- सिंधी कॉलोनी मैदान पर राम हनुमान लक्ष्मण सीता बने कलाकारों ने श्रीराम कथा को जीवंत कर दिया
पंडित श्री तिवारी ने कहा की जंगल में जयंत नामक कोए ने सीता माता पर प्रहार कर दिया। जयंत पर श्रीराम ने ब्राम्हअस्त्र जोड़ दिया, जयंत भोले बाबा के पास श्ररण मांगने गया उन्होने मना कर दिया, ब्राम्हाजी ने भी मना कर दिया। जहां तहां भाग रहे कोए जयंत को नारदजी मिले, नारद ने देखा की जयंत रूका तो ब्राहम अस्त्र भी रूक गया। जीवन में आप भागते रहेंगे लेकिन अगर संत मिल जाएंगे तो जीवन मे स्थिरता आ जाती है समझ बड़ जाती है। राम भगवान दयालु है उन्होने कोए जयंत के शरणागत होने पर केवल कोंए की एक आंख ले छीन ली और क्षमा कर दिया। रामयुग की शक्ति इतनी थी की पक्षी भी बोलते थे और सभी ऋाषि उनकी भाषा समझते थे। श्रीराम ने खर्दुषण का वध किया। मारीच सोने का हिरण बन गया। सीता मईया ने हिरण को लाने के लिए रामजी से कहा, मारीज हिरण भाग रहा है मारीज प्रसंन्न है क्योंकी वह रावण से नहीं श्रीराम से मुत्यु प्राप्त कर रहा है। शिव शक्ति संस्कृतिक मंडल श्रीराम कथा आयोजन समिति द्वारा खाटुश्याम भजन सांध्या का आयोजन किया गया कार्यक्रम में भजन गायक दीपाली यादव के द्वारा मधुर भजनों की प्रस्तुति दी गई आयोजन में मनोज शर्मा,रमेश आहूजा,सुदीप सम्राट,शंकरलाल शर्मा,बृजमोहन सोनी,श्रवण वास्तवार,नरेन्द्र राजपूत,संतोष वर्मा,मणिकांत जोशी,अमन वर्मा,मनोहर सिसोदिया,राजेन्द्र नागर,सीमा परिहार,प्रणय शर्मा,, दुश्यंत दासवानी श्यामबाई विश्वकर्मा, अभिलाष विश्वकर्मा, अमित वर्मा, अनिल, अरविन्द, हर्ष शर्मा, ममता शर्मा, पूनम राजपूत,सार्थक निखिल वर्मा अंकिला गोयल, ओपी शाक्य, रेखा वर्मा, हार्दिक वर्मा उपस्थित रहे

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