बेतिया : नगर निगम के प्रत्याशियों को सम्मान मिला मुद्दा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 16 जून 2022

बेतिया : नगर निगम के प्रत्याशियों को सम्मान मिला मुद्दा

  • *आगामी बेतिया नगर निगम के प्रत्याशियों को राजमाता महारानी जानकी कुँवर को सम्मान दिलवाने को मिला मुद्दा
  • * युवा जागरण मंच के अध्यक्ष और बेतिया नगर पंचायत के वार्ड संख्या -26 के वार्ड पार्षद दीपेश सिंह के नेतृत्व में बेतिया समाहरणालय पर धरना  
  • * वार्ड संख्या -7 के भावी प्रत्याशी गोडेन अन्थोनी ठाकुर ने कहा है  कि बेतिया का गौरव वापस लाने के लिए जनता जनार्दन इस मुहिम से जुड़े

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बेतिया. पश्चिम चंपारण जिला के बेतिया में स्थित महारानी जानकी कुँवर अस्पताल का नाम बदलने का मामला गरमाता चला जा रहा है.मालूम हो कि बिहार सरकार ने महारानी जानकी कुँवर  अस्पताल का नाम बदल कर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल कर दिया है.इस समय एक मेडिकल काॅलेज के विकसित करने की तर्ज पर करोड़ों रूपयों की लागत से इसका निर्माण कार्य भी प्रगति पर है वार्ड संख्या -7 के भावी प्रत्याशी गोडेन अन्थोनी ठाकुर ने कहा कि आने वाले कुछ सालों में यह बेतिया ही नहीं आस पास के सभी जिलों के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल वरदान साबित होने की प्रबल संभावना है. पर जिस जगह यह बन रही है वो बेतिया राज की विरासत है और इसमें कई दशकों पूर्व बेतिया राज के महाराज के द्वारा अपनी महारानी जानकी कुँवर के नाम पर इसे शुरू किया था. उन्होंने कहा कि जो कि कालांतर पश्चात बिहार सरकार के साजिश का शिकार होकर महारानी जानकी कुँवर की अस्मिता को विलुप्त कर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के नाम पर कर दिया गया है. जिसको लेकर बेतिया के प्रबुद्ध लोगों से लेकर कई सामाजिक संगठनों ने विरोध करना भी शुरू कर दिया है. वहीं युवा जागरण मंच के द्वारा 2017 से इस बदले हुए नाम को लेकर अपना मोर्चा खोल रखा है. इन पांच वर्षों में प्रशासन, सरकार और न्यायालय तक अपनी मांगों को लेकर अपना प्रदर्शन कानूनी रूप से करते रहे हैं. जिसका परिणाम है कि इस मामले में पटना उच्च न्यायालय में मामला अभी लंबित भी है. हालांकि युवा जागरण मंच के सदस्यों में मांग नहीं पूरी होने को लेकर असंतोष जरूर है परन्तु निराशा नहीं है. जिसको लेकर बुधवार को बेतिया समाहरणालय गेट के समीप एक धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम किया गया.कार्यक्रम के पश्चात जिलाधिकारी को एक आवेदन भी सौंपा गया जिसमें यह पुनः मांग किया गया कि गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज का नाम पूर्व की भांति महारानी जानकी कुँवर  के नाम पर ही किया जाए. धरना प्रदर्शन में संजू गिरी, दीपा सिंह अधिवक्ता,अमित नाथ तिवारी,नीरज सिंह राजपूत,पंकज चौधरी, रामजी कुमार, विकास राही, सुमित राय,पवन गोस्वामी, उत्कर्ष मिश्रा, अखिलेश कुशवाहा इत्यादि मौजूद रहें. युवा जागरण मंच के अध्यक्ष सह वार्ड पार्षद दीपेश सिंह ने कहा कि आज हम सब आपके जन अदालत में आये हैं.अब फैसला आपके हाथों में है. इसका फैसला आप को ही करना है. सर्वज्ञात है कि गरिमामयी गौरवशाली बेतिया के गौरव को समाप्त करने की साजिश की जा रही है.प्रथम महारानी जानकी कुँवर अस्पताल को अब जी.एम.सी.एच. के नाम से जाना जाएगा.द्वितीय चंद्रावत नदी विलुप्त होने के कगार पर है.तो क्या हम चुपचाप देखते रहे.बेतिया के इतिहास को हुए.जिस बेतिया का इतिहास महारानी के धरोहर के नाम से जाना चाहिए उस इतिहास को क्या हम बदलने दें! महारानी के नाम के साथ साथ उनकी संपत्ति भी विलुप्त करने की साजिश की जा रही है. जिस चंपारण की धरती से सत्याग्रह आंदोलन शुरू जिसके चलते अंग्रेजों का पांव भारत भूमि से उखड़ गया हम सब उसी चंपारण के लाल है तो क्या हमारा खून पानी हो चुका है जो सरकार की उदासीन रवैया को हम मूक दर्शक बनकर देखते का काम करें अगर मूक दर्शक नहीं सकते तो आइये हम फैसला करें और विलुप्त हो रहे महारानी के नाम को बचाने का कार्य करें.आज हम सब महारानी जानकी कुँवर अस्पताल का नाम बचाने के लिए हस्ताक्षर अभियान में शामिल होकर अपना-अपना हस्ताक्षर बनाकर सोयी हुई सरकार को जगाने का काम करें इसके लिए युवा जागरण मंच कार्यशील है.

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