सीहोर : ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम पहुंची कुबेरेश्वरधाम - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 18 जून 2025

सीहोर : ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम पहुंची कुबेरेश्वरधाम

  • अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को विश्व के सर्वाधिक टीआरपी वाले आध्यात्मिक प्रवक्ता के रूप में किया सम्मान

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सीहोर। पूरे विश्व में जन-जन को शिव भक्ति में प्रेरित करने वाले और एक लोटा जल हर समस्या का महामंत्र देने वाले क्षेत्र की आन, बान और शान अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा किसी पहचान के मोहताज नहीं है। अपनी सरलता और सहजता से करोड़ों श्रद्धालुओं में आस्था और उत्साह का संचार कर उनको धर्म के प्रति ऊर्जा प्रदान करने वाले पंडित श्री मिश्रा को विश्व के सर्वाधिम टीआरपी वाले आध्यात्मिक प्रवक्ता के सम्मान से सम्मानित करने के लिए ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम कुबेरेश्वरधाम पर पहुंची। इस मौके पर प्रोफेसर दिनेश गुप्ता ओएमजी बुक आफ रिकार्ड का प्रमाण पत्र अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित श्री मिश्रा को दिया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड्स एक विश्व रिकॉर्ड संकलन है, जो भारत में स्थापित है। यह एक ऐसी संस्था है जो विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों और रिकॉर्डों को सूचीबद्ध और प्रमाणित करती है। ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराने के लिए, किसी व्यक्ति या समूह को अपनी विशिष्ट प्रतिभा या उपलब्धि का प्रदर्शन करना होता है।


गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित श्री मिश्रा शिव महापुराण सहित अन्य धार्मिक चर्चाओं के कारण विश्व में सबसे अधिक लोकप्रिय है और निरंतर लाखों की संख्या में उनकी कथाओं में श्रद्धालु उनकी कथा का श्रवण करते है इसके अलावा अन्य सोशल माध्यम से भी नियमित रूप से उनके संदेशों को श्रवण किया जाता है। जिसके कारण ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम कुबेरेश्वरधाम पर पहुंची और पंडित श्री मिश्रा का सम्मान किया। प्रोफेसर गुप्ता से चर्चा करते हुए पंडित श्री मिश्रा ने बताया कि वह लंबे समय से कथा का आयोजन करते हुए आ रहे है। धाम पर आने वाले हजारों श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क भोजन प्रसादी और निशुल्क रुद्राक्ष का वितरण किया जाता है। उन्होंने कहाकि शिव महापुराण में भगवान शिव की महिमा और भक्ति का वर्णन है, और यह माना जाता है कि शिव का स्मरण और भक्ति करने से व्यक्ति को भौतिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं, और उसका कल्याण होता है। दुनिया की बात को छोड़कर भगवान शिव की भक्ति में मग्र रहे। आपका भरोसा ही भक्ति की पहली सीढ़ी है। शिव का अर्थ ही कल्याण है। प्राणी मात्र के लिए कल्याण और मुक्ति की प्राप्ति शिव पुराण के श्रवण से ही संभव है।

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