- पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने सीनियर रिपोर्टर सुरेश गांधी से विशेष बातचीत में साझा की आगामी रणनीति, अतिक्रमण से जाम की गंभीर समस्या, दस मिनट का सफर बन रहा घंटों का इंतजार
- ऑटो, टेम्पो, टोटो और अव्यवस्थित पार्किंग प्रमुख कारण, चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस मौजूद होने के बावजूद नियंत्रण में नहीं यातायात, सीपी का स्पष्ट संदेश : सड़कों को अतिक्रमण मुक्त बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता
- फुटपाथों की दुकानों, बेतरतीब ऑटो स्टैंड और अवैध ठेलों पर चलेगा सख्त अभियान, यातायात निगरानी में सीसीटीवी कैमरों व ट्रैफिक वायलेशन डिटेकशन सिस्टम का होगा उपयोग, सुगम यातायात हेतु मार्गो पर हुए अतिक्रमण के विरूद्ध कार्यवाही पुलिस का होगा रूटीन वर्क
सवाल : शहर में अतिक्रमण के चलते ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई है। क्या इसे स्थायी रूप से हटाने के लिए कोई ठोस योजना बनाई गई है?
जवाब : बिल्कुल। हमने अतिक्रमण के खिलाफ स्थायी और सख्त अभियान की योजना बनाई है। सड़क किनारे ठेले, फुटपाथ की दुकानें, और बेतरतीब ऑटो-टेम्पो स्टैंड शहर में जाम के मुख्य कारण हैं। इन्हें जल्द ही ’नियमित हटाया जाएगा और इन पर दोबारा कब्जा करने वालों पर गुंडा एक्ट व गैंगस्टर एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सवाल : ऑटो, टोटो और ई-रिक्शा जाम के सबसे बड़े कारण बन गए हैं, क्या इनके लिए कोई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं?
जवाब : हम जल्द ही वाराणसी में ऑटो-टेम्पो और टोटो के लिए फिक्स्ड रूट और निर्धारित स्टॉप लागू करेंगे। बिना रूट परमिट चलने वाले ऑटो-टेम्पो और टोटो को सीधे सीज किया जाएगा। चौराहों पर अनधिकृत रूप से खड़े होकर सवारी भरने की प्रवृत्ति पर कड़ी नजर रखी जाएगी। हम ‘नो पार्किंग जोन’ और ‘नो स्टॉपिंग जोन’ का सख्ती से पालन कराएंगे।
सवाल : ट्रैफिक पुलिस की उपस्थिति के बावजूद जाम क्यों नहीं रुकता?
जवाब : यह बेहद गंभीर समस्या है। कई जगहों पर ट्रैफिक पुलिस की उपस्थिति के बावजूद प्रभावी नियंत्रण नहीं हो रहा है। अब चौराहों पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की जवाबदेही तय की जाएगी। हर चौराहे पर ‘बॉडी कैमरा’ और ‘सीसीटीवी निगरानी’ शुरू की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पुलिसकर्मी सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं या नहीं। लापरवाही पाए जाने पर तत्काल निलंबन होगा।
सवाल : अतिक्रमण हटाने के लिए और कौन से बड़े कदम उठाए जाएंगे?
जवाब : हमारा अगला कदम फुटपाथ और सड़क के किनारों को पूरी तरह खाली कराना है। हर 100 मीटर पर एक पुलिसकर्मी की तैनाती की जाएगी, जिसकी सीधी जिम्मेदारी तय होगी कि उसके इलाके में अतिक्रमण न हो। हर जोन के चौकी इंचार्ज और थानाध्यक्ष के क्षेत्र में अतिक्रमण मिलने पर सीधे उन्हीं पर कार्रवाई होगी। इसके साथ ही नगर निगम से समन्वय कर अतिक्रमण हटाने के लिए ‘पुलिस-म्यूनिसिपल जॉइंट स्क्वाड’ बनाया जाएगा।
सवाल : जनता को क्या संदेश देना चाहेंगे?
जवाब : जनता से मेरी अपील है कि अतिक्रमण करने वाले खुद अपनी जिम्मेदारी समझें। हमारा मकसद शहर को सुचारु और सुरक्षित बनाना है, न कि किसी की रोज़ी-रोटी छीनना। लेकिन अगर कोई आदेशों की अवहेलना करेगा तो सख्त कार्रवाई तय है। शहर को अतिक्रमण मुक्त और जाम मुक्त बनाने के लिए पुलिस पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। जनता का सहयोग भी बेहद जरूरी है।
संभावित सुधार के प्रमुख बिंदु :
सभी ऑटो, टेम्पो, टोटो के लिए फिक्स रूट अनिवार्य
अवैध स्टॉप, अनधिकृत सवारी भरने पर तत्काल कार्रवाई
हर 100 मीटर पर निगरानी पुलिसकर्मी की तैनाती
हर चौराहे पर बॉडी कैमरा और सीसीटीवी निगरानी
पुलिस-म्यूनिसिपल जॉइंट स्क्वाड का गठन
दोहराव पर गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई
लापरवाह पुलिसकर्मियों का निलंबन तय
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