बेंगलुरु : कर्नाटक उच्च न्यायालय ने सोनू निगम को सशरीर उपस्थिति से दी छूट - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 16 मई 2025

बेंगलुरु : कर्नाटक उच्च न्यायालय ने सोनू निगम को सशरीर उपस्थिति से दी छूट

Sonu-nigam
बेंगलुरु, 16 मई, विजय सिंह, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने गुरुवार को बेंगलुरु पुलिस को निर्देश दिया कि कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए फिल्म पार्श्व गायक सोनू निगम के खिलाफ दर्ज मामले में गायक के खिलाफ कोई भी त्वरित कठोर कार्रवाई नही करें। उच्च न्यायालय ने गायक को कन्नड़ कार्यकर्ता द्वारा कन्नड़ गीत की मांग पर उनके द्वारा पहलगाम घटना का उदहारण देते हुए कन्नड़ भाषी व्यक्ति से विवाद के घटना पर दायर किये गए मामले की जांच में जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग करने का निर्देश दिया।


उच्च न्यायालय ने सोनू निगम को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पेश होने की अनुमति देते हुए निर्देश दिया कि अगर पुलिस अपना बयान रिकॉर्ड करना चाहती है,तो गायक उसमे सहयोग करें। कन्नड़ कार्यकर्ता धर्म राज अनंतैया द्वारा दायर  शिकायत के आधार पर मामले की सुनवाई करते हुए  न्यायमूर्ति शिवाशंकर अमरन्नावर ने 3 मई को अवलाहल्ली पुलिस स्टेशन द्वारा दायर की गई एफआईआर की वैधता को गायक द्वारा चुनौती देने वाली याचिका पर उक्त अंतरिम आदेश पारित करते हुए सोनू निगम को जांच में सशरीर  उपस्थिति से  छूट देते हुए मामले में पुलिस और जांच अधिकारियों के साथ  सहयोग का आदेश दिया है।   न्यायालय ने कहा कि यदि पुलिस गायक के बयान को शारीरिक रूप से रिकॉर्ड करना चाहती है, तो जांच अधिकारी गायक के खर्चे पर गायक के स्थान पर जाकर कर सकते हैं । सोनू निगम की तरफ  से अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा गया कि गायक का इरादा किसी तरह की दुर्भावना या परेशानी उत्पन्न करने का नहीं था।


अदालत ने अतिरिक्त राज्य लोक अभियोजक बीएन जगदीश के माध्यम से सोनू निगम के बयांन को रिकॉर्ड  करने के लिए बैंगलोर आने की पुलिस की  याचिका को अस्वीकार कर दिया। अदालत ने व्यवस्था दी कि गायक का बयान ऑनलाइन रिकॉर्ड किया  जा सकता है और अगर यह पुलिस चाहे तो अनुसन्धान अधिकारी मुंबई जाकर सोनू निगम के निवास पर बयान रिकॉर्ड कर सकते हैं।  सोनू निगाम ने घटना के बाद स्पष्ट किया था कि उनकी प्रतिक्रिया दर्शकों में से कुछ लोगों द्वारा कन्नड़ भाषा में गीत गाने की मांग  के साथ असंसदीय भाषा के प्रयोग के प्रतिक्रिया स्वरुप थी ,किसी की भावना या कन्नड़भाषियों के दिल दुखाने के लिए हरगिज़ भी नहीं। सोनू निगम ने अपने उस दिन के व्यवहार के लिए राज्यवासियों से क्षमा याचना भी की है।  

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