कविता : कन्या भ्रूण हत्या - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 2 अक्तूबर 2022

कविता : कन्या भ्रूण हत्या

एक होती है नन्ही बच्ची।


जिसको कोख में ही मार दिया जाता है।।


क्यों मारा? मै यह बताऊगीं।


क्योंकि वो एक लड़की है।


वो बोलती है अपनी माँ से।।


मैं भी अपना जीवन जी लेती।


क्यों मारा आपने मुझे माँ।।


यही पूछने आयी हूँ।


मैं अपना ये संसार को देखती।


एक लड़की की इतनी कीमत।।


तो ये संसार क्यों बना है माँ।


मुझे जीने का पुरा हक है।।


मुझे भी इस दुनिया में आने दो माँ।


मेरी अपनी जिंदगी हैं।।


क्यों मारा आपने मुझे माँ यही पूछने आई हूं।


पत्थर बनी अहिल्या पर आंसू टपकाने आई हूं।।





Neha-goswami

नेहा गोस्वामी

चोरसौ, गरुड़

बागेश्वर, उत्तराखंड

(चरखा फीचर)

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