बिहार का नाम देश विदेश में अपने प्रतिभा से रौशन करने वाले DEEPAK THAKUR को आरके श्रीवास्तव ने बताया रियल हीरो। मैथेमैटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव ने कहा की दीपक ठाकुर ने अपने गाँव और वहाँ समीप में आये बाढ़ पीड़ितों की जो मदद कर रहे वह काबिले तारीफ है। बाढ़ के कारण सैकड़ों से अधिक घर बेघर हो गये है। दीपक के कोशिश से सभी बाढ़ प्रभावित लोगो तक मदद पहूँच रहा है। अभी हाल ही में दीपक ठाकुर के आग्रह पर बीजेपी के पूर्व सांसद गरीबो के मसीहा आरके सिन्हा ने करीब 15 लाख के निजी खर्च से 1001 तीरपाल बाढ़ पीड़ितों को दिया। वर्तमान समय में बिहार के कई ऐसे जिले हैं जो बाढ़ प्रभावित है। जिसके वजह से काफी लोग घर से बेघर हो गए तो किसी के पास खाने के रोटी तक नहीं है। ठीक उसी तरह अगर हम Muzaffarpur जिला के आथर और आस पास के गांव की बात करें तो पूरी तरह जलमय हो चुका है। रोजाना कई बच्चों की जान जा रही है, फिर भी सरकार की आंख नहीं खुल रही है। आरके श्रीवास्तव ने कहा की हर कोई सेलिब्रिटी Deepak Thakur जैसा नहीं होता हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि, बिहार के कई सारे हीरो एवं सेलिब्रिटी ऐसे हैं जो अपने गांव को परेशानी में छोड़ मुंबई का रुख अपना लेते हैं। लेकिन, दीपक ठाकुर ने ऐसा बिल्कुल भी नहीं किया, क्योंकि सरकार अंधी हो सकती है। लेकिन, गांव का बेटा अंधा नहीं हो सकता हैं यह दीपक ठाकुर ने बाढ़ पीड़ितों के मदद करके दिखाया है।
कौन है आरके श्रीवास्तव-------------------------
न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया के इंजीनियरिंग और अन्य प्रतियोगी परीक्षा देने वाले स्टुडेंट्स के बीच एक चर्चित नाम है 1 रूपया में पढ़ाने वाला शिक्षक।
एक रुपया में पढ़ाते हैं आरके श्रीवास्तव, 540 गरीब स्टूडेंट्स को बना चुके हैं इंजीनियर
बिहार के रोहतास जिले के रहने वाले आरके श्रीवास्तव देश में मैथेमैटिक्स गुरु के नाम से मशहूर हैं। खेल-खेल में जादुई तरीके से गणित पढ़ाने का उनका तरीका लाजवाब है। कबाड़ की जुगाड़ से प्रैक्टिकल कर गणित सिखाते हैं। आर्थिक रूप से सैकड़ों गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई सहित देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में पहुँचाकर उनके सपने को पंख लगा चुके हैं। इनके द्वारा चलाया जा रहा नाइट क्लासेज अभियान अद्भुत, अकल्पनीय है। स्टूडेंट्स को सेल्फ स्टडी के प्रति जागरूक करने लिये 450 क्लास से अधिक बार पूरी रात लगातार 12 घंटे गणित पढ़ा चुके हैं। अन्य राज्यो के शैक्षणिक संस्थाएँ भी इन्हें गेस्ट फैकल्टी के रूप में अपने यहा शिक्षा देने के लिये बुलाते है। इनकी शैक्षणिक कार्यशैली की खबरें देश के प्रतिष्ठित अखबारों में छप चुकी हैं, वर्ल्ड रिकॉर्डस में भी नाम दर्ज है, विश्व प्रसिद्ध गूगल ब्वाय कौटिल्य के गुरु के रूप में भी देश इन्हें जानता है।
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