विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 08 नवम्बर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 8 नवंबर 2021

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 08 नवम्बर

गैर-वित्तीय संस्थाओं के प्रति सावधान और सचेत रहने  की सलाह


कलेक्टर ने नागरिकों से असामान्य रूप से रिटर्न या सस्ते लोन देने वाली गैर-वित्तीय संस्थाओं के प्रति सावधान और सचेत रहने का आग्रह किया  है। आम नागरिकों से ऐसी संस्थाओं के पंजीयन के प्रति जागरूक रहने एवं उनकी प्रामाणिकता के संबंध में पहले जाँच पड़ताल करने की अपील की गयी है। ऐसी संस्थाओं के जमाकर्ताओं के लिये जागरूकता अभियान  भी चलाया जायेगा। गैर-वित्तीय संस्थाओं, कंपनियों के जमाकर्ताओं को संभावित आर्थिक धोखाधड़ी से बचाने के लिये जागरूकता अभियान शुरू किया जायेगा। सभी अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे समय-समय पर ऐसी संस्थाओं में  जमाकर्ताओं के हितों का संरक्षण अधिनियम और अनियमित जमा प्रतिबंध अधिनियम के प्रावधानों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें। जमाकर्ताओं और आम जनता और सरकार के बीच परस्पर विश्वास बनाने रखने के लिये दोषी संस्थाओं पर सख्ती बरतते हुए कार्रवाई जारी रखने के निर्देश दिये गये हैं।


विद्युत संबंधी आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए


विद्युत लाइनों, उपकरणों एवं खंभों से छेड़खानी करना विद्युत अधिनियम 2003 के अंतर्गत दण्डनीय अपराध है। जरा-सी असावधानी या छेड़खानी से बड़े-बड़े खतरे पैदा कर सकते हैं। म.प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने सभी बिजली उपभोक्ताओं तथा आम नागरिकों से अपील की है कि सभी को एक जिम्मेदार नागरिक बनकर विद्युत संबंधी आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए । ऐसी लाइनें जिनमें विद्युत शक्ति प्रवाहित होती है यदि आंधी तूफान या अन्य किसी कारण से अकस्मात उन्हें छूकर खतरा मोल न लें। आवश्यक बात यह है कि लाइन टूटने की सूचना शीघ्र ही निकटस्थ बिजली कंपनी के अधिकारी को अथवा विद्युत कर्मचारी को दें। संभव हो तो किसी आदमी को उस जगह, अन्य यात्रियों को चेतावनी देने के लिये रखें। नये घर बनाते समय विद्युत पारेषण अथवा वितरण लाइन से समुचित दूरी रखें। यह कानून की दृष्टि से भी आवश्यक है। उचित फासले के विषय में स्थानीय बिजली कंपनी के अधिकारी से सलाह लें। आपके बच्चों एवं कुटुम्बीजनों की सुरक्षा के लिए यह अति आवश्यक है। खेतों खलिहानों में ऊंची-ऊंची घास की गंजी, कटी फसल की ढेरियॉं, झोपड़ी, मकान अथवा तंबू आदि विद्युत लाइनों के नीचे अथवा अत्यंत समीप न बनायें।विद्युत लाइनों के नीचे से अनाज, भूसे आदि की ऊंची भरी हुई गाड़ियॉं न निकालें, इससे आग लगने एवं प्राण जाने का खतरा है।बहुत से स्थानों पर बच्चे पतंग अथवा लंगर का खेल खेलते तरह-तरह के धागे और डोर विद्युत लाइनों में फंसा देते हैं। ऐसा करने से उन्हें रोकें। लाइनों में फंसी पतंग निकालने के लिए बच्चों को कभी भी खंभे पर चढ़ने न दें। लाइन पर तार या झाड़ियां न फेकें। यदि कोई ऐसा करता है तो इसकी सूचना पास के पुलिस थाने या विद्युत कंपनी के वितरण केन्द्र में दें। विद्युत लाइनों के पास लगे वृक्ष या उनकी शाखा न काटें। यदि कटी डाल लाइन पर गिरे तो आपके लिए घातक सिद्ध हो सकती है। बिजली के तारों पर कपड़े आदि डालना दुर्घटना को निमंत्रण देना है। अपने खेत खलिहान पर या संपत्ति की सुरक्षा हेतु अवरोधक तारों (फेन्सिंग वायर्स) में विद्युत प्रवाहित न करें। यह कानूनी अपराध भी है। इस प्रकार विद्युत का उपयोग करने वालों पर कानूनी कार्यवाही की जा सकती है। बिजली के खंभों पर कदापि न चढ़ें एवं स्टे-वायर आदि विद्युत उपकरणों से छेड़खानी न करें। ऐसा करने से आपका जीवन संकट में पड़ सकता है। बिजली के खंभों या स्टे-वायर से जानवर आदि न बांधे और न ही इससे जानवरों को रगड़ने दें। इससे जनधन की हानि हो सकती है। यदि कोई व्यक्ति सजीव (चालू लाइन के) तारों के संपर्क में आ जाता है तो निम्न सावधानी बरतनी चाहिए। स्विच से विद्युत प्रवाह तुरंत बंद कर दें। यदि स्विच बंद न कर सकें तो दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को सूखी रस्सी, सूखा कपड़ा या सूखी लकड़ी की सहायता से सजीव तारों से अलग करें। ऐसा न करने से सहायता करने वाले को भी झटका (शॉक) लग सकता है। दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को सजीव तारों से शीघ्र ही अलग करें क्योंकि एक सेकेण्ड की भी देरी घातक हो सकती है। दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को सूखी जमीन या सूखे फर्श पर लिटायें एवं कृत्रिम सांस देकर उसका प्रथमोपचार करें। डॉक्टर को तत्काल बुला कर कृत्रिम श्वॉंस देवें अथवा उसे शीघ्र अस्पताल पहुंचायें। घरों में बिजली के तार सुव्यवस्थित ढंग से लगावें। अव्यवस्थित एवं ढीले-ढाले या झूलते तार खतरे से खाली नहीं है। सभी विद्युत यंत्रों के उपयोग में सावधानी बरतें। विद्युत तारों अथवा उपकरणों की खराबी दूर करने के लिए तथा बिजली का फ्यूज सुधारने के लिये किसी जानकार की ही सहायता लें। इससे एक ओर जहॉं दुर्घटना को टाला जा सकेगा वहीं दूसरी ओर आप आर्थिक हानि से भी बच सकेंगे। घरेलू उपकरणों एवं विद्युत फिटिंग का अर्थिंग करना अति आवश्यक है। सही अर्थिंग न होने से विद्युत दुर्घटना हो सकती है। प्रकाशध्थ्रेशर चलाने के लिये लम्बे एवं जोड़ वाले तारों का उपयोग न करें । थ्रेशर के तारों को बिजली कंपनी की लाइनों से अनधिकृत रूप से न जोड़ें। ऐसा करने से दुर्घटना हो सकती है एवं आपके विरूद्ध विद्युत चोरी का इल्जाम लगाया जा सकता है और कानूनी कार्यवाही की जा सकती है ।


अनुसूचित जाति वर्ग के बीपीएल हितग्राहियों को बैकयार्ड मुर्गीपालन 100 प्रतिशत अनुदान 


उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने बताया कि अनुसूचित जाति उपयोजना के लिये विशेष केंद्रीय सहायता मद के अंतर्गत वर्ष 2021-22 के लिये आय सृजनात्मक योजना (बैकयार्ड मुर्गीपालन) के लिये अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना अंतर्गत चयनित ग्रामों के अनुसूचित जाति वर्ग के बीपीएल हितग्राहियों को बैकयार्ड मुर्गीपालन 100 प्रतिशत अनुदान से लाभांवित कर पोषण आहार तथा अतिरिक्त आय उपलब्ध कराई जानी है। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक हितग्राही को लो इनपुट टेक्नोलॉजी वाले 28 दिवसीय 90 चूजे 2 किश्तों में 6 माह के अंतराल में प्रदाय किए जाने है। चूजों के साथ 40.5 किलोग्राम कुक्कुट आहार तथा दडवा बनाने के लिये 2 हजार 200 रूपये राशि का प्रावधान है। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत चयनित ग्रामो में प्राथमिकता के अनुसार कार्य किया जाना है। चयनित ग्रामों में हितग्राही नहीं मिलने पर अन्य ग्राम के हितग्राहियों का चयन किया जा सकता है। उन्होंने अनुसूचित जाति वर्ग के बीपीएल हितग्राहियो से निकट की पशु चिकित्सा संस्था से संपर्क कर योजना का लाभ ले सकते हैं।


एम-राशन मित्र एप बहुत उपयोगी


खाद्य सुरक्षा योजना से लाभान्वित परिवारों का सत्यापन किया जा रहा है । तैनात कर्मचारियों द्वारा घर-घर जाकर एम-राशन मित्र एप के माध्यम से सत्यापन किया जा रहा है । प्रत्येक उपभोक्ता गूगल प्ले स्टोर से इस एप को स्टाल कर सकते हैं। इसके माध्यम से उपभोक्ता अपनी पात्रता की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं । एप में परिवार की समग्र आईडी से लागिन करने पर खाद्यान्न की पात्रता, पात्रता पर्ची के अनुसार परिवार के सदस्यों की जानकारी तथा परिवार प्रोफाइल की जानकारी प्राप्त की जा सकती है । इसके माध्यम से आसपास की उचित मूल्य दुकान पीओएस मशीन की स्थिति, दुकान को खाद्यान्न आवंटन एवं वितरण की भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। शासन द्वारा खाद्यान्न वितरण के संबंध में दी जाने वाली सूचनाओं और सुविधाओं के लिए भी एम-राशन मित्र एप बहुत उपयोगी है । 


’खाद क्रय करते समय पक्का बिल अवश्य लें’


संयुक्त संचालक कृषि ने संभाग के सभी जिलों के समस्त कृषकों से अनुरोध किया है कि रबी मौसम की बुआई के दौरान खाद, बीज का क्रय जिन संस्थाओं से करते है, उसका पक्का बिल अवश्य लें । यदि कोई व्यापारी, दुकानदार पक्का बिल देने में आनाकानी करता है अथवा समय पर बिल नही देता है तो अविलम्ब इसकी जानकारी स्थानीय एसडीएम के संज्ञान में अवश्य लाएं । ताकि संबंधित विक्रेता के खिलाफ जांच पड़ताल कर कठोर कार्यवाही की जा सकें ।


ई-ऑफिस एप्लिकेशन की सुरक्षा


ई-ऑफिस एप्लिकेशन की सुरक्षा को दृष्टिगत शासन स्तर से जारी किये जाने वाले निर्देशों का प्रारूप (ड्राफ्ट) के लिये बिन्दु निर्धारित किये गये है।  जारी बिन्दु अनुसार इलेक्ट्रॉनिक फाइलों पर डिजिटल सिग्नेचर टोकन (DSC) या e-Sign का उपयोग किया जाये, गोपनीय एवं अति गोपनीय दस्तावेजों को केवल भौतिक रूप से ही प्रस्तुत किया जाना चाहिये SSO(Single Sign On) आधारित प्रमाणीकरण का उपयोग किया जाये, केवल सुरक्षित नेटवर्क जैसे एनआईसी नेट, स्वान, एनकेएन के माध्यम से ही ई-ऑफिस वेब एप्लिकेशन का उपयोग किया जाना चाहिये। प्राईवेट नेटवर्क पर ई-आफिस वेब एप्लिकेशन तक पहुंचने हेतु व्हीपीएन, वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का उपयोग किया जाये।


सेकेण्ड डोज से वंचित विभागों का वेतन रोकने के निर्देश


vidisha news
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने आज लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक के पहले जिले में कोविड टीकाकरण संबंधी कार्यो का जायजा लिया। प्रथम डोज की तर्ज पर द्वितीय डोज का टीकाकरण कराने में रूचि प्रदर्शित नही करने वाले विभागों के अधिकारी, कर्मचारियों का आगामी माह का वेतन आहरण नहीं करने के निर्देश कलेक्टर श्री भार्गव ने जिला कोषालय अधिकारी को दिए है। कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि सभी विभागों के जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके द्वारा एवं अधीनस्थों के द्वारा कोविड टीकाकरण कार्य कराया जा चुका है। ऐसी ही प्रेरणा अपने परिजनों को दें ताकि कोरोना संक्रमण से स्वंय सुरक्षित रहें और दूसरों को सुरक्षा प्रदान कराएं। उन्होंने कहा कि जिले में जिस गति से प्रथम डोज का टीकाकरण कार्य किया गया है अर्थात नागरिकों द्वारा स्वंय भी रूचि प्रदर्शित की गई थी। यह रूचि द्वितीय डोज के टीकाकरण कार्य में समान अनुपातिक परलिक्षित नही हो रही है अतः जनजागरूकता संबंधी कार्यो पर उन्हें पुनः बल देते हुए कहा कि ऐसे नागरिक जिनके द्वारा टीकाकरण का प्रथम डोज लगाया गया है और द्वितीय डोज की निर्धारित अवधि में टीकाकरण कराया जाना अतिआवश्यक है अतः किन्ही कारणो से अब तक नही लगवा पाए है तो ऐसे सभी नागरिक नजदीक के टीकाकरण सत्र स्थल पर पहुंचकर द्वितीय डोज का टीकाकरण अनिवार्यतः कराएं। कलेक्टर श्री भार्गव ने बताया कि जिले के ऐसे नागरिक जो असहाय है उनका टीकाकरण कार्य घर पहुंचकर किया जाएगा। अतः मोबाइल यूनिट को सूचना प्रेषित कर घर बैठे टीकाकरण की सुविधा का लाभ वायोवृद्ध एवं असहाय नागरिक अवश्य लें। कलेक्टर श्री भार्गव ने एनआरएलएम के तहत महिला स्व-सहायता समूहो के सदस्यों का भी टीकाकरण कार्य किया जाना है इस दौरान बतलाया गया कि जिले में आठ हजार चार सौ स्व-सहायता समूह गठित किए गए है इन समूहो के कुल 98 हजार सदस्य है। उन सबकी टीकाकरण संबंधी जानकारी संकलित की जा रही हैं समूह की ऐसी महिला सदस्य जिनके द्वारा अब तक टीकाकरण नही कराया गया है उन सबका सर्वोच्च प्राथमिकता से टीकाकरण कार्य कराया जाएगा। कलेक्टर श्री भार्गव को लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक के दौरान जिन विभागों के अधिकारियों द्वारा अपडेट जानकारी से अवगत कराया गया है उनमें कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, खाद्य, कॉ-आपरेटिव, ऊर्जा, पीएचई, जिला पंजीयक, जिला योजना, गर्ल्स कॉलेज, मार्कफेड, सामाजिक न्याय विभाग, सम्राट अशोक सागर, लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन, उद्यानिकी, पशु चिकित्सा, श्रम विभाग, के अलावा आरईएस विभाग में लंबित आवेदनों पर की गई कार्यवाही से संबंधित विभागीय अधिकारी के द्वारा अवगत कराया गया है। नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह, डिप्टी कलेक्टर सुश्री अनुभा जैन, श्रीमती अमृता गर्ग, श्री विजय राय के अलावा विभिन्न विभागो के जिलाधिकारी मौजूद थे।


रोजगार अधिकारी का प्रभार जीएमडीआइसी को


कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव जिला रोजगार अधिकारी का प्रभार उद्योग विभाग के जिला महाप्रबंधक श्री पीडी वंशकार को सौंपा है। गौरतलब हो कि जिले में पदस्थ जिला रोजगार अधिकारी का स्थानांतरण हो जाने के फलस्वरूप रिक्त अवधि तक के लिए श्री वंशकार को जिला रोजगार अधिकारी का अतिरिक्त दायित्व सौंपा गया है।


सभी गौ-शालाओं में पानी के प्रबंध सुनिश्चित हों


कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने आज गौ-शालाओं के कार्यो की  समीक्षा की। उन्होंने जिले में नव निर्मित 17 गौ-शालाओं में पानी के प्रबंध सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए है। प्रत्येक गौ-शाला की दीवार पर पशु चिकित्सा सेवाएं विभाग के उप संचालक का नाम व मोबाइल नम्बर अनिवार्यतः अंकित किया जाए ताकि गौ-शालाओं से संबंधित कोई भी शिकायत, कमियों की सूचना प्राप्त हो सकें। कलेक्टर श्री भार्गव ने प्रत्येक गौ-शाला में रह रहे गौ-वंश के देखभाल बेहतर ढंग से हो इसके लिए औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक को दिए गए है। 


भवन निर्माण का स्टीमेंट शीघ्र दें


कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने नीति आयोग के प्राप्त तीन करोड़ की राशि से जिले में नवीन आंगनबाडी भवनों का निर्माण कार्य पूर्ण कराया जाना है इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची अनुसार नियत स्थलों पर नवीन भवनो का निर्माण कार्य कराया जाना है उपरोक्त भवनो के लिए भवन निर्माण हेतु स्टीमेंट ड्राइंग शीघ्र तैयार कर जमा कराने के निर्देश आरईएस के श्री शरद तंतुवाय को दिए गए है। गौरतलब हो कि विदिशा जिले के नगरीय निकाय क्षेत्रों में कुल 32 आंगनबाडी केन्द्रो का निर्माण कार्य उपरोक्त राशि से कराया जाएगा। प्रत्येक नवीन आंगनबाडी भवन की लागत क्रमशः साढे नौ लाख रूपए है। 


जनजातीय गौरव दिवस के लिए सभी प्रकार की तैयारियां सुनिश्चित की जावे-मुख्यमंत्री

  • मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीसी के माध्यम से की जिलावार तैयारियों की समीक्षा, विदिशा में वीसी के उद्बोधन का कलेक्टर सहित अन्य ने किया अनुश्रवण

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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 15 नवम्बर को राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर आयोजित किया जा रहा है। राज्य स्तरीय समारोह भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित किया जावेगा। इसलिए जनजातीय गौरव दिवस के लिए जिला कलेक्टर सभी प्रकार की तैयारियां सुनिश्चित करें। वे आज वीसी के माध्यम से प्रदेश के कलेक्टर्स, संभागायुक्त, विभागीय अधिकारियों को आज संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री जी जनजातीय गौरव दिवस को संबोधित करेंगे। इसलिए गौरव दिवस के लिए सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए जिला कलेक्टर व्यवस्थाएं करे। साथ ही संभागायुक्त इस कार्य की मॉनीटरिंग करें। उन्होने कह कि इस कार्यक्रम में किसान सम्मान निधि, पीएम आवास सहित अन्य योजनाओं के लाभान्वित हितग्राही भाग लेगें। साथ ही इस समारोह में प्रतिभागियों को लाने के लिए प्रभारी मंत्री, भाजपा के विधायक और जिला अध्यक्ष व्यवस्थाओं को कोर्डिनेट करेंगे। उन्होने कहा कि राज्य स्तरीय समारोह की भांति आदिवासी बाहुल्य पंचायतो में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जावे। जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधि, पंचायतो के पदाधिकारी आमंत्रित किये जावे। साथ ही जनजातीय आदिवासी भाई-बहनों को राज्य स्तरीय कार्यक्रम को देखने और सुनने की डिटेल व लिंक एडवान्स प्रदान की जावे। इसी प्रकार कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जावे। सोशल मीडिया पर भी आयोजित कार्यक्रम की पोस्ट डाली जावे। जनजातीय गौरव दिवस 15 नवम्बर 2021 को मनाने के लिए राज्य स्तर एवं जिला स्तर पर कन्ट्रोलरूम बनाया जावे। जिससे इन कन्ट्रोलरूमों के माध्यम से जानकारियों का आदान-प्रदान किया जावे। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों की थीम बोकल फॉर लोकल होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जनजातीय गौरव दिवस की तैयारियों की समीक्षा करते हुए जिलावार प्रतिभागियों को दिये गये टारगेट के अनुसार भोपाल लाने के कार्य की समीक्षा की। साथ ही प्रतिभागियों की संख्या पर चर्चा की। साथ ही प्रतिभागियों को लाने- ले जाने और ठहराने के लिए आवास स्थल पर सहभागियों की नियुक्ति के बारे में जानकारी दी। इसी प्रकार समारोह में धर्मगुरूओ से भी इस दौरान चर्चा की जावेगी। साथ ही महिला सशक्तिकरण की दिशा में स्वसहायता समूहों की भागीदारी सुनिश्चित की जावेगी। राज्य स्तरीय कार्यक्रम में ऐसे आदिवासी भाई-बहन जिनको शासन की योजनाओं का लाभ दिया गया है। उनको भी लाया जावे। उन्होने कहा कि जंबूरी मैदानी में प्रतिभागियो को लाने के लिए सुरक्षित परिवहन व्यवस्था की व्यवस्था की जावे। पंचायत स्तर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान राशन वितरण की भी व्यवस्था होनी चाहिए। जनजातीय गौरव दिवस के आयोजनों में विभिन्न जनजातीय के वर्गो की उपस्थिति सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस आंनन्द के प्रकटीकरण का माध्यम में उन्होने कहा कि प्रतिभागी जहां भी रूकेगें। वही पर वापसी कार्यक्रम के बाद होगी। जनभागीदारी से भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जावे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जनजातीय गौरव दिवस मनाने के कार्य की समीक्षा वीसी के दौरान एनआईसी कक्ष में कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव, पुलिस अधीक्षक डॉ मोनिका शुक्ला, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एपी सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। 


15 नवम्बर बिरसा मुण्डा की जयन्ती पर सामान्य अवकाश घोषित


मध्यप्रदेश सामान्य प्रशासन विभाग के उप सचिव श्री डीके नागेन्द्र ने अधिसूचना जारी की है। जारी अधिसूचना में राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि 15 नवम्बर बिरसा मुण्डा की जयन्ती पर प्रदेश में ऐच्छिक अवकाश के स्थान पर सामान्य अवकाश घोषित किया गया है।


मध्यप्रदेश दिसम्बर में प्राप्त कर लेगा सम्पूर्ण वैक्सीनेशन का लक्ष्य

मध्यप्रदेश के नागरिकों की जागरूकता सराहनीय, कोविड से पूर्ण सुरक्षा के लिए जरूरी हैं वैक्सीन के दोनों डोज - मुख्यमंत्री श्री चौहान, विद्यार्थियों का सहयोग याद रखा जाएगा, महाअभियान की चार तारीखों को ध्यान में रखकर सभी करें सहयोग

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के नागरिकों को स्वदेशी वैक्सीन के माध्यम से कोविड से बचाव का सुरक्षा चक्र प्रदान किया है। मध्यप्रदेश ने वैक्सीनेशन में देश के अग्रणी रहकर प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने का प्रयास किया है। आगामी दिसम्बर माह तक प्रदेश के सभी पात्र लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीन का द्वितीय डोज लगाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपील में कहा है कि प्रदेश के सभी नागरिकों को इस कार्य में अपना सहयोग प्रदान करना है। मध्यप्रदेश दिसम्बर माह के अंत तक सभी नागरिकों को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगाने का लक्ष्य प्राप्त कर लेगा।


इन तारीखों को रखें याद

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि वैक्सीन का दूसरा डोज लगाने का 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रदेश में नवम्बर माह की 10, 17 और 24 तारीख के अलावा 4 दिसम्बर को टीकाकरण महाअभियान चलाया जाएगा। इन तारीखों को सभी याद रखें। वैक्सीनेशन की बात हमारी मेल-मुलाकातों, बातचीत आदि में शामिल रहे। इससे सभी व्यक्तियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के लिए अनुकूल वातावरण बन जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस महाअभियान को सफल बनाने में सभी वर्गों को भागीदारी करनी है।


अन्य प्रांतों के लिए अनुकरणीय बना है मध्यप्रदेश

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड-19 से पूर्ण सुरक्षा के लिए वैक्सीन के दोनों डोज लगवाना आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ट्वीट कर प्रदेशवासियों से अपील की है कि जिस तरह आपने पहला डोज लगवाने में जागरूकता का परिचय दिया, उसी तरह दूसरे डोज के लिए भी आगे आएँ और प्रदेश में 100 प्रतिशत टीकाकरण और कोरोना मुक्त बनाने में अपना योगदान दें। अभी तक हुए टीकाकरण महाअभियानों में प्रदेश के नागरिकों की जागरूकता सराहनीय और अन्य प्रांतों के लिए अनुकरणीय है।


विद्यार्थियों का सहयोग रखा जाएगा याद

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में इस वर्ष संचालित कोरोना टीकाकरण के विशेष अभियानों की वजह से 7 करोड़ से अधिक नागरिक वैक्सीन लगवा चुके हैं। वैक्सीनेशन के कार्य को पूर्णता तभी मिलेगी जब हर व्यक्ति स्वयं दोनों डोज लगवाने के साथ ही अपने मित्रों, परिचितों और रिश्तेदारों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें। मध्यप्रदेश वैक्सीनेशन में प्रथम बना रहे, इसके लिए हमारे विद्यार्थी बंधु भी आगे आये हैं। वे घर-घर जाकर वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने का आग्रह आम जनता से कर रहे हैं। विद्यार्थी वर्ग द्वारा दिए जाने वाले इस सहयोग को याद रखा जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आशा व्यक्त की है कि 10, 17 और 24 नवम्बर और 4 दिसम्बर को टीकाकरण महाअभियान में पूर्व के अभियानों की तरह उत्साह का वातावरण तैयार होगा और हम निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे।

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