- खेलों से शारीरिक और क्रियात्मक विकास होता है : जितेन्द्र तिवारी

सीहोर। खेलों से शारीरिक और क्रियात्मक विकास होता है, जीवन में शिक्षा के साथ-साथ खेलों का भी अपना महत्व है। खेल मानव के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक हैं। उनसे हमारे भीतर अनुशासन एवं परिश्रम जैसे गुण और सामाजिकता एवं देश प्रेम का भाव उत्पन्न होता है। उनमें होने वाली हार और जीत जीवन में सफलता एवं असफलता के समय संतुलन बनाने की प्रेरणा देती हैं। खेलकूद से संयम, दृढ़ता, गंभीरता और सहयोग की भावना का भी विकास होता है। उक्त विचार शहर के चर्च मैदान पर जारी तीन दिवसीय शिविर के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप से मौजूद जिला संस्कार मंच के संयोजक जितेन्द्र तिवारी ने कहे। इस मौके पर उन्होंने मध्यप्रदेश के महु में होने वाली आल इंडिया वुमंस फुटबाल प्रतियोगिता में खेलो इंडिया स्माल सेंटर सीहोर की एक दर्जन से अधिक बालिकाओं को अपनी ओर से कीट और अन्य सामग्री उपलब्ध कराते हुए कहाकि आपको किसी प्रकार की कमी नहीं आएगी। जिला फुटबाल एसोसिएशन के सचिव मनोज कन्नोजिया ने बताया कि शहर के चर्च मैदान पर महु में होने वाली आल इंडिया फुटबाल प्रतियोगिता के लिए एक दर्जन से अधिक बालिकाओं का चयन किया गया था। जहां पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर लगाया गया। अब 28 जनवरी से 10 फरवरी तक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसमें सीहोर के अलावा राजस्थान, पंजाब, रायसेन, सरदारपुर, इंदौर, मुरैना, बडवानी सहित 12 टीम शामिल हो रही है। टीम के कोच विपिन पवार और मैनेजर के रूप में ज्योति गौर को शामिल किया गया है।
संयोगिता सौंपी कमान, पांच से अधिक नेशनल खेल चुकी
श्री कन्नोजिया ने बताया कि शहर के चर्च मैदान पर लंबे समय से अभ्यास करने वाली संयोगिता टीम में मिडफिल्डर के रूप में खेलती आ रही है। अब तक पांच नेशनल में शानदार खेल का प्रदर्शन के बल पर क्षेत्र का नाम रोशन किया। संयोगिता में हाल में नेशनल प्रतियोगिता में केरल, राजस्थान आदि में शानदार प्रदर्शन किया था। अब खेलो इंडिया स्माल सेंटर सीहोर की टीम की कमान उनको सौंपी गई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें