बिहार : नीतीश के लिए NDA में वैकेंसी नहीं : लालू यादव - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 3 अगस्त 2021

बिहार : नीतीश के लिए NDA में वैकेंसी नहीं : लालू यादव

sharad-yadav-meet-lalu-yadav
दिल्ली : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पूर्व जदयू नेता शरद यादव से मुलाकात करने के बाद नीतीश कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया है। लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार को लेकर कहा कि नीतीश कुमार को भले ही जदयू पीएम मैटेरियल बता रही हो, लेकिन भाजपा ने इसको लेकर अपनी नियत साफ कर चुकी है। लालू ने कहा कि भाजपा के तरफ से जदयू का कहा जा चुका है कि एनडीए में पीएम पद को लेकर कोई वैकेंसी नहीं है। इसके अलावा जब उनसे यह सवाल किया गया है कि क्या राजद फिर से जदयू के साथ जाएगी तो इस पर उन्होंने कहा कि वह नहीं समझते हैं कि नीतीश कुमार उनके साथ आएंगे। वहीं उनसे पूछा गया कि क्या नीतीश के लिए लालू के दिल में जगह है। तो, इसपर जवाब देते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि जगह क्या होता है। जगह तो लोग बनाता है। हम नीतीश साथ में रहे हैं। अब हम नहीं समझते हैं कि नीतीश के साथ जाने की कोई भी संभावना है। लालू ने कहा कि बेईमानी कर के नीतीश सत्ता में हैं। महागठबंधन के उम्मीदवारों को बेईमानी कर के कम वोटों से हराया गया।


वहीं जातीय जनगणना को लेकर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर राजद का संघर्ष लागतार जारी रहेगा। मालूम हो कि लालू यादव कल मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे थे और आज शरद यादव से मुलाकात किए हैं। इसके अलावा उन्होंने चिराग पासवान को लेकर कहा कि लोजपा के अंदर जो कुछ भी हुआ हो वह अलग मसाला है, लेकिन हकीकत यह है कि चिराग पासवान अब एक बड़े नेता बन चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान में बिहार के अंदर लोजपा नेता के तौर पर लोग चिराग पासवान को ही जान पहचान रहे हैं। इसलिए चिराग ही नेता हैं और आगे चिराग के साथ ही गोलबंदी होगी।

कोई टिप्पणी नहीं: