजफ्फरपुर की लीची हो सकती है, हाजीपुर का केला हो सकता है, मगही पान हो सकता है, तो मिथिला का मखान क्यों नही हो सकता है? ये सरासर अन्याय है मिथिलावासियों के साथ। साथ ही आने वाले चुनाव में जनता इसका हिसाब करेगी। फिर उन्होंने मुख्यमंत्री पर सीधा निशान साधते हुए कहा की ये कुर्सी पसंद व्यक्ति हैं, ओर ये बिहार के सबसे अविश्वासी नेता बन चुके हैं, जब इनको बिहार की जनता ने भाजपा के विरुद्ध में हमारे गठबंधन में मैंडेट दिया था, बावजूद इसके वो पलटु बन कर भाजपा की गोद मे जाके बैठा गए।

कोई टिप्पणी नहीं: