बिहार : 'गरीबी' वो पुराना रोग है, जो सालों से छूट ही नहीं रहा है : प्रशांत किशोर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 3 जनवरी 2023

बिहार : 'गरीबी' वो पुराना रोग है, जो सालों से छूट ही नहीं रहा है : प्रशांत किशोर

Poverty-old-dises-bihar
चकिया, पूर्वी चंपारण, जन सुराज पदयात्रा के दौरान परसौनी वाजीद पंचायत में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में 'गरीबी' जो है, वो पुरानी रोग है, जो सालों से छूट नहीं रही है। मैं पिछले 94 दिन से चल रहा हूं, ये बताने की लिए कि आखिर हम बिहारियों की दुर्दशा ऐसी क्यूं है? हम बिहारी 5 वर्ष बैठ कर अपनी हर समस्याओं पर बात करते तो हैं कि कैसे सड़क में पानी जमा है, बेरोजगारी खत्म नहीं हो रही है, शिक्षा व्यवस्था खराब है, मगर *जब वोट देने की बात आती है, तो उस समय हम सबकुछ भूल कर अपने जात के लोगों को खोजने लगते हैं।* बिहार में पिछले 30 साल से लोग सिर्फ 4 मुद्दे पर वोट करते जा रहे हैं, जिसे अब बदलने की जरूरत है।

कोई टिप्पणी नहीं: