बिहार : मुख्यमंत्री जी ने मिलने का समय नही दिया जा रहा है - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 3 नवंबर 2021

बिहार : मुख्यमंत्री जी ने मिलने का समय नही दिया जा रहा है

मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी के जनता दरबार कार्यक्रम में आवेदन दिया गया. उनके ही मंत्रिमंडल के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री @RamsuratRai जी के खिलाफ एक  रुन्नी सैदपुर के पीड़ित ने 55 दिनों पहले आवेदन किया था लेकिन आज तक मुख्यमंत्री जी ने मिलने का समय नही दिया जा रहा है...

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पटना.सुशासन बाबू कहलाते हैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. इसका तात्पय है कि इस कथित सुशासन बाबू  के राज्य में व्यवस्था बेहतर और काम सुचारू ढंग से संचालित है.मगर सुशासन बाबू के एक मंत्री के क्रियाकलाप और जनता दरबार में मुख्यमंत्री के पास फरियाद करने से अधिकारियों के द्वारा आवेदक को रोकने से जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम पर सवाल उठने लगा है. हुआ यह कि सीतामढ़ी जिला के रून्नी सैदपुर प्रखंड के मननपुर पंचायत के वार्ड नं. के निवासी हैं रामाशीष ठाकुर. उनके पुत्र ने 06 सितंबर, 2021 को "जनता दरबार में मुख्यमंत्री" कार्यक्रम के लिए आवेदन पत्र दिया था.आवेदन नबंर 11000188104 है.इस आवेदन में रामसुरत राय,राजस्व एवं भूमिसुधार को जनता दरबार में मुख्यमंत्री के कटघरे में लाकर खड़ा करने का प्रयास रुन्नी सैदपुर के पीड़ितों के द्वारा हो रहा था.जिसे मुख्यमंत्री के नौकरशाहों ने विफल कर दिया.मुख्यमंत्री जी से मिलने का समय नही दिया. रामाशीष ठाकुर के पुत्र ने बताया कि 06 सितंबर, 2021 को "जनता दरबार में मुख्यमंत्री" कार्यक्रम के लिए आवेदन पत्र दिया था.आवेदन नबंर 11000188104 है.उस पत्र में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग मंत्री रामसूरत राय के कुकृत्य का उजागर किया गया है.पूर्ण रूप से गैर मजरूआ जमीन के बंदोबस्ती के संबंध में है.


उन्होंने कहा कि रून्नी सैदपुर थाने के निकट हमलोग 4 पुश्त से सैदपुर कोठी के जमीन में रह रहे थे.वह सैदपुर कोठी के द्वारा हमलोगों को दिया गया था. बाद में चलकर उक्त जमीन को सीलिंग में डाल दिया गया.जिसे अब भूमाफियाें द्वारा जबरन बेचा जा रहा है. और तो और मेरे साथ उक्त जमीन पर रहने वाले 30 परिवार को उजाड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जबकि सीतामढ़ी न्यायालय द्वारा इस जमीन के खरीद बिक्री पर रोक लगा दी है.फिर भी वर्तमान राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री जबरन गरीबों की जमीन हड़पना चाहते हैं.इसी क्रम में रून्नी  सैदपुर के थाने रोड में सीलिंग की जमीन है, वह पहले से ही विवादित है.और तो और उसका मामला न्यायालय में विचाराधीन है. साथ ही न्यायालय ने 2016 में ही जमीन के खरीद बिक्री पर रोक लगा दिया है. लेकिन रामसूरत राय 2017 में यह जानते हुए कि जमीन सीलिंग का है और विवादित है साथ ही 30 से अधिक गरीब परिवार इस जमीन पर रह रहे है फिर भी रजिस्ट्री करवा लिया है साथ ही 2018 में दाखिल खारिज के लिए आवेदन भी किया लेकिन स्थानीय अंचलाधिकारी ने आवेदन अस्वीकार इस लिए कर दिया. क्योंकि मामला न्यायालय में लंबित है. साथ ही रामसूरत राय फिर भी बाज नहीं आये और लगातार गरीबों को जान से मारने की धमकी एवं केस मुकदमा करने की धमकी देते हैं.अब तो सभी परिवार डरे हुए है कि रामसूरत राय उसी विभाग के मंत्री है जिस विभाग से संबंधित यह मामला है. मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी के जनता दरबार कार्यक्रम में उनके ही मंत्रिमंडल के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री @RamsuratRai जी के खिलाफ एक रुन्नी सैदपुर के पीड़ित ने 55 दिनों पहले आवेदन किया था लेकिन आज तक मुख्यमंत्री जी ने मिलने का समय नही दिया जा रहा है.


क्या यही है न्याय के साथ विकास?

प्रणय झा ने कहा है कि हमने stet2019EWS मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री जनता दरबार  (शिक्षा विभाग ) में 3 महीना पहले  आवेदन किया था, इतने दिनों तक आवेदन को लंबित रखने के बाद  मेरे आवेदन को अस्वीकृत कर दिया !नौटंकी दरबार - धन्यवाद नीतीश कुमार.

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