विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 11 मई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 11 मई 2021

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 11 मई

षिवराज जी खाली वर्चुअल मीटिंग से काम नहीं चलेगा-विधायक भार्गव     

  • कार्यप्रणाली नहीं सुधारी तो कांग्रेस का 18 मई को धरना प्रदर्षन 

vidisha news
विदिशाः- मध्यप्रदेष सरकार के मुखिया द्वारा वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से रोजाना जनता को गुमराह करने के तरीके अधिकारियों को सिखाए जा रहे है। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि म.प्र. सरकार द्वारा जनता को भावनात्मक रूप से छलने के लिए किल कोरोना-2 अभियान चलाया था। जिसकी जानकारी के लिए विदिषा विधायक द्वारा पत्र क्रमांक 5574 दिनांक 04.05.2021 लिखा गया था जिसका जबाब आज तक आप्राप्त है। जिसकी सर्वे टीम में कोई भी व्यक्ति इतना सक्षम नही था कि वह स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एकत्रित कर सके। उसी तर्ज पर म.प्र. सरकार द्वारा किल कोरोना-3 की शुरूआत की गई है, इस अभियान के तहत सर्वे टीमें बनाई गई है उसमें स्वास्थ्य विभाग के सक्षम अधिकारी के अभाव में मरीजों को सही तरीके से दवाई नहीं मिल सकेगी, और मरीजों का परीक्षण भी नहीं हो सकेगा। किल कोरोना-3 की जानकारी के संबंध में एवं कार्यप्रणाली में व्यवहारिक सुधार हेतु विदिषा विधायक हेतु पत्र क्रमांक 5582 दिनांक 07.05.2021 को लिखा गया था जिसकी जानकारी आज तक आप्राप्त है।   सरकार द्वारा चलाए जा रहें इस अभियान से मात्र खाना पूर्ती की जा रही है, इससे जनता को कोई राहत प्राप्त नहीं हो रही है, ग्रामीण क्षेत्रों में जनता बहुत ही भयावह स्थिति से गुजर रही है ग्रामीण क्षेत्रों में कई ग्रामों में तो ऐसा कोई घर नहीं है जहाॅ के परिवार के एक दो सदस्य बीमार न हों, ग्रामीण क्षेत्रों में निरंतर मृत्यु दर भी बढती जा रही है, ग्रामीण क्षेत्रों में फीवर क्लीनिक भी पर्याप्त मात्रा में नहीं होने की वजह से ग्रामीणजन ईलाज के आभाव में काल के गाल में समा रहें है। किल कोरोना-3 के तहत शहरों में भी जो कोविड सहायता केन्द्र सरकार द्वारा लगाये जा रहें है उनमें भी मेट पटवारी, नायब तहसीलदार इत्यादि की ड्यूटी लगाई गई है कोई भी सक्षम स्वास्थ्य अधिकारी इन कैम्पों में उपलब्ध नहीं है यहाॅ तक की किल कोरोना-3 में कार्य करने वाले अधिकारी कर्मचारियों को सरकार कोरोना योद्धा मानने को तैयार नहीं है जिससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है क्योंकि देष के प्रधानमंत्री एवं प्रदेष के मुख्यमंत्री द्वारा इन सभी व्यक्तियों को 50-50 लाख बीमा की राषि व अन्य सुविधाओं की घोषणा की है लेकिन आज तक किसी भी कर्मचारी को किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला। शहर में आईसोलेषन सेंटरों की कमी है एवं शहर में फीवर क्लीनिक की भी कमी है। प्रषासन द्वारा प्रत्येक वार्ड में आईसोलेषन सेंटर शुरू किये जावें जिला अस्पताल में व मेडिकल काॅलेज में आॅक्सीजन की कमी को पूरा किया जावे व 100 नये आॅक्सीजन बेड शुरू किये जावें एवं मेडिकल काॅलेज व जिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर किया जावे मेडिकल काॅलेज के कोविड सेंटर में तुरंत सी.सी.टी.व्ही. कैमरे लगाकर परिजनों को अपने मरीज को देखने की अनुमति दी जावे। आईसीयू एवं अन्य वार्डो में कोई भी व्यक्ति की मृत्यु ईलाज के दौरान हो जाती है तो उस व्यक्ति को वार्ड से बाहर लाकर कोविड नियमानुसार शव की व्यवस्था की जावे। हमारी जानकारी के अनुसार वार्ड में एवं आई.सी.यू. में कोई व्यक्ति मृत घोषित किया जाता है तो वहाॅ से शव को बाहर लाने में काफी समय लगता है जिसकी वजह से अन्य भर्ती मरीजों का मनोबल कमजोर होता है। कांग्रेस पार्टी के विधायक द्वारा गत 18-19 अप्रैल की रात आॅक्सीजन समाप्त हो जाने की वजह से एक सैकडा से अधिक मौतों का कारण डीन मेडिकल काॅलेज से पत्र क्रमांक 5567 दिनांक 23 अप्रैल 2021 के माध्यम से जबाब मांगा गया था जिसकी जानकारी आज तक नहीं दी गई। सरकार आंकडें कम करके बताने में ज्यादा समय व्यतीत कर रही है जबकि अधिकारी कर्मचारियों को जनता की भलाई करने में अपना ध्यान लगाना चाहिए। उपरोक्त सभी जनता के हितों की मांगों को मेडिकल काॅलेज प्रषासन, जिला अस्पताल, जिला प्रषासन ने कार्यप्रणाली एवं व्यवस्थाओं को नहीं सुधारा तो विदिषा विधायक, जिला कंाग्रेस कमेटी विदिषा, ब्लाॅक कंाग्रेस कमेटी शहर, असंगठित कामगार कांग्रेस एवं समस्त कांग्रेसजनों द्वारा स्थान माधवगंज चैक पर समय प्रातः 10 बजे से दिनांक 18 मई 2021 को लाॅकडाउन खुलने के पष्चात् धरना प्रदर्षन किया जावेगा।   


आमजन लिंक के माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे जिले के कोविड अस्पताल संबंधी जानकारी 


शासन द्वारा जिलेवार कोविड अस्पताल सम्बन्धी जानकारी हेतु आम नागरिकों की सुविधा के लिये लिंक उपलब्ध कराई गई है। लिंक के माध्यम से आमजन जिले में स्थित कोविड अस्पतालों की सूची, बिस्तरों की उपलब्धता, अस्पतालों के नोडल अधिकारियों की जानकारी एवं देयक शुल्क संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। जानकारी प्राप्त करने के लिये http://sarthak.nhmmp.gov.in/covid/facility.bed.occupancy. पर क्लिक करना होगा। 


वैद्य आपके द्वार योजना के जरिये घर बैठे निःशुल्क चिकित्सा परामर्श 


आयुष विभाग द्वारा शुरू की गई ष्वैद्य आपके द्वारष् योजना के जरिये घर बैठे निरूशुल्क आयुष चिकित्सा विशेषज्ञ से लाइव वीडियों कॉल द्वारा चिकित्सा परामर्श लिया जा सकता है। योजना में आयुष की तीनों विधाओं आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी का लाभ लिया जा सकता है। नागरिक एन्ड्राइड फोन में गूगल प्ले स्टोर से AyushQure एप डाउनलोड कर इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं।  आयुष विभाग ने सामान्य जन को आयुष स्वास्थ्य सेवा सहजता से घर पर ही सुलभ कराने के उददेश्य से इस योजना को टेलीमेडिसिन एप के माध्यम से उपलब्ध कराया है। आज के इस सूचना प्रौद्योगिकी के युग में चिकित्सा विज्ञान, इंजीनियरिंग का समन्वय रूप टेलीमेडिसिन है। इसके अंतर्गत विशेष रूप से तैयार किये गये एप ष्आयुष क्योरष् का रोगी तथा चिकित्सक दोनों उपयोग कर सकेंगे। इसके द्वारा रोगी सीधे वीडियो कॉल के माध्यम से चिकित्सक से परामर्श प्राप्त कर सकेंगें। चिकित्सक द्वारा बताये गये आवश्यकता होने पर विभिन्न जाँचों को कराकर अपलोड भी कर सकेंगे। इसके आधार पर चिकित्सक परामर्श दे सकेंगे। अधिक आवश्यक होने पर ही चिकित्सक चिकित्सालय में रोगी को बुलायेगें। आयुष क्योर एन्ड्राइड पर आधारित एक एप है। यह गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा। मोबाइल नम्बर द्वारा पंजीयनध्साइन अप तथा ओ.टी.पी. के माध्यम से सत्यापन होने के बाद आयुष चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी के अनुसार चिकित्सक तथा समय चुनकर अपॉइटमेंट बुक कर सकेंगें। चुने गये चिकित्सक द्वारा निर्धारित समयानुसार ही एप के माध्यम से वीडियों कॉल कर चिकित्सा परामर्श दिया जायेगा एवं परामर्श पत्र प्रेषित किया जा सकेगा।


ओपन बुक से होंगी स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं 


कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्नातक प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर की समस्त परीक्षाएं ओपन बुक पद्धत्ति से आयोजित की जाएगी। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने नई गाईडलाईन जारी कर दी है। जारी गाईडलाईन के अनुसार स्नातक तृतीय वर्ष व स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा जून में आयोजित होगी और जुलाई में रिजल्ट घोषित किया जाएगा। वहीं स्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं जुलाई में आयोजित की जाएगी तथा परीक्षा परिणाम अगस्त में घोषित किया जाएगा।  संबंधित विश्वविद्यालय वेबसाईट पर पेपर अपलोड करेगा। पेपर अपलोड होने के बाद विद्यार्थियों को कापियां घर पर लिखनी होगी और कलेक्शन सेंटर पर कापी जमा करनी होगी। इसके अलावा स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर शेष प्रायोगिक परीक्षाएं ओपन बुक परीक्षा की समाप्ति के पश्चात आयोजित की जाएगी। 


उपभोक्ता अपनी खाद्यान्न पात्रता पर्ची की जानकारी खुद जाँच कर सकेंगे 


जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि खाद्य सुरक्षा योजना से लाभान्वित परिवारों का सत्यापन कार्य तथा तैनात कर्मचारियों द्वारा घर-घर जाकर एम-राशन मित्र एप के माध्यम से सत्यापन किया जा रहा है । प्रत्येक उपभोक्ता गुगल प्ले स्टोर से इस एप को स्टाल कर सकते हैं । इसके माध्यम से उपभोक्ता अपनी पात्रता की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। एप में परिवार की समग्र आईडी से लागिन करने पर खाद्यान्न की पात्रता, पात्रता पर्ची के अनुसार परिवार के सदस्यों की जानकारी तथा परिवार प्रोफाइल की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके माध्यम से आसपास की उचित मूल्य दुकान पीओएस मशीन की स्थिति, दुकान को खाद्यान्न आवंटन एवं वितरण की भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। शासन द्वारा खाद्यान्न वितरण के संबंध में दी जाने वाली सूचनाओं और सुविधाओं के लिए भी एम-राशन मित्र एप बहुत उपयोगी है।


कोविड-19 के लक्षण आते ही चिकित्सक से सलाह लें , मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अपील 


मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 के मरीजों एवं टीकाकरण कराने आने वाले लोगों को सलाह दी गई है कि ऐसे व्यक्ति जो ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, किडनी, अस्थमा, कैंसर आदि से पीडित हैं उन्हें सर्दी, जुखाम, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द, भूख न लगना, दस्त लगना आदि के लक्षण होने पर वे अपने घर पर ही पारंपरिक उपचार लेते हैं, ठीक होने की उम्मीद में 5 से 7 दिन गुजार देते हैं जिन्हें स्वास्थ्य लाभ होने के बजाय उनकी बीमारी और जटिल हो जाती है। उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है, ऐसी स्थिति में कोविड 19 जांच पॉजिटिव आती है तो उपचार और जटिल हो जाता है। ऐसे मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट या आईसीयू में भर्ती कर उपचार करना पड़ता है।  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी नागरिकों से अपील की है कि ऐसे बीमारियों से प्रभावित व्यक्तियों को सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द, हाथ पैरों में दर्द, शरीर में ऐठन, भूख न लगना, खाने व सूंघने में स्वाद का पता न लगना आदि लक्षणों के आधार पर अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर आवश्यक जांच करवाकर समय रहते पूर्ण उपचार लेकर लें। जिससे समय रहते परिवार को सुरक्षित रख सकते है। कोविड-19 वैक्सीनेशन के साथ साथ मास्क लगाना, दो गज की दूरी बनाये रखना, हाथों को सेनेटाइज करना या साबुन और पानी से हाथ धोना, भीड भाड़ वाली जगह पर ना जाना आदि की।


मलेरिया से बचने के लिये आवश्यक सावधानी बरतें 


जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया है कि मलेरिया संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। मलेरिया का मच्छर रूके हुये पानी में पनपता है। जैसे आपके घर के आस पास गडडों में भरे पानी की टंकी में, गमले, नदी के किनारे गडडे तथा हेंड पंप के पास रूके हुये पानी, तालाब के किनारे आदि पीने के पानी में मच्छर पनप सकते हैं। रोकथाम के लिये गडडों को मिटटी डालकर भर देना चाहिये। नालियां, तालाबों में रूके पानी में जला हुआ ऑयल या मिटटी का तेल डालना चाहिये। पानी की टंकी, गमलों व टायरों को साफ व सुखा कर उपयोग करना चाहिये। घर के आस पास सफाई रखना चाहिये, जिसमें मलेरिया फैलने वाले मच्छर न पनप सकें। सोते समय मच्छरदानी लगायें, फुल आस्तीन के कपड़े पहने, मच्छर से बचने की क्रीम या लिक्विड का इस्तेमाल करें, नीम की पत्तियों का धुंआ करें, मलेरिया के लक्षण ठंड लगकर, बुखार आना, पसीना आकर बुखार का उतर जाना, सर दर्द व उल्टी होना एवं गंभीर स्थिति में बेहोशी होना ऐसे लक्षण होने पर किसी स्वास्थ्य संस्था व डॉक्टर से उपचार लें। खून की जांच करायें। मलेरिया से बचाव के लिये समय पर उपचार व डॉक्टर से सलाह अनुसार इलाज लिया जाये, जिसमें मलेरिया से होने वाली खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है।

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