केरल। लालटेन में किरासन तेल लालटेन में डालकर जलाकर पढ़ने बैठ जाती थी.वह लालटेनन की रोशनी में पढ़ाई की और पली-बढ़ी और सभी परीक्षाओं में उच्च अंक हासिल किए.वह है राधिका राजन, जिन्होंने आज केरल यूनिवर्सिटी के एमकॉम रिजल्ट में 1288 अंक हासिल किए हैं. मूल निवासी, पुंथला की जीत पर गर्व है. मेरे देश में कोई दूसरा बच्चा नहीं है जिसने जीवन में इतनी कठिनाइयों को पार किया हो और उच्च सफलता प्राप्त की हो. राधिका को तो अब आप जान ही लिए होंगे, राधिका एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने शिक्षा के एक निश्चित चरण तक मिट्टी के तेल वाले लालटेनन की रोशनी में पढ़ाई की और पली-बढ़ी और सभी परीक्षाओं में उच्च अंक हासिल किए.राधिका ने बहुत कम उम्र में अपने पिता को खो दिया और उनकी माँ ने अपने दो बच्चों को शिक्षित करने और पालने के लिए कड़ी मेहनत की. 10वीं कक्षा में उन्हें प्लस टू मेरिट लिस्ट में पहले अलॉटमेंट में दाखिला मिला और फिर एनएसएस कॉलेज पंडालम में डिग्री हासिल की और पहले अलॉटमेंट में बीकॉम ज्वाइन किया. राधिका की मां श्यामला चेची ने भी राधिका को अपना पूरा समर्थन दिया, जिन्होंने बी.कॉम के बाद फिर से पढ़ाई करने का फैसला किया, जब उन्होंने कहा कि वह एक अच्छी कंपनी में नौकरी की तलाश करेंगी क्योंकि उन्हें अभी भी एक बेघर घर की स्थिति पता है. बेबी जॉन मेमोरियल सरकार.यह सफलता कॉलेज में सीट मिलने और पढ़ाई करने से मिलती है.इस जीत की मिठास सौ गुना है।
बुधवार, 6 अक्तूबर 2021
इस अध्ययन यात्रा से खुश हूं : राधिका
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