मधुबनी : बाल श्रम के विरुद्ध जन जागरूकता वाहनों को डीएम ने किया रवाना। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 26 मई 2023

मधुबनी : बाल श्रम के विरुद्ध जन जागरूकता वाहनों को डीएम ने किया रवाना।

  • 14 वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों को अनिवार्य शिक्षा दिलाने की जिम्मेवारी हम सभी की है।-डीएम 
  • बच्चों से काम कराना अपराध है तथा बच्चों से काम कराने वाले नियोजकों के विरुद्ध होगी कठोर कानूनी कारवाई।

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मधुबनी, समाहरणालय मधुबनी परिसर से अरविंद कुमार वर्मा  जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा बाल श्रम के विरुद्ध जन जागरूकता हेतु चार प्रचार वाहनों एवं मधुबनी सदर अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत बाल श्रमिकों की विमुक्ति हेतु विशेष धावा दल टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जिलाधिकारी ने कहा की 14 वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों को अनिवार्य शिक्षा दिलाने की जिम्मेवारी हम सबकी है तथा समाज के सभी व्यक्तियों को इस संबंध में अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी तभी सब बच्चों का बचपन एवं भविष्य सुरक्षित हो सकता है। इस मौके पर श्रम अधीक्षक राकेश रंजन, सभी प्रखंडों के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी तथा विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे। जिला पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि बच्चों से काम कराना अपराध है तथा बच्चों से काम कराने वाले नियोजकों के विरुद्ध कठोर कानूनी कारवाई की जाएगी। उन्होंने कहा की बच्चों का स्थान स्कूल एवम खेलकूद के मैदान में है न की किसी होटल ढावा, मोटर गैरेज एवं फैक्ट्री आदि में है। जिलाधिकारी ने मधुबनी जिलें के सभी लोगों से अपील किया की वे किसी भी बच्चें से काम नहीं कराएं। जिला पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि मधुबनी जिले में बाल श्रमिकों की विमुक्ति हेतु धावा दल गठित है तथा श्रम अधीक्षक के पर्यवेक्षण में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, जिला बाल संरक्षण इकाई, चाइल्डलाइन, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट तथा विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं की समेकित टीम के द्वारा धावा दल के माध्यम से अलग-अलग प्रखंडों में निरीक्षण की कार्रवाई की जाती है तथा बाल श्रमिक के नियोजित पाए जाने पर उन्हें नियमानुसार बिमुक्त कराकर बाल कल्याण समिति मधुबनी के समक्ष उपस्थापित कर उनके पुनर्वास की अग्रेतर कार्रवाई की जाती है।  साथ ही दोषी नियोजकों  के विरुद्ध संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जाती है एवं माननीय सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा एम सी मेहता बनाम तमिलनाडु सरकार में दिए गए आदेश के आलोक में ऐसी दोषी नियोजकों  से ₹20000 प्रति बाल श्रमिक वसूली की जाती है जिसे जिला बाल श्रमिक पुनर्वास सह कल्याण कोष में जमा कराया जाता है तथा यह राशि जमा नहीं कराने वाले नियोजकों के विरुद्ध नीलाम पत्र वाद अलग से दायर कर राशि की वसूली की कार्रवाई की जाती है। जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि बाल श्रम उन्मूलन दिवस ,(30 अप्रैल) से बाल श्रम निषेध दिवस ,(12 जून) तक बाल श्रम के विरुद्ध विशेष जन जागरूकता अभियान तथा बाल श्रमिकों की विमुक्ति हेतु लगातार धावा दल चलाया जा रहा है तथा इस अभियान के तहत अब तक झंझारपुर से तीन बाल श्रमिक, फुलपरास से दो बाल श्रमिक तथा राजनगर एवं जयनगर से एक-एक बाल श्रमिक को विमुक्त कराया गया है। इसके अतिरिक्त  वित्तीय वर्ष 22-23 में विभिन्न प्रखंडों के अलग-अलग प्रतिष्ठानों से कुल  21 बाल श्रमिकों को  बिमुक्त कराया गया है।  श्रम अधीक्षक राकेश रंजन द्वारा बताया गया कि विमुक्त बाल श्रमिकों को श्रम संसाधन विभाग की तरफ से ₹3000 की तत्काल आर्थिक सहायता राशि दी जाती है तथा इसके अतिरिक्त माननीय मुख्यमंत्री राहत कोष से ₹25000 की राशि श्रमायुक्त बिहार के माध्यम से प्राप्त होती है जिसे उक्त बाल श्रमिक के खाते में अंतरित कराकर उसका एफडी की राशि सावधि जमा कराया जाता है तथा जिसकी सूद की राशि प्रतिमाह संबंधित बाल श्रमिक के खाते में जाती है तथा एफडी की राशि उन्हें 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर प्राप्त होता है । श्रम अधीक्षक राकेश रंजन ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में 15  बाल श्रमिकों को ₹25000 की राशि दी गई है जबकि 19 बाल श्रमिकों को ₹3000 तत्काल आर्थिक सहायता राशि दी गई है तथा 4 बाल श्रमिकों हेतु 25,000 रु प्रति श्रमिक की दर से आवंटन की मांग की गई है तथा आवंटन प्राप्त होते ही सभी को यथाशीघ्र अनुदान राशि का भुगतान करा दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया की सभी बाल श्रमिको को सर्वप्रथम शैक्षणिक पुनर्वास की कारवाई की जाती है तथा इसके अतिरिक्त विमुक्त बाल श्रमिकों के माता-पिता एवं उनके परिवार को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से प्राथमिकता के आधार पर आच्छादित किया जाता है ताकि विमुक्त बच्चे और उनका परिवार समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें तथा उनके बच्चे पुनः बाल श्रम की ओर नहीं जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों से काम कराने वाले व्यक्ति किसी भी स्थिति में बख्शे नहीं जाएंगे तथा ऐसे व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी । उन्होंने कहा कि बाल श्रमिकों की विमुक्ति हेतु श्रम अधीक्षक के नेतृत्व में धावा दल की टीम अच्छा कार्य कर रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि बाल श्रम से संबंधित जिला स्तर पर जिला टास्क फोर्स गठित है जिसके माध्यम से बाल श्रमिकों की विमुक्ति एवं पुनर्वास पर सतत निगरानी रखी जाती है । इसके अतिरिक्त मधुबनी जिले के सभी 21 प्रखंडों में प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया जा चुका है जबकि जिले के सभी पंचायतों में पंचायत स्तरीय टास्क फोर्स का गठन प्रक्रियाधीन है। 12 जून के पूर्व सभी पंचायतों में टास्क फोर्स का गठन कराने हेतु श्रम अधीक्षक के द्वारा सभी संबंधित श्रम प्रवर्तन पदाधिकारीयों को निर्देशित किया गया है। आज पहले जागरूकता रथ के द्वारा पंडौल होते हुए सकरी बाजार क्षेत्र में घूम घूमकर सभी को बाल श्रम के विरुद्ध जागरूक किया गया, जबकि दूसरा जागरूकता रथ  के द्वारा राजनगर क्षेत्र में घूमघूम कर बाल श्रम के विरुद्ध चेतना जागृत करने का कार्य किया गया। तीसरा जागरूकता रथ के द्वारा रहिका बाजार होते हुए कलुआही बाजार के सभी क्षेत्रों में घुम घुमकर प्रचार प्रसार किया गया तथा चौथा प्रचार वाहन के द्वारा मधुबनी शहरी क्षेत्र में घूम घूमकर लोगों को बाल श्रम के विरुद्ध जागरूक करने का कार्य किया गया। आज के मधुबनी समाहरणालय परिसर  में आयोजित इस कार्यक्रम में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी रहिका  गोविंद कुमार, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी पंडौल मिहिर कुमार, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी खजौली हितेश कुमार भार्गव, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी जयनगर प्रेम कुमार साह, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी राजनगर अनूप कुमार, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी घोघरडीहा संतोष कुमार पोद्दार,  श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी झंझारपुर चंदन कुमार गुप्ता, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी अंधराठाडी अमित कुमार, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी हरलाखी सिद्धार्थ कुमार, जिला कॉर्डिनेटर आश्रय संस्था मधुबनी से समीर पॉल एवं निवेश कुमार, समग्र शिक्षण एवं विकास संस्थान मधुबनी से बरूण, सोनू, प्रवीण आनंद ,अभिनव कुमार, चाइल्डलाइन के हरी प्रसाद, सर्वो प्रयास संस्थान मधुबनी से निर्मला कुमारी, पूनम देवी, किरण कुमारी, रत्ना कुमारी, अनिल कुमार सिंह, विजय कुमार सिंह, पप्पू कुमार , मधुबनी जिला निर्माण श्रमिक यूनियन के महासचिव सत्यनारायण राय, निर्माण कामगार फेडरेशन मधुबनी के प्रतिनिधि दिनेश भगत तथा श्रम अधीक्षक कार्यालय मधुबनी के सभी कार्यालय कर्मी उपस्थित थे ।

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