मधुबनी :पदमश्री गोदावरी दत्ता नहीं डाल सकी वोट - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 3 नवंबर 2020

मधुबनी :पदमश्री गोदावरी दत्ता नहीं डाल सकी वोट

करती रही बैलेट का इंतेजार, आखिरकार ट्वीट कर जताया दर्द।

godavari-datta-not-voted
मधुबनी: आज मधुबनी जिले के पद्मश्री अवॉर्डी गोदावरी दत्ता ने ट्वीट कर जानकारी दी कि वे पोस्टल बैलेट द्वारा वोट के लिए इंतजार करती रही लेकिन 4.30 बजे तक कोई नही आया था। अपने ट्वीट में गोदावरी दत्ता ने DM मधुबनी, इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया और CEO Bihar को भी अपने टैग किया है। उनके पोते संतोष आनंद ने बताया कि कुछ दिन पहले चुनाव आयोग/स्वीप की टीम आयी थी जिसने पोस्टल बैलेट उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया था। लेकिन 3 नवंबर, चुनाव के दिन 4.30बजे तक कोई नही आया तो उन्हें ट्वीट कर सभी को जानकारी भी दी। लेकिन देर शाम तक किसी भी जगह से कोई उत्तर नही आया। 


आपको बता दें कि मधुबनी पेंटिंग की मूर्द्धन्य हस्ताक्षर 90 वर्षीय गोदावरी दत्ता को 2019 में पद्मश्री मिला था। गोदावरी दत्त की पेंटिंग समुद्र मंथन, त्रिशूल, कोहबर, वासुकीनाग आदि काफी प्रसिद्ध हैं। 90 वसंत देख चुकी शिल्प गुरु गोदावरी 1964-65 से ही वह इस क्षेत्र में काम कर रहीं हैं और कई बार कला अकादमियों द्वारा बुलाये जाने पर अलग-अलग देशों के दौरे भी कर चुकी हैं। बिहार म्यूजियम में एक विशाल मिथिला पेंटिंग बनाने के साथ ही साथ इनकी पेंटिंग्स ने जापान के मिथिला म्यूजियम में भी अपनी जगह संजोयी हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: