जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न, सड़क दुर्घटना रोकने हेतु हर स्तर पर प्रबंध सुनिश्चित कराने के निर्देश
प्रत्येक पंचायत में 17 सितम्बर से 31 अक्टूबर तक लगेंगे शिविरः कलेक्टर
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि विदिशा जिले में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के क्रियान्वयन की मिसाल कायम हो उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री के जन्मदिवस 17 सितम्बर से 31 अक्टूबर तक जनकल्याण के रूप में मनाने के संबंध में पूर्व में ही आवश्यक दिशा निर्देश प्रसारित किए जा चुके हैं। सभी विभागों के जिला एवं खण्ड स्तरीय अधिकारियों की अभियान के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका होगी। हर कार्य समय अवधि में पूरा कराना अति आवश्यक है इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना करें अन्यथा कठोर कार्रवाई की भागीदारी स्वयं होंगे। कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि प्रत्येक अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा शिविर आयोजन की तिथि जारी की गई है। अतः संबंधित विभाग अपने-अपने विभाग की योजनाओं से लाभान्वित करने के लिये प्रत्येक पंचायत में कैम्प में उपस्थित होकर अभियान के उद्देश्यों की प्राप्ति करें। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि कैम्प उसी गांव में दो बार लगेगा। प्रथम कैम्प में अधिकारी घर-घर पहुंचकर सम्पर्क करेंगे और अपने विभाग की योजनाओं के बारे में लोगों को बतायेंगे और उनसे आवेदन लेंगे। दूसरे कैम्प में उन आवेदनों का निराकरण कर उन्हें लाभान्वित किया जाना है। जब कैम्प में प्रदेश स्तर से नियुक्त दो केबिनेट मंत्री पहुंचे, तो वह पंचायत या गांव समस्या विहीन हो साथ ही उनके पहुंचने से पहले पात्र लोगों को योजना का लाभ मिल जाये। कलेक्टर ने कहा कि निर्धारित फॉर्मेट में तमाम जानकारियां तैयार कर दर्ज की जाए जिसमें प्रदेश सरकार की विभागवार महत्वाकांक्षी जनकल्याणकारी योजनाओं के नाम, पात्र हितग्राही को लगाने योग्य दस्तावेज की जानकारी आदि फॉर्मेट तैयार रहे। उन्होंने कहा कि हर विभाग की जिम्मेदारी होगी कि वह इस कार्य को प्राथमिकता के साथ करेंगे, अधीनस्थों पर न छोड़े।
ग्रामीण विकास कार्यों की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक सम्पन्न
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना तहत जगन्नाथपुरी दर्शन हेतु आवेदन 16 तक आमंत्रित
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत जिले के वरिष्ठ नागरिक जो 60 वर्ष या अधिक आयु के पुरूष जबकि महिलाओं के मामले में दो वर्ष की छूट दी गई है। चयनित तीर्थ यात्री आयकर दाता नहीं होना चाहिए। चयनित तीर्थ यात्रियों के साथ अनुरक्षक भी रवाना होंगे। इच्छुक आवेदक निकटतम तहसील कार्यालय, नगरीय निकाय कार्यालय, जनपद कार्यालय में कार्यालयीन दिवसों अवधि में जमा कर सकते हैं। विदिशा जिले के चयनित तीर्थ यात्री निर्धारित तिथियों में जगन्नाथ पुरी और अयोध्या वाराणसी के तीर्थ दर्शन हेतु रवाना होंगे। धार्मिक न्यास और धर्मस्य विभाग की उप सचिव द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार विदिशा जिले के तीर्थ यात्री 26 सितंबर को जगन्नाथ पुरी के तीर्थ दर्शन के लिए 250 तीर्थ यात्री रवाना होंगे। तीर्थ दर्शन कर 01 अक्टूबर को वापिस विदिशा आएंगे। जगन्नाथ पुरी दर्शन हेतु तीर्थ यात्रियों से आवेदन 16 सितंबर तक आमंत्रित किए गए हैं। धार्मिक न्यास और धर्मस्य विभाग के द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों में उल्लेख है कि यदि किसी तीर्थ दर्शन यात्रा के लिए संबंधित जिले को लक्ष्य से अधिक आवेदन प्राप्त होते हैं तो तीर्थ यात्रियों का चयन कम्प्यूटराईज्ड लॉटरी से करते हुए निर्धारित कोटे से दस प्रतिशत अतिरिक्त तीर्थ यात्रियों की प्रथक से सूची तैयार की जाएगी। आईआरसीटीसी के द्वारा तीर्थ यात्रियों को तुलसी माला एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किए जाएंगे। तथा तीर्थ यात्रियों के लिए भजन मण्डली की व्यवस्था तथा भजन संध्या का भी आयोजन किया जाएगा। तीर्थ यात्रियों को यात्रा के दौरान भोजन, नाश्ता, चाय आदि भी उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही यात्रियों की रूकने की व्यवस्था उन्हें तीर्थ दर्शन स्थलों तक बसों द्वारा लाने ले जाने वापिस ट्रेन में लाने एवं गाईड की भी व्यवस्था आईआरसीटीसी के द्वारा क्रियान्वित की जाएगी। तीर्थ दर्शन हेतु चयनित होने वाले तीर्थ यात्रियों से अपेक्षा की गई है कि मौसम के अनुरूप वस्त्र, उनी वस्त्र व्यक्तिगत उपयोग की सामग्री जैसे कम्बल, चादर, तौलिया, साबुन, कंघा, दवाईयां, दाड़ी बनाने का सामान आदि साथ में रखें। इसके अलावा तीर्थ यात्री अपने साथ ऑरिजिनल आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड एवं कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की छायाप्रति अनिवार्य रूप से साथ में रखें।
कन्या महाविद्यालय में हिन्दी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ
शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय विदिशा में हिंदी दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ मंजू जैन ने बताया कि 14 सितंबर पूरे भारत में हिंदी दिवस के रूप में जाना जाता है। संविधान सभा के द्वारा इसी दिन 1949 को इसे राष्ट्रभाषा के रूप में स्वीकार किया गया था। इस उपलक्ष्य में प्रत्येक साल हिंदी दिवस हिंदी के प्रचार-प्रसार को ध्यान में रखकर मनाया जाता है। कार्यक्रम में संगीत विभाग की प्राध्यापिका कल्याणी राय ने सूर्यकांत त्रिपाठी निराला रचित गीत की संगीतमय प्रस्तुति दी। हिंदी विभाग की छात्रा काजल शर्मा, अंजली कुशवाहा एवं त्रिषला अहिरवार ने इस अवसर पर कविता के माध्यम से अपने विचार रखे। डॉ विनयमणी त्रिपाठी ने स्वरचित कविता से सभी को संवेदित करने का काम किया। हिंदी विभाग के प्राध्यापक अस्मुरारी नंदन मिश्र ने श्हिंदीरू अतीत, वर्तमान और भविष्यश् विषय पर व्याख्यान दिया। इसमें उन्होंने हिंदी के दीर्घ विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की। डॉ ज्योति मिश्रा, डॉ सविता सोनी ने भी हिंदी को लेकर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का समापन डॉ वसुंधरा गवांदे द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन हिंदी विभाग द्वारा हुआ तथा संचालन अर्शिता ने किया। कार्यक्रम में डॉ सी.विजय खेस, डॉ विनिता प्रजापति, डॉ संध्या जैन, डॉ प्रेमकुमारी कटियार के साथ महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापक एवं छात्राओं ने सक्रिय सहयोग किया।
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आयुष्मान कार्ड से एक वर्ष में पांच लाख रूपये तक का ईलाज मुफ्त
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एके उपाध्याय ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनने से व्यक्ति को एक वर्ष में पांच लाख रूपये तक का ईलाज शासकीय एवं चिन्हित निजी नर्सिंग होमों में करने की निरू शुल्क सुविधा प्रदान की गई है। डॉ. एके उपाध्याय ने बताया कि भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान कार्ड उन जरूरतमंद लोगों के लिये वरदान साबित हो रही है, जो लोग पैसे के अभाव में अपना ईलाज पूर्णः रूप से नहीं करा पाते हैं। सीएमएचओ डॉ उपाध्याय ने बताया कि विदिशा जिले में आयुष्मान भारत निरामय योजना के तहत जिले में कुल 9 लाख 41 हजार 510 कार्ड जारी किए जाने हैं जिसमें से अब तक 5 लाख 38 हजार 427 नागरिकों को आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं।
आधार कार्ड ने दी जन-जन को नई पहचान
आधार कार्ड ने देश के हर नागरिक को उसकी पहचान दी है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यू.आई.डी.ए.आई.) द्वारा आधार उपयोग को सरल बनाया गया है। आधार ने ऐसे व्यक्तियों को भी पहचान दी जिनके पास अपनी पहचान का कोई आधार नहीं था। (यूआईडीएआई) ’’आधार’’ अविश्वसनीय रूप से मजबूत हुआ है। आधार पारिस्थितिकी तंत्र में जोड़ी गई नवीनतम प्रमाणीकरण सुविधाओं, आधार के अभिनव उपयोग के मामले और मध्यप्रदेश में लागू सर्वोत्तम प्रथाओं, डेटा गोपनीयता और सूचना सुरक्षा, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण और आधार सक्षम भुगतान प्रणाली इसके साथ ही एम-आधार ऐप, आधार ऑनलाइन सेवाओं, आधार नामांकन और अद्यतन सेवाओं को सुगम बनाया गया है। आधार भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का मूल बन गया है। इससे डिजिटल विभाजन को पाट दिया है, ई-के.वाई.सी सेवाओं को सक्षम किया है, मोबाइल के माध्यम से दरवाजे पर बैंकिंग सेवा प्रदान की है और सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के जरूरतमंद और योग्य लाभार्थियों के बैंक खातों में सीधे नकद हस्तांतरण की सुविधा दी है। ऑथेंटिकेशन, ऑफलाइन वेरिफिकेशन और यूआईडीएआई द्वारा ली गई।
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना का लाभ लेने के लिये किसी मेडीकल जांच की आवश्यकता नहीं होती। इस योजना में शामिल होने के लिये हितग्राही का बैंक खाता होना आवश्यक है। कि जानकारी देते हुए लीड बैंक ऑफिसर श्री चंद्रशेखर ने बताया कि योजना में भाग लेने के लिये न्यूनतम उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिये, बीमा कवर की अवधि के दौरान यदि सदस्य की मृत्यु हो जाती है तो दो लाख रूपये की राशि उसके परिजन को प्राप्त होगी। इस योजना का वार्षिक प्रीमियम 436 रूपये हर साल रिन्यू कराना पड़ता है।
अटल पेंशन योजना
अटल पेंशन योजना के लिए आवेदक को भारत देश का निवासी होना अनिवार्य है। आवेदक की उम्र 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिये। पेंशन पाने के लिये कम से कम 20 साल का निवेश अनिवार्य है। जिला अग्रणी बैंक अधिकारी श्री चंद्रशेखर ने बताया कि अटल पेंशन योजना में आवेदन सिर्फ वही व्यक्ति कर सकता है, जो इनकम टेक्स स्लैब से बाहर हो, इस योजना के तहत सब्स्क्राइबर को उसके योगदान के आधार पर 60 साल की उम्र होने के बाद हर माह एक हजार से पांच हजार रूपये तक की पेंशन का लाभ उठा सकते है। सब्स्क्राइबर की मृत्यु होने पर योजना का लाभ उसके नॉमिनी को मिलेगा।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना
जिन किसानों के पास कृषि योग्य भूमि है, वे किसान क्रेडिट कार्ड अपनी नजदीकी बैंक शाखा में बनवा सकते है। की जानकारी देते हुए लीड बैंक ऑफिसर श्री चंद शेखर ने बताया कि अब किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर पशुपालकों और मछुआरों को भी क्रेडिट कार्ड बैंकों के माध्यम से जारी किए जा रहे हैं। क्रेडिट कार्ड मे किसानों को 7 प्रतिशत ब्याज दर पर फसल ऋण दिया जाता है, यदि किसान ऋण का भुगतान एक वर्ष में करता है, तो 3 प्रतिशत की अनुदान राशि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान की जाती है।
जिले में 1440.6 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई
विदिशा जिले में इस वर्ष अब तक 1440.6 मिमी औसत वर्षा दर्ज हो चुकी है की जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख राजेश राम ने बताया कि बुधवार को जिले में 26.6 मिमी औषत वर्षा दर्ज हुई है। बुधवार को तहसीलवार दर्ज वर्षा की जानकारी इस प्रकार से है। विदिशा में 12 मिमी, बासौदा में 18 मिमी, कुरवाई 09 मिमी, सिरोंज में 44 मिमी, लटेरी में 60 मिमी, ग्यारसपुर में 35 मिमी, गुलाबगंज में 02 मिमी, नटेरन में 25 मिमी, शमशाबाद में 01 मिमी तथा पठारी तहसील में 60 मिमी वर्षा दर्ज हुई है। जिले की सामान्य औसत वर्षा 1075 मिमी से अधिक जिले की सभी तहसीलों में अब तक दर्ज हो चुकी है। तहसीलवार दर्ज वर्षा की जानकारी तदानुसार, विदिशा में 1757 मिमी, बासौदा में 1383.6 मिमी, कुरवाई में 1302 मिमी, सिरोंज में 1280 मिमी, लटेरी में 1437 मिमी, ग्यासरपुर में 1459 मिमी, गुलाबगंज में 1211 मिमी, नटेरन में 1609 मिमी, शमशाबाद में 1478 तथा पठारी तहसील में 1489 मिमी वर्षा अब तक दर्ज हुई है।
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