वायुसेना ने लद्दाख के 286 फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकाला - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 12 जनवरी 2021

वायुसेना ने लद्दाख के 286 फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकाला

airforce-rescue-286-people-in-laddakh
श्रीनगर, 12 जनवरी, वायु सेना (आईएएफ) ने मंगलवार को लद्दाख और कश्मीर को जोड़ने वाले 434 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर केन्द्रशासित प्रदेश लद्दाख के 286 फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित निकाल कर उनके गंतव्य तक पहुंचाया। इस मार्ग का एक जनवरी से हिमपात और फिसलन के कारण कश्मीर घाटी से संपर्क टूट गया था। कारगिल कूरियर सेवा के मुख्य समन्वयक आमिर अली ने आज अपराह्न यहां कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के बीच फंसे हुए यात्रियों को सी-130, सी-17 और एन-32 विमानों से ले जाया गया। उन्हाेंने कहा कि लेह से श्रीनगर जाने वाले 21 यात्रियों, श्रीनगर से कारगिल के 35, कारगिल से श्रीनगर के 19, जम्मू से कारगिल के 21, कारगिल से जम्मू के लिए 70 और लेह से जम्मू जाने वाले 120 यात्रियों को हवाई जहाज से उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। श्री अली ने कहा कि राजमार्ग बंद होने पर कारगिल और जम्मू के बीच एन-32 कारगिल कूरियर सेवा सप्ताह में तीन बार और कारगिल से श्रीनगर के बीच सप्ताह में दो बार चलती है। यह राजमार्ग कारगिल और लेह के बीच है। उन्होंने कहा कि हाल में मौसम खराब के कारण कारगिल कूरियर सेवा को रद्द कर दिया गया था और लद्दाख प्रशासन का रक्षा मंत्रालय से आग्रह करने पर केन्द्र सरकार ने सी-17, सी-130 और एएन-32 विमानों को सेवा पर लगाया है। बुधवार काे कारगिल-श्रीनगर और कारगिल-जम्मू के बीच एएन-32 कारगिल कूरियर की सेवा देने की योजना बनाई गई है। उन्होंने यात्रियों को संबंधित संपर्क अधिकारी से संपर्क करने के लिए कहा है।

कोई टिप्पणी नहीं: