मधुबनी 06 मार्च (रजनीश के झा), बिहार राज्य किसान सभा , मधुबनी द्वारा शहर के टाउन क्लब मैदान में एक किसान महापंचायत आयोजित किया गया । किसान सभा के जिला अध्यक्ष सूर्यनारायण महतो की अध्यक्षता में किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव अतुल कुमार अंजान ने कहा देश की सरकार किसानों एवं मजदूरों के विरुद्ध काम कर रही है । 100 दिनों से जारी किसान आंदोलन को दूसरे के देशों ने समर्थन दिया है । पूंजीपतियों के इशारे पर काम करने वाली ये सरकार किसान विरोधी कानून बनाकर देश को आर्थिक एवं कृषि के क्षेत्र में गुलाम बना रही है । केंद्र सरकार संगठित एवं असंगठित मजदूरों के कानूनों को भी तोड़ मरोड़ कर कॉरपोरेट परस्त बनाने में लगी हुई है । किसानों , मजदूरों एवं नौजवानों को देश मे बढ़ रहे बेरोजगारी एवं कृषि संकट के बारे में आगाह करते हुए अतुल कुमार अंजान से कहा नौजवानों एवं किसानों का आत्महत्या सरकार की विफलता का प्रतीक है । रोजगार सृजन करने के बजाय सभी सार्वजनिक क्षेत्रों के कम्पनियों को बेचा जा रहा है । रेलवे , पेट्रोलियम , हवाई सेवा आदि को निजी हाथों बेचकर देश के आजादी एवं संविधान को बेचने का काम हो रहा है । उन्होंने कहा आज जरूरत है आम लोगो का की वो दलगत भावना से ऊपर उठकर किसान आंदोलन के समर्थन में आगे आएं । दिल्ली के सड़कों पर हो रहे किसान आंदोलन महज किसानों के लिए नही बल्कि आम एवम के हिफाजत के लिए है । पेट्रोल ,डीज़ल एवं रसोईगैस में जिस तरह मूल्यबृद्धि की जा रही है केंद्र सरकार के असली चरित्र को उजागर करता है । कृषि कानून को लागू कर सरकार 85 प्रतिशत बीपीएल परिवारों के मुह का निवाला छीनना चाहती है । महापंचायत को सम्बोधित करते हुए बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के राज्य अध्यक्ष , पूर्व विधायक रामनरेश पाण्डेय ने कहा देश में मजदूरों के साथ अन्याय हो रहा है । उनके अधिकारों का हनन हो रहा , उनके कामों के घंटों में बढ़ोतरी कर संविधान को तोड़ा जा रहा है । कृषि कानून आम जनता के रोजमर्रा के जरूरतों को कमजोर करेगी । मंहगाई ,भ्रस्टाचार ,बेरोजगारी ,अपराधिक घटनाओं को रोकने में विफल सरकार तरह तरह कर जनविरोधी कानूनों सहारे पूंजीपतियों को मालामाल करने में अग्रसर है । हम किसान आंदोलन के मांगों का समर्थन करते है और कानून वापस लेने तक किसान आंदोलन को पूरे बिहार में मजबूत करेंगे । 24 मार्च 2021, को सूबे बिहार के किसान बिहार विधान सभा का घेराव करेंगे । 11 मार्च से 17 मार्च तक पूरे बिहार में किसान रथ निकाला जायेगा । बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह नर कहा हम किसानों के साथ अन्याय बर्दास्त नही करेंगे । कानून वापसी तक संघर्ष जारी रहेगा । 24 मार्च को पटना चलने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा बिहार के भी विशाल जन संघर्ष का आगाज किया जाएगा । महापंचायत को जिले के किसान नेता कृपानंद आजाद , मनोज मिश्रा , लक्ष्मण चौधरी , मिथिलेश झा , रामनारायण यादव ,उपेंद्र सिंह , राज श्री किरण ,राकेश कुमार पांडेय , हेमचंद्र झा , आनंद झा सहित अन्य ने कहा मधुबनी में किसान आन्दोल को मजबूत करनर की आवश्यकता है । श्रधेय भोगेन्द्र झा देश की आजादी से पहले ही किसान आंदोलन का आगाज कर चुके थे । भोगेन्द्र झा के अधूरे कामों को पूरा करने के लिए किसान सभा चरणबद्ध आंदोलन करेगी । किसान महापंचायत में निर्णय लिया गया कि जिले के सभी 399 पंचायतों में किसान पंचायत लगाया जाएगा । जिले में किसान-मजदूर जन जागरण जत्था निकाला जाएगा जो 20 मार्च को जिले के उमगाव (हरलाखी ) में संकल्प सभा के साथ समाप्त किया जाएगा । मधुबनी जिले से 24 मार्च को पटना बिधानसभा घेराव में 5000 हजार किसानों को भाग लेने का निर्णय महापंचायत में लिया गया अंत मे महापंचायत में उपस्थित किसानों के द्वारा लिया गया कि केंद्र सरकार द्वारा लाया गया किसान विरोधी तीनों कृषि कानून वापस लिया जाय अन्यथा संघर्ष जारी रहे ।
शनिवार, 6 मार्च 2021
मधुबनी : सरकार किसानों एवं मजदूरों के विरुद्ध : अतुल अंजान
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