बिहार सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत मिथिला क्षेत्र में प्राथमिक शिक्षा का माध्यम मातृभाषा मैथिली लागू किये जाने का स्वागत करते हुए मिथिला लोकतांत्रिक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज झा ने बयान जारी कर कहा है कि प्राथमिक शिक्षा का माध्यम मातृभाषा होने से बच्चों का शैक्षणिक विकास तीव्र गति से होगा। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा फरवरी 2014 में पटना में किए गए दस दिनों के अनशन के दौरान सरकार के तत्कालीन शिक्षा निदेशक ने इस मांग को तब भी लागू करने का आश्वासन दिया था जिसे आज तक लंबित रखा गया जो मिथिला के छात्रों के भविष्य के लिए बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने सरकार द्वारा मैथिली भाषा को अंगिका, बज्जिका और ठेंठी आदि स्तर पर पृथक किये जाने को चिंताजनक बताते हुए सरकार पर मिथिला क्षेत्र को विभिन्न इकाइयों में बांटने की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए कहा कि सरकार को इस बात को समझना चाहिए कि पांच कोश की दूरी पर भाषा का बदलना भाषा की नई इकाई नहीं माना जा सकता और अंगिका बज्जिका और ठेंठी आदि भाषाएं मैथिली भाषा की ही बोलियां हैं।
शनिवार, 6 मार्च 2021
प्राथमिक शिक्षा का माध्यम मातृभाषा मैथिली लागू किये जाने का स्वागत
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