पल्ली पुरोहित, संत जेवियर हाई स्कूल के प्राचार्य आदि पदों पर कार्य किये.
पटना. पटना महाधर्मप्रांत में पटना,बक्सर,मुजफ्फरपुर, बेतिया,पूर्णिया और भागलपुर धर्मप्रात है.इसमें आजतक किसी फादर को मोसेनियर नहीं बनाया. इसके लिए बेतिया पल्ली के फादर लौरेंस पास्काल उपयुक्त थे.तब कोलकाता से लाकर मोसेनियर जोवाकिम ओस्ता को बेतिया में बैठा दिया.जब बेतिया के बिशप बनने का अवसर आया तो रायपुर से विक्टर हेनरी ठाकुर को बेतिया का बिशप बना दिया.इस तरह एक बिहारी प्रताड़ित होते रहा. पटना महाधर्मप्रांत के क्षेत्र से बाहर हुए बेतिया धर्मप्रांत को सन् 1998 में घोषित किया.बेतिया धर्मप्रात के प्रथम धर्माध्यक्ष हैं विक्टर हेनरी ठाकुर. 27 जून 1998 को बेतिया धर्मप्रांत के प्रथम धर्माध्यक्ष नियुक्त हुए थे.पटना महाधर्मप्रांत के क्षेत्र से बाहर हुए बेतिया धर्मप्रांत को सन् 1998 में घोषित किया.13 जुलाई 2013 को बेतिया से धर्माध्यक्ष विक्टर हेनरी ठाकुर का स्थानांतरण रायपुर में हुआ और वहाँ वे रायपुर महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष बनें. 13 जुलाई 2013 से बेतिया धर्मप्रात में धर्माध्यक्ष का पद खाली था.बेतिया धर्मप्रांत के प्रशासक के रूप में फादर लौरेंस पास्काल को पद स्थापित कर दिया गया था.बेतिया धर्मप्रात को नया धर्माध्यक्ष पीटर सेवास्टियन गोबियस 22 जुलाई 2017 को मिला. फादर लौरेंस पास्काल 4 साल से अधिक समय तक बेतिया धर्मप्रांत के प्रशासक रहे.मगर मोसेनियर नहीं बनाया गया.पटना धर्मप्रांत को विभक्त कर मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत 1980 में बनाया गया.अगर उस समय फादर लौरेंस पास्काल बिशप बनते तो नौजवान 33 साल के रहते.42 साल बिशप रहते और 2022 में 75 साल होने पर रिटायर होते. मुजफ्फरपुर धर्मप्रात को विभक्त कर 1998 में बेतिया धर्मप्रांत बनाया गया.उस समय फादर लौरेंस पास्काल 51 साल के थे. 24 साल बिशप के पद पर रहते.2022 में रिटायर होते.बेतिया धर्मप्रात के प्रशासक 2013 में न बनाकर बिशप 66 वर्ष में बिशप बनते तो 9 साल के बाद 2022 में रिटायर करते.2017 में बेतिया धर्मप्रात के बिशप 70 साल में बनते तो 5 साल बिशप रहकर 2022 में रिटायर करते.
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