दुर्ग। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत छात्रों के लिए आत्महत्या रोकथाम गेटकीपर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन अपोलो कॉलेज ऑफ नर्सिंग, अंजोरा, दुर्ग में किया गया। प्रतिभागियों को मानसिक अस्वस्थता तथा इससे होनेवाले वाला अवसाद, डर, चिंता, घबराहट, एकाकीपन जो आगे चलकर अवसाद तथा परिणाम स्वरूप की ओर आत्महत्या की ओर ले जाता है। इस विषय पर विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। आत्महत्या करने के कारण, इससे बचने के लिए उपाय, इसके प्रबंधन तथा निदान के संबंध में सीपी सुमन कुमार, चिकित्सा मनोवैज्ञानिक ने छात्रों/शिक्षकों को जानकारी प्रदान की। चिकित्सा मनोवैज्ञानिक ने प्रशिक्षुओं को समुदाय में ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए प्रशिक्षित किया गया, जिनके व्यवहार में परिवर्तन आ रहा हो। Thought, Mood एवम Behaviour में आमूल-चूल परिवर्तन को भांपने, तथा उन्हें उचित मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए जानकारी दी गयी। मानसिक समस्याग्रस्त जनों के रेफरल के लिए प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया गया। छात्र आत्महत्या रोकथाम के लिए एक गेटकीपर की भूमिका किस प्रकार निभा सकते हैं, उसके लिए विस्तारित रूप से प्रशिक्षित किया गया। प्रतिभागियों को मनोरोग निदान के लिए जिला चिकित्सालय-दुर्ग स्थित स्पर्श क्लिनिक के विषय में जानकारी दी। तथा परामर्श हेतु दूरभाष उपलब्ध करवाया। प्रतिभागियों को दैनिक जीवन में होनेवाले तनाव एवं अवसाद के विषय में जानकारी दी गयी। इससे निपटने के लिए टिप्स दिए गए।
रविवार, 21 मार्च 2021
आत्महत्या रोकथाम गेटकीपर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
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