बिहार : सामाजिक बुराइयों के खात्मे के लिए निकाली जागरूकता रैली - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 24 जनवरी 2021

बिहार : सामाजिक बुराइयों के खात्मे के लिए निकाली जागरूकता रैली

राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बाल विवाह तथा दहेज़ प्रथा के विरुद्ध रैली व हस्ताक्षर अभियान

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पटना, 24 जनवरी. सेव द चिल्ड्रन द्वारा प्रगति ग्रामीण विकास समिति के सहयोग से राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर स्लम के लोगों में बाल विवाह तथा दहेज़ प्रथा के सम्बन्ध में जागरूकता के लिए रैली तथा हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया गया. स्लम के युवाओं व बच्चों के द्वारा कमला नेहरु नगर स्लम, अदालतगंज स्लम, केतारी मोहल्ला स्लम आदि में स्लमों में जागरूकता अभियान चलाया गया. इसमें 50 बच्चों तथा सेव द चिल्ड्रन व प्रगति ग्रामीण विकास समिति के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.  प्रगति ग्रामीण विकास समिति के सचिव प्रदीप प्रियदर्शी ने रैली की शुरुआत कमला नेहरु नगर स्लम से किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बाल विवाह तथा दहेज़ प्रथा के रोकथाम के लिए कानून बनाया गया है. साथ ही साथ विभिन्न योजनाओं तथा अभियान के द्वारा लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है. इसके बावजूद बिहार की राजधानी पटना के विभिन्न स्लमों में हर वर्ष बड़ी संख्या में बाल विवाह हो रहा है. सेव द चिल्ड्रन के प्रभाकर कुमार ने कहा कि संस्था द्वारा पटना के गरीब बस्तियों में बच्चों के अधिकारों तथा सुरक्षा के लिए कार्यक्रम चलाया जा रहा है. स्लम में विभिन्न सेवा प्रदाताओं- शिक्षक, आंगनबाड़ी सेविका, आशा, विकास मित्र आदि के साथ मिलकर काम कर रही है. स्लम के लोगों के क्षमतावर्धन करने तथा विकास कार्यों में लोगों की भागीदारी के लिए वार्ड सभा के सशक्तिकरण के लिए भी काम किया जा रहा है. राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर स्लम के लोगों को बाल विवाह और दहेज़ प्रथा से सम्बंधित कानूनों और योजनाओं के विषय में जागरूक करने के लिए रैली निकला गया है. इस दौरान स्लम के लोगों से अपने बेटे या बेटियों की बाल विवाह नहीं कराने तथा दहेज़ नहीं लेने के लिए शपथ-पत्र पर हस्ताक्षर कराया गया.  प्रभाकर कुमार ने कहा कि आज के कार्यक्रम में 200 लोगों ने अपने बेटे या बेटी की शादी कानूनी उम्र के बाद कराने तथा दान-दहेज का लेनदेन नहीं करने से संबन्धित शपथ-पत्र पर हस्ताक्षर किया.उन्होंने कहा कि सेव द चिल्ड्रेन द्वारा कराये गए सर्वेक्षण के अनुसार स्लम में लड़कियों की साक्षरता दर काफी निम्न है. अधिकांश लड़कियां 10वीं के बाद पढ़ाई छोड़ देती हैं.स्लम में बाल विवाह का दर भी अधिक है.लड़कियों की शादी औसतन 16 से 19 वर्ष तक कर दी जाती है. कार्यक्रम में कमला नेहरु नगर के चाइल्ड चैम्पियन रौशनी कुमारी, दीपा कुमारी, मोनी कुमारी, शालिनी, अभिषेक कुमार, समीर कुमार, नकुल कुमार ने हिस्सा लिया. सेव द चिल्ड्रन के राणा रणजीत, मंजू डुंगडुंग, पैन्सी, राजीव कुमार ने कार्यक्रम के संचालन में सहयोग किया.  इसके पूर्व बाल अधिकार, बाल विवाह पर बच्चों को बचाने के समर्थन के साथ 22 व 23 जनवरी 2021 को पीजीवीएस परिसर में बाल समूह के नेताओं ने प्रशिक्षण लिया.

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