कचरा फैंकने वालो की निगरानी कैमरो से खाली प्लाटों में गंदगी मिलने पर प्लाटधारको पर भी कार्यवाही
विदिशा नगरपालिका क्षेत्र में स्वच्छता मिशन के तहत डोर-टू-डोर कचरा संग्रह करने का कार्य किया जा रहा है। निकाय क्षेत्र के सभी नागरिकों से आग्रह किया गया है कि कचरा संग्रह वाहन आने पर उसमें ही कचरा डाले जिस दिन कचरा वाहन नही आएगा उस दिन निकाय द्वारा पृथक से व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। अन्यत्र क्षेत्रों में कचरा फैंकते पाए जाने वालो पर जुर्माना वसूला जाएगा। उक्त कार्य की निगरानी के लिए निकाय क्षेत्र के विभिन्न स्थलों पर कैमरे स्थापित किए जा रहे है। कलेक्टर एवं विदिशा नगरपालिका के प्रशासक डॉ पंकज जैन ने निकाय क्षेत्र में रिक्त प्लाटो के भू-स्वामियो को भी निर्देश दिए है कि अपने-अपने भू-प्लाटो में गंदगी ना फैंले, सफाई व स्वच्छता बनी रहे इसके लिए बाउण्ड्रीवाल से सुरक्षित रखे। यदि कही किसी खाली प्लाट में गंदगी अथवा कचरा पाया जाता है तो संबंधित प्लाटधारक के खिलाफ भी नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर ने बताया कि खाली प्लाटो का उपयोग नागरिकों के द्वारा कचरा फैंकने में किया जा रहा है जिससे निकाय में स्वच्छता मिशन के उद्वेश्यों की पूर्ति में कई प्रकार की दिक्कते आ रही है। कलेक्टर व प्रशासक डॉ जैन ने निकाय क्षेत्र के सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि विदिशा शहर को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान देकर अनुकरणीय कदम उठाएं। विदिशा एसडीएम श्री गोपाल सिंह वर्मा ने बताया कि विदिशा नगर के चिन्हित 12 स्थलों पर 36 कैमरे स्थापित करने की प्रक्रिया क्रियान्वित है। कलेक्टर के द्वारा मौके का मुआयना किया जा चुका है और ततसंबंध में आवश्यक दिशा निर्देश संबंधितों को दिए है। एसडीएम श्री गोपाल सिंह वर्मा ने बताया कि नगरपालिका के कचरा संग्रह वाहनो में ही कचरों का निष्पादन आमजन करें की अपील पूर्व में ही की गई है। किन्तु उसका पालन कितना हो रहा है कि आकस्मिक जांच के लिए भी दल गठित किए गए है वही कचरा फैंकने वालो की निगरानी कैमरो से भी की जाएगी। अन्य क्षेत्रों में कचरा फैंकते पाए जाने पर संबंधितों से जुर्माने के रूप में राशि वसूल की जाएगी।
सफलता की कहानी : अदरक फसल में लागत का कई गुना मुनाफा
उद्यानिकी फसलों की ओर किसानो का रूझान बढ़ रहा है। अब जिले के विभिन्न क्षेत्रों में उद्यानिकी फसलों को सुगमता से आवागमन के दौरान देखा जा सकता है। लटेरी विकासखण्ड के ग्राम शहरखेडा के कृषक श्री मुन्नीलाल धाकड़ ने 0.250 रकवे में अदरक की फसल ली है। जिसमें पांच कि्ंवटल बीज 35 हजार रूपए का, जून माह के प्रथम सप्ताह में रोपण किया गया था अदरक की फसल में खाद, दवा एवं खेत की तैयारी में कुल सात हजार रूपए और खर्च हुए थे इस प्रकार कृषक मुन्नीलाल धाकड़ ने कुल 42 हजार की लागत से अदरक की खेती की है। खेत में खड़ी फसल की व्यापारियों द्वारा एक लाख बीस हजार की कीमत लगा चुके है। कृषक मुन्नीलाल का कहना है कि इतनी कीमत में मैं अपनी अदरक की फसल को बेचूंगा। वर्तमान में फसल का आंकलन व्यापारियों द्वारा लगाई गई कीमत से अधिक हो रहा है अतः थोडा और इंतजार करूंगा नही तो बाजार में स्वंय जाकर बेचूंगा। कृषक मुन्नीलाल धाकड़ का कहना है कि उद्यानिकी फसलों से ऐसी आमदनी होगी मुझे कल्पना नही थी मैं अपने अन्य कृषक भाईयों से भी अपील करूंगा की वे कम से कम आधा हेक्टेयर में उद्यानिकी फसल जरूर ले जो हमारी आर्थिक स्थिति में वृद्वि की सहायक होंगी।स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत क्रियान्वित स्वास्थ्य योजनाओं की साफ्टवेयर अनुसार समीक्षा आज ग्यारसपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयोजित की गई थी। संबंधित कर्मचारियों को साफ्टवेयर के अनुसार डाटा अंकित करने संबंधी कार्य में सुधार हेतु तीन दिवस की मोहलत दी गई है। समीक्षा बैठक के उपरांत कोरोना योद्वाओं के लिए प्रशंस्ति पत्र, आशा एवं आशा सहयोगियों के लिए नई पहल किट एवं मलेरिया किट वितरित की गई है। इसके अलावा कोरोना से बचाव हेतु समुदाय एवं कर्मचारियों को शपथ दिलाई गई है। उक्त बैठक में बीएमओ के अलावा अन्य चिकित्सकगण, खण्ड विस्तार अधिकारी तथा मीडिया आफीसर मौजूद रहें।
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