भाकपा-माले के वरिष्ठ नेता के निधन पर पार्टी ने जताया शोक. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 5 मई 2021

भाकपा-माले के वरिष्ठ नेता के निधन पर पार्टी ने जताया शोक.

  • माले राज्य सचिव ने बताया पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति, शोकसंतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना.

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पटना 5 मई, भाकपा-माले राज्य सचिव काॅ. कुणाल ने पार्टी के वरिष्ठ नेता 92 वर्षीय का. मो. उमरदराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और इसे पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. मूलतः पटना जिले के कटेसर (बिहटा प्रखंड) के रहनेवाले का. उमरदराज पार्टी के शुरुआती दिनों में ही भाकपा (माले) के साथ जुड़ गए थे. बाद में जब उन्होंने रेलवे की नौकरी की तो वे यूनियन की गतिविधियों में सक्रिय हुए और एक नेतृत्वकारी के रूप में उभरे. इस वजह से उन्हें कई वर्षों तक सस्पेंशन का भी सामना करना पड़ा और अंततः वे नौकरी से रिमूवल के शिकार हो गए. वे दानापुर डिवीजन में ऑफिस सुपरिटेंडेंट के पद पर कार्यरत थे. आगे कहा कि बाद के दिनों में उन्होंने का. तकी रहीम के साथ मिलकर इंकलाबी मुस्लिम कॉन्फ्रेंस के निर्माण में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया. और, उम्र व अस्वस्थता के बावजूद तब से वे लगातार राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रहे. विगत सीएए विरोधी आंदोलन के दौरान उन्होंने फुलवारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. अंग्रेजी और उर्दू की बेहतर समझ रखनेवाले मृदुभाषी का. उमरदराज ने 1958 में लॉ ग्रेजुएट की डिग्री भी हासिल की थी, लेकिन वकालत उन्हें रास नहीं आई. वे कम्युनिस्ट साहित्य व राजनीति के गहरे अध्येता थे और समसामयिक मुद्दों पर कई उर्दू अखबारों में उनके लेख व टिप्पणियां प्रकाशित होती रहती थीं. विगत 3 मई 2021 को उनका निधन हुआ. वे 25 अप्रैल को बुखार और सांस की तकलीफ से दानापुर रेलवे अस्पताल में भर्ती हुए थे. जब यहां उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें करबिगहिया, पटना जंक्शन अवस्थित रेलवे के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में 1 मई को रेफर कर दिया गया. लेकिन यहां भी उनका स्वास्थ्य गिरता गया और 3 मई को अपराह्न 4.30 बजे उन्होंने अंतिम सांसें लीं. दानापुर में वे रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोविड निगेटिव पाए गए थे. उनका आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं हो सका था. ऑक्सीजन सपोर्ट के बावजूद उनका ऑक्सीजन लेवल लगातार गिरता गया और उन्हें बचाना संभव नहीं हो सका. अपने पीछे वे 4 पुत्र और 2 पुत्रियों का भरादृपूरा परिवार छोड़ गए हैं. उनका निधन भाकपा-माले के लिए अपूरणीय क्षति है. माले की राज्य कमिटी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती है और दुख की इस घड़ी में शोकसंतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती है.

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