मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) आजादी आंदोलन के उस अविस्मरणीय योद्धा भगत सिंह के शहादत दिवस के मौके पर हमारा छात्र संगठन ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन दरभंगा जिला कमिटी ने जिला कार्यालय से दुर्गा नन्द शर्मा एवं नीलकमल के संयुक्त एव शुभंकरपुर से नवीन कुमार एवं छवि कुमार के संयुक्त नेतृत्व में शहर के विभिन्न मार्गों से गगनभेदी नारा लगाते हुए दरभंगा टावर चौक उनके मूर्ति पहुँचकर सभा में तब्दील हो गया तत्पश्चात सभा की अध्यक्षता जिला संयोजक ललित कुमार झा ने कि।मूर्ति के ऊपर प्रेमचंद जयंती समारोह समिति के उपाध्यक्ष श्री हीरा लाल सहनी ने माल्यार्पण किया।इस अवसर पर पूर्व राज्य उपाध्यक्ष मोजाहिद आजम ने भी माल्यार्पण किया तत्पश्चात बारी बारी से सभी छात्र छात्राओं ने भी पुष्पांजलि अर्पित किया। उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित किया। सभा को सम्बोधित करते हुए एआईडीएसओ के पूर्व राज्य उपाध्यक्ष डॉ लाल कुमार ने कहा कि हमारे देश के नवजागरण काल के महान मनीषियों एवं आजादी आंदोलन के क्रांतिकारियों शहीद ए आजम भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद,अशफाक उल्ला खान, नेताजी सुभाष चंद्र बोस आदि ने जिस धर्मनिरपेक्ष देश का सपना देखा था आज वर्तमान सरकारें उनके सपनों को पैरों तले रौंद रही है। वे देश में किसान विरोधी काले कानून, सी ए ए, एन आर सी,एनपीआर जैसे कानूनों के जरिए अंग्रेजी हुकूमत द्वारा अपनाई गई फूट डालो राज करो की नीति के रास्ते चल रही है और देश में सांप्रदायिकता की आग भड़क रही है। इसका मकसद है देश में कट्टर धार्मिक ध्रुवीकरण पैदा करना और अपना वोट बैंक सुनिश्चित करना। ये हमले जिस तरह से सुनियोजित व संगठित है,उसका जवाब वैज्ञानिक तर्क और ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर समस्याओं के ठोस विश्लेषण पर आधारित संगठित विरोध से ही दिया जा सकता है।ऐतिहासिक तौर पर देश की केवल वाम व जनवादी ताकते ही जिम्मेदारी को निभाने में सक्षम है।आज शासक वर्ग नापाक शाजिश रच रहे है कि महापुरुषों की जयंती या शहादत दिवस को छात्रों नौजवानों से दूर रखें,लेकिन हमारा संगठन ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ने पूरे देश भर में महापुरुषों की शहादत दिवस मनाकर उनके जीवन संघर्ष से सीख लेकर उनके अधूरे सपना को पूरा करने का संकल्प लेता है। अध्यक्षीय सम्बोधन में जिला संयोजक ललित कुमार झा ने कहा कि आज छात्र नौजवानों के अंदर आदर्श,मूल्यबोध, उच्च संस्कृति से लैस न हो सके इस लिए शासक वर्ग द्वारा समाज के अंदर अश्लील सिनेमा साहित्य का प्रचार प्रसार कर छात्रों को नैतिक मेरुदण्ड तोड़ने की साजिश रच रही है।वहीं आज जिस तरह से शिक्षा का निजीकरण व्यापारीकरण हो रहा है जिसे आम छात्र शिक्षा से वंचित हो रहा है। देश के अंदर तमाम संस्थान समाजिक संस्था को कम बड़े-बड़े कंपनियों के हवाले किया जा रहा है।ऐसे में भगत सिंह का विचार आज कितनी प्रासंगिक है। इसीलिए हमारा संगठन उनकी शहादत दिवस के मौके पर उनके जीवन संघर्षों से उपयुक्त सीख लेकर तमाम शोषण जुल्म के राजपाट को खत्म कर सके। अन्य वक्ताओं में पूर्व राज्य उपाध्यक्ष मुजाहिद आजम,हरे राम,छवि कुमार,नवीन कुमार, बजरंग कुमार,मनीष कुमार, पुनीत कुमार, दुर्गा नंद शर्मा,नीलकमल ,शौरभ कुमार, राजा कुमार,बिट्टू कुमार,कुंदन,मोनू,राकेश,मुस्कान प्रवीण, पूजा,सूरज आदि छात्र प्रमुख थे।
मंगलवार, 23 मार्च 2021
मधुबनी : 23 मार्च शहीद ए आजम भगत सिंह शहादत दिवस मर्यादापूर्वक मनाया गया
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