बिहार : मुख्‍यमंत्री से ज्‍यादा भव्‍य और आलीशान है उपमुख्‍यमंत्री का चैंबर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 9 दिसंबर 2022

बिहार : मुख्‍यमंत्री से ज्‍यादा भव्‍य और आलीशान है उपमुख्‍यमंत्री का चैंबर

  • विधान सभा में राजद राज का दिख रहा है असर  

Tejaswi-chaimber-in-bihar-assembly
विधान सभा में सत्‍ता समीकरण बदले लगभग पांच महीने हो गया है। इन पांच महीनों में कुर्सियों पर व्‍यक्ति और उनका नाम बदल गये हैं। बाकी चीजें यथावत दिखती हैं। विधान सभा प्रेस सलाहकार समिति में भाजपा के अध्‍यक्ष विजय सिन्‍हा के दौरान शामिल सदस्‍यों के नामों पर राजद के स्‍पीकर अवध‍ बिहारी चौधनी ने मुहर लगा दी है। एकाध नामों में हेरफेर हुआ है। प्रेस सलाहकार समिति में सवर्णों का 90 प्रतिशत से ज्‍यादा आधिपत्‍य कायम है। लेकिन पिछले 5 महीनों में सबसे ज्‍यादा बदलाव उपमुख्‍यमंत्री के चैंबर में हुआ है। पहले के निर्मित तीन अलग-अलग कार्यालय के कमरों को मिलाकर अब उपमुख्‍यमंत्री का नया चैंबर बना है। एकदम आधुनिक। पहले से तीन गुना ज्‍यादा जगह। एक बड़ा सभाकक्ष, उपमुख्‍यमंत्री का पुराना चैंबर और उपमुख्‍यमंत्री के पीएस के कार्यालय को तोड़कर अब एक नया कार्यालय का रूप दिया गया है। उपमुख्‍यमंत्री के चैंबर का रास्‍ता भी बदल गया है। उपमुख्‍यमंत्री को अपने चैंबर में जाने के लिए नेता प्रतिपक्ष और संसदीय कार्य  के चैंबर के आगे से नहीं निकलना होगा। सीढ़ी से ऊपर चढ़ने के बाद ही दाहिनी ओर मुड़ने के बाद दीवार के पास चैंबर का दरवाजा है। ऑफिस में दो बड़ा कमरा, एक एंटी चैंबर के साथ ड्राईंग रूम भी है। यही ड्राईंग रूम तीन कमरों को जोड़ता है। अब उपमुख्‍यमंत्री का चैंबर काफी आलीशान और भव्‍य हो गया है। वह मुख्‍यमंत्री के चैंबर से भी बड़ा और ज्‍यादा जगह वाला है। इसमें एक साथ 20 कुर्सियां लग सकती हैं। शुक्रवार तक इस चैंबर की फीनिशिंग का काम चल रहा था। वायरिंग का कुछ काम बाकी रह गया था। संभव है सत्र शुरू होने से पहले उपमुख्‍यमंत्री का चैंबर चकाचक हो जाए। बंगला और चैंबर का एसी और टीवी गिनने का ठेका एक पूर्व उपमुख्यमंत्री ने ले रखा है। उन्‍हें अपने पुराने कार्यालय और चैंबर का नया लूक जरूर देख लेना चाहिए। 






--- वीरेंद्र यादव न्‍यूज ----

कोई टिप्पणी नहीं: