बिहार : धन के गोपनीयता के कानून को समाप्त करो - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 14 मार्च 2021

बिहार : धन के गोपनीयता के कानून को समाप्त करो

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पटना। आज रविवार को कृष्ण बैंक्वेट हॉल बेऊर में मोड़ पटना में आर्थिक न्याय संगठन "हम हैं भारत" के तत्वावधान में एक कार्यक्रम आयोजित की गई। जिसमें उपस्थित सदस्यों ने आर्थिक न्याय लागू करने के लिए एक मत से सहमत हुए।  आर्थिक न्याय संस्थान के संस्थापक एवं उस परिकल्पना के रचनाकार श्री रोशनलाल अग्रवाल ने अपने बनाए गए थ्योरी को साथियों के बीच में व्यापक रूप से रखा। "हम है भारत" संगठन के राष्ट्रीय संयोजक श्री हरिराम यह तो नहीं बताया कि देश के हर नागरिक को आर्थिक न्याय पाना जन्मसिद्ध अधिकार है क्योंकि देश के प्राकृतिक संपदा पर सबका समान अधिकार है इसलिए उससे होने वाले आय में सबका बराबर हिस्सा मिलना चाहिए। मुट्ठी भर तथा देश के मात्र 14 लाख पति संपन्न लोगों पर संपत्ति कर लगा देने मात्र से ही देश को इतना अधिक लाभ हो सकता है जिससे देश के तमाम सरकारी बजट को काटने के बाद भी प्रत्येक नागरिक को उसके हिस्से के नागरिक भत्ता के रूप में कम से कम 10 हजार रुपए प्रतिमाह दिया जा सकते है। यह काम सिर्फ तीन काम कर देने से पूरी तरह संभव हो जाएगा प्रथम धन के गोपनीयता के कानून को समाप्त करना होगा दूसरा अब मेरे रेखा का निर्धारण करना होगा और तीसरा संपत्ति कर लागू करना होगा। इस मुहिम को आगे बढ़ाने श्री हरिराम महतो ने कहा कि वे जिस भी स्थिति में हो पूरे राज एवं देश में जनमत तैयार करके आंदोलन का रूप देंगे ताकि जनता स्वयं अपने अधिकार को जान सकें एवं राजनेताओं अथवा सरकार से अपना हिस्सा ले सकने में सक्षम हो जाए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता आलम खान श्री मुकेश निषाद श्री सच्चिदानंद सिंह श्री अखिलेश रावत श्री मनोज राम श्री प्रेमनाथ सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक श्री अजीत कुमार सिंह हाईकोर्ट के वरीय अधिवक्ता श्री अरुण कुमार कुशवाहा श्री एके चौधरी श्री विनायक झा, रिटायर्ड इंस्पेक्टर श्री विजय कुमार चौधरी , तकनीकी छात्र संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरव पटेल जी आदि तमाम बुद्धिजीवी लोगों ने इस मुहिम को आगे बढ़ाने पर जोर दिया और इस नीति को मुक्त हृदय से सराहा। अंत में हम हैं भारत के प्रदेश संयोजक श्री प्रशांत कुमार सिंह ने आए हुए तमाम वरिष्ठ बुद्धिजीवी अतिथियों को हृदय से धन्यवाद दिया एवं स्वागत किया तथा अपना सर्वस्व न्योछावर करके भी इस मुहिम को धरातल पर उतारने के लिए संकल्प लिया। कार्यक्रम में विभिन्न विषयों पर सामाजिक संगठन चलाने वाले साथी गण अधिवक्ता गण साइंटिस्ट शिक्षाविद आदि लोगों ने भाग लिया।

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